वो कहते हैं ना कि मोहब्बत सच्ची हो तो एक दिन मिलती जरूर है. कहानी थोड़ी फिल्मी जरूर है लेकिन सच्ची है. सच्ची प्यार की कहानी जिसे 35 साल बाद मंजिल मिल गई. आखिरकार 35 साल पुराना प्यार मुकम्मल हो गया और अब एक नई जिंदगी शुरू हुई है.
...अधूरी रह गई थी ख्वाहिश
दरअसल, कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के करीब 180 किलोमीटर दूर हासन जिले में एक प्रेमी जोड़े ने 35 साल बाद शादी की. हासन जिले के देवरमु्ड्डानहली गांव में चिकन्ना और जयम्मा ने शादी की है. जवानी के दिनों में दोनों के बीच प्यार परवान तो चढ़ा लेकिन परिवार वाले राजी नहीं हुए. इसी के चलते दोनों का ख्वाहिश पूरी नहीं हो सकी.
राजी नहीं हुए परिवार वाले
मिली जानकारी के मुताबिक उस वक्त चिकन्ना मजदूरी का काम करते थे. जयम्मा के माता-पिता नहीं चाहते थे कि चिकन्ना की शादी उसके साथ हो. बाद में जयम्मा की शादी किसी दूसरे से हो गई. जयम्मा की शादी किसी दूसरे से हो जाने से चिकन्ना काफी दुखी हो गया. कुछ दिनों के बाद उसने गांव छोड़ दिया. वह मैसूर के पास किसी गांव में जाकर रहने लगे. चिकन्ना वहां भी मजदूरी करते रहे. प्यार नहीं मिल पाने की कसक थी. इसी वजह से चिकन्ना ने ताउम्र शादी नहीं करने का फैसला किया.
परिचितों के जरिये जयम्मा की हालचाल लेता रहता था चिकन्ना
वक्त अपनी रफ्तार से आगे बढ़ता गया. इसी दौरान दोनों की कभी मुलाकात नहीं हुई. हालांकि, चिकन्ना के दिल में एक बड़ी कसक थी. वह कभी-कभी अपने परिचितों के जरिये जयम्मा की जानकारी लेता रहता था. जयम्मा को एक बेटा हुआ. वह अपने पारिवारिक जीवन में व्यस्त हो गई. कुछ सालों के बाद जयम्मा की पारिवारिक जिंदगी में किसी वजह से दिक्कत होने लगी. अचानक एक दिन उसके पति ने उसे छोड़ दिया.
चिकम्मा को इस बात की जानकारी मिली कि जयम्मा के पति ने उसे छोड़ दिया है और घर से बाहर निकाल दिया है. इसके बाद उसने जयम्मा से संपर्क करने की ठानी. जब दोनों मिले तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा. दोनों ने शादी करने का भी फैसला कर लिया. वर्षों पुराना प्यार आखिरकार मुकम्मल हो गया.