लखनऊ की 20 वर्षीय जागृति यादव ने अपने नाम एक खास उपलब्धि दर्ज कर ली है. एक प्रतियोगिता जीतने के बाद उन्हें एक दिन के लिए भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त के पद पर तैनात किया गया. इसका उद्देश्य अगली पीढ़ी की महिलाओं को पथप्रदर्शक के रूप में सशक्त बनाना है. ब्रिटिश दूतावास ने बताया कि जागृति 2017 से सालाना आयोजित 'एक दिन के लिए उच्चायुक्त' प्रतियोगिता के भारत संस्करण की छठी विजेता हैं.
270 लड़कियों ने किया था आवेदन
इसमें कहा गया है, "लखनऊ, उत्तर प्रदेश की बीस वर्षीय जागृति यादव ने 'एक दिन के लिए उच्चायुक्त' (High Commissioner for a Day) प्रतियोगिता का छठा संस्करण जीतने के बाद भारत में ब्रिटेन के शीर्ष राजनयिक के रूप में एक दिन बिताया." हाई कमिश्नर फार ए डे-इंडिया एडिशन' प्रतियोगिता 18-23 आयु वर्ग की महिलाओं के लिए होती है. पिछले साल की विजेता राजस्थान के चित्तौड़गढ़ की 20 वर्षीय अदिति माहेश्वरी थीं. इस वर्ष की प्रतियोगिता के लिए पूरे भारत से 270 से अधिक युवा लड़कियों ने आवेदन किया था.
20 साल है उम्र
एक दिन के लिए उच्चायुक्त प्रतियोगिता के छठे संस्करण को जीतने के बाद लखनऊ निवासी जागृति यादव (20) ने सोमवार को पूरा दिन भारत में शीर्ष ब्रिटिश राजनयिक के तौर पर काम किया. इस दौरान जागृति ने राजनयिक गतिविधियों की एक विस्तृत श्रृंखला का अनुभव किया. इसमें विविध हितधारकों के साथ प्रमुख बैठकें, चर्चाओं की अध्यक्षता करना और दिन के दौरान कई कार्यक्रमों में भाग लेना आदि चीजें शामिल थीं. उच्चायोग ने एक बयान में बताया कि उन्होंने विदेश और संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी, वेस्ट यॉर्कशायर की मेयर ट्रेसी ब्रेबिन और विप्रो के कार्यकारी अध्यक्ष ऋषद प्रेमजी से मुलाकात की.
क्या-क्या मिला अनुभव
इसके अलावा जागृति ने ब्रिटिश काउंसिल में चल रहे जेंडर एडवांसमेंट फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंस्टीट्यशन परियोजना का नेतृत्व कर रहे अफसरों और कार्यक्रम की लाभार्थियों के साथ भी बातचीत की. बयान के मुताबिक जागृति यादव ने भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार अजय कुमार सूद से भी मुलाकात की और स्टेम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, कला और गणित) में 75 भारतीय महिलाओं पर केंद्रित एक किताब का विमोचन किया.
जागृति ने कहा, "मेरा पूरा दिन अवसरों से भरा हुआ था. इस दौरान मैंने कारोबारियों के साथ चर्चा की, वेस्ट यॉर्कशायर के मेयर और भारत की प्रमुख महिला नेताओं के साथ बातचीत की. महिला पेशवरों की तरक्की में आ रही बाधाओं पर भी चर्चा की गई." जागृति ने कहा कि SheLeads परियोजना के लाभार्थियों और महिला STEAM रोल मॉडल से मिलना प्रेरित करने वाला था. वहीं ब्रिटेन के उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने कहा कि इस कार्यक्रम के लिए मैं हर साल इंतजार करता हूं. जागृति मुखर है. उसने पूरे भारत में अपनी प्रतिभा दिखाई है. उन्होंने कहा कि जैसे जैसे महिलाएं आगे बढ़ती हैं हम भी ऊपर उठते हैं.
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