फेक कॉल, लकी ड्रॉ, और लॉटरी के नाम पर हो रही धोखाधड़ी के चलते अब लोग ऐसे फोन कॉल पर भरोसा करने से डरते हैं. ऐसा ही एक मामला गुजरात में सामने आया जहां एक शख्स को वैक्सीनेशन ड्रॉ में iPhone मिला, लेकिन उसने फेक कॉल समझ कर एक हफ्ते तक उसका जवाब ही नहीं दिया. वैक्सीनेशन अभियान को बढ़ावा देने के लिए चलाए गए इस लकी ड्रॉ में युवक को आईफोन मिलने पर भी उसे यकीन नहीं हुआ और वो उसे फेक कॉल ही मानता रहा.
दरअसल, अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने वैक्सीनेशन अभियान को बढ़ावा देने के लिए म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन इलाके में वैक्सीन लेने वाले हर शख्स के नाम पर हर महीने एक लकी ड्रॉ निकाला जाता है. इस ड्रॉ में म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन 5 मोबाइल देता है, जिस में पहला नंबर निकलने वाले को आईफोन गिफ्ट में दिया जाता है. इस महीने जब अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने लकी ड्रॉ निकाला तो किशन मकवाना नाम के एक युवक का नाम निकला. किशन मकवाना अहमदाबाद में लोडिंग ऑटो चलाता हैं. कॉर्पोरेशन ने जब इस युवक को फोन किया और बताया कि उसका नाम लकी ड्रॉ में आया है जिसमें उसे आईफोन मिलेगा.
फ्रॉड नंबर समझ कर नहीं उठाया फोन
किशन मकवाना को इस बात पर यकीन नहीं हुआ और उसने इसे फेक कॉल मान कर अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के अधिकारियों से कहा कि उसे बेवकूफ ना बनाएं और फोन काट दिया. कॉर्पोरेशन के कर्मचारियों ने लगातार 5 दिनों तक उसके नंबर पर संपर्क किया गया लेकिन किशन मकवाना को लगा कि ये कोई फ्रॉड नंबर है और उसने फोन उठाना भी बंद कर दिया. जिसके बाद खुद म्युनिसिपल कॉपोरेशन के अधिकारी उसके घर गये और किशन को बताया कि उसने सच में आईफोन जीता है.
म्युनिसिपल कॉपोरेशन के अधिकारी पहुंचे घर
अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के अधिकारियों ने किशन मकवाना को बताया कि 1 दिसंबर से 7 दिसंबर के बीच वैक्सीन लेने वाले 75 हजार लोगों के नाम में से लकी ड्रॉ के जरिए एक नाम चुना गया जोकि आपका है. लोडिंग रिक्शा चलाने वाले किशन मकवाना को यकीन ही नहीं हुआ कि उसे लकी ड्रॉ में आईफोन भी मिल सकता है. किशन को 70 हजार रुपये का आईफोन लकी ड्रॉ में मिला है. आईफोन पाकर किशन और उसके परिवार वाले काफी खुश हैं. किशन का कहना है कि अब वो वैक्सीनेशन को प्रमोट करेगा और हर किसी को कहेगा कि वो वैक्सीन लगवा लें.