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Mahakumbh 2025: महाकुंभ में खो न जाएं बच्चे इसलिए माता-पिता ने किया यह अनोखा काम, हर तरफ हो रही वाहवाही

महाकुंभ में छोटे बच्चों के साथ आने वाले परिवार अनोखी तरकीबें अपना रहे हैं ताकि बच्चे अगर खो भी जाएं तो लोग उन्हें उनके पास पहुंचा दें. भोपाल से आए एक परिवार ने भी इस बात को ध्यान में रखते हुए कुछ अनोखा काम किया.

Unique method to prevent children from getting lost in the fair Unique method to prevent children from getting lost in the fair

80 के दशक की फिल्मों में हमने ऐसी कई कहानियां देखी हैं जिनमें कोई किरदार बचपन मे कुंभ के मेले में अपने परिवार से बिछड़ जाता है. लेकिन आज के दौर में माता-पिता यह खतरा बिलकुल नही उठा सकते है. हालांकि, प्रशासन ने अपनी तरफ से इसके लिए कई सुविधाएं की हुई हैं लेकिन फिर भी माता-पिता कोई रिस्क नहीं लेना चाहते हैं. ऐसे में, एक परिवार ने कुंभ में आने से पहले एक अनोखी तरकीब निकाली है जिससे कि बच्चा खो भी जाए तो उन तक पहुंच जाए.  

मेहंदी से लिखा घर-परिवार का पता व नंबर
संगम की रेती पर लगे महाकुंभ में भोपाल से आये एक परिवार ने बहुत ही अनोखी तरकीब निकाली है. इस परिवार के साथ चार छोटे बच्चे हैं जिनके खोने का उन्हें डर था. इसलिए उन्होंने बच्चों की हथेली पर मेहंदी से उनकी मां और पिता का नाम और मोबाइल नंबर लिख दिया. उन्हें यकीन है कि इनमें से कोई बच्चा अगर कुंभ मेले में खो भी जाता है तो लोग उनके मां बाप का नंबर देख कर उन्हें उनके पास पहुंचा देंगे. हाथ  पर मेहंदी से लिखे फोन नंबर के जरिए लोग बच्चों की जानकारी दे देंगे. 

11 सदस्यों को परिवार पहुंचा स्नान करने 
महाकुम्भ में माघी पूर्णिमा के अवसर पर यह परिवार स्नान करने पहुंचा था. परिवार में  11 लोग थे. इनमें उनके चार छोटे बच्चे भी शामिल है जिनकी उम्र 3 से 5 साल के बीच है. इस तरह के आयोजनों में भीड़ के चलते अक्सर बच्चों खो जाते है, इसलिए परिवारजनों ने बच्चों के हाथों पर मेहंदी से माता-पिता के नंबर लिखने की तरकीब निकली. प्रयागराज आने से पहले बाकायदा बच्चों के हाथों में मेहंदी लगवाई गई और फिर कुंभ मेले पहुंच गए. 

इससे पहले भी एक परिवार इस तरह की अनोखी तरकीब के चलते वायरल हुआ था. परिवार ने बच्चों की पीठ पर सभी डिटेल्स लिखकर चिपका दी थी ताकि बच्चे खो जाएं तो उन्हें कोई परिवार तक पहुंचा दे. हालांकि, किसी के खोने पर उन्हें उनके परिवार तक पहुंचाने में प्रशासन भी काफी एक्टिवली काम कर रहा है. 

(आनंद राज की रिपोर्ट)