महाराष्ट्र में सियासी संकट का करीब-करीब अंत हो गया है. उद्धव ठाकरे सरकार गिर गई है. अब एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं. देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को खुद इसका ऐलान करते हुए कहा कि बीजेपी शिंदे सरकार को बाहर से समर्थन करेगी. देवेंद्र फडणवीस की सियासी छवि बेदाग रही है. फडणवीस को 47 साल की उम्र में पहली बार महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला था.
फडणवीस की सियासत में इंट्री-
देवेंद्र फडणवीस इस वक्त महाराष्ट्र की सियासत का जाना-पहचाना और पॉपुलर चेहरा है. फडणवीस के पिता गंगाधर राव फडणवीस नागपुर से एमएलसी थे. लेकिन फडणवीस का इस मुकाम तक पहुंचना इतना आसान नहीं था. इसके पीछे सालों की मेहनत है. उनके सियासी उभार में आरएसएस की बड़ी भूमिका है. देवेंद्र ने आरएसएस से ही सियासत का ककहरा सीखा है. साल 1989 में 19 साल की उम्र में फडणवीस एबीवीपी के साथ जुड़ गए. साल 1990 में नागपुर बीजेपी युवा मोर्चा के पदाधिकारी बने. देवेंद्र ने साल 1992 में नागपुर के रामनगर वार्ड से निकाय चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. साल 1994 में देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र बीजेपी युवा मोर्चा का उपाध्यक्ष बनाया गया.
सबसे युवा पार्षद चुए गए-
देवेंद्र फडणवीस का सियासी सफर तेजी से आगे बढ़ता गया. साल 1991 में 22 साल की उम्र में नागपुर नगर निगम का सबसे युवा पार्षद बने. 27 साल की उम्र में साल 1997 में नागपुर के सबसे युवा मेयर चुने गए. साल 1999 में पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. साल 2001 में बीजेपी युवा मोर्चा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चुना गया.
महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष बने-
साल 2010 में महाराष्ट्र में बीजेपी के महासचिव बनाए गए. इसके बाद 12 अप्रैल 2013 को उनको पार्टी की जिम्मेदारी सौंप दी गई और उनको बीजेपी का अध्यक्ष बनाया गया. फडणवीस को सुधीर मुनगंटीवार की जगह कमान दी गई थी.
पहली बार CM बने फडणवीस-
विधानसभा चुनाव 2014 में बीजेपी महाराष्ट्र की सबसे बड़ी पार्टी बन गई. बीजेपी ने अकेले चुनाव लड़ा और 122 सीटों पर जीत हासिल की. हालांकि बाद में बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर सरकार बनाई. 47 साल के देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाया गया. देवेंद्र फडणवीस 5 साल का कार्यकाल पूरा करने वाले महाराष्ट्र के दूसरे सीएम रहे. हालांकि 2019 में विधानसभा चुनाव के बाद देवेंद्र फडणवीस सबसे कम दिन के सीएम बने.
दूसरी बार मुख्यमंत्री बने देवेंद्र-
देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई में बीजेपी ने 2019 विधानसभा का चुनाव लड़ा. इस बार शिवसेना के साथ गठबंधन के साथ बीजेपी चुनाव मैदान में उतरी थी. बीजेपी को 105 सीटों और शिवसेना को 56 सीटों पर जीत मिली थी. लेकिन शिवसेना ने खुद को गठबंधन से अलग कर लिया. 23 नवंबर 2019 को देवेंद्र फडणवीस ने दूसरी बार सीएम पद की शपथ ली. लेकिन उनके पास बहुमत नहीं था. इसलिए तीन दिन बाद सीएम पद से इस्तीफा दे दिया और बीजेपी विपक्ष की भूमिका में आ गई.
देवेंद्र फडणवीस एक बार फिर महाराष्ट्र की सियासत के केंद्र में है. उद्धव ठाकरे सरकार गिर गई है और बीजेपी के समर्थन से एकनाथ शिंदे की सरकार बनने जा रही है.
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