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YouTube से मदद लेकर किशोरी ने दिया बच्चे को जन्म, जानें क्या हुआ

मलप्पुरम जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष एडवोकेट शाजेश बस्कर ने कहा कि अस्पताल ने उन्हें प्रसव के बारे में सूचित किया गया जिसके बाद उन्होंने पुलिस से संपर्क किया. फिलहाल बच्ची की हालत में काफी सुधार है, साथ ही नवजात भी मां के साथ अस्पताल में सुरक्षित है.

किशोरी ने यूट्यूब वीडियो की मदद से घर पर ही बच्चे को जन्म दिया है किशोरी ने यूट्यूब वीडियो की मदद से घर पर ही बच्चे को जन्म दिया है
हाइलाइट्स
  • किशोरी ने यूट्यूब वीडियो की मदद से घर पर ही बच्चे को जन्म दिया है

  • 20 अक्टूबर को प्रसव के तीन बाद तक वो अपने कमरे में ही पढ़ी रही

केरल में एक अजीबोगरीब वाक्या सामने आया है. केरल के मलप्पुरम जिले में 17 साल की एक लड़की ने यूट्यूब वीडियो की मदद से घर पर ही बच्चे को जन्म दिया है.  20 अक्टूबर को प्रसव के तीन बाद तक वो अपने कमरे में ही पढ़ी रही, जिस दौरान उसे संक्रमण भी हो गया. हैरानी की बात ये है कि इस पूरे वाक्ये की घरवालों को खबर तक नहीं थी. 

फिलहाल लड़की की मां को मामले के बारे में पता चल चुका है जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां पर उसका इलाज चल रहा है.

मलप्पुरम जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष एडवोकेट शाजेश बस्कर ने कहा कि अस्पताल ने उन्हें प्रसव के बारे में सूचित किया गया जिसके बाद उन्होंने पुलिस से संपर्क किया. फिलहाल बच्ची की हालत में काफी सुधार है, साथ ही नवजात भी मां के साथ अस्पताल में सुरक्षित है.

लड़की के बयान के आधार पर पुलिस ने उसके मोहल्ले के ही एक 21 साल के गर्भवती करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है.

सीडब्ल्यूसी के अध्यक्ष का कहना है कि यह आश्चर्यजनक है कि लड़की की मां को गर्भावस्था के बारे में पता नहीं था और दो दिनों तक प्रसव के बारे में पता नहीं चला. “उसकी 50 वर्षीय मां नेत्रहीन है और उसके पिता सुरक्षा गार्ड हैं जो कि हमेशा रात की ड्यूटी रहते थे. अध्यक्ष ने ये भी बताया कि लड़की अपने मोबाइल फोन के साथ कमरे में बंद थी, जिस पर माँ को लग रहा था कि वह ऑनलाइन क्लॉसेस में व्यस्त है.

पुलिस सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार युवक ने घर के हालात का फायदा उठाया. इतना ही नहीं उन्होंने लड़की की गर्भनाल काटने के बारे में जानने के लिए YouTube से मदद लेने की सलाह भी युवक ने ही दी थी. इस पूरे प्रकरण को दौरान ये दोनों मामले को दबाने की कोशिश कर रहे थे. 

पुलिस का कहना है कि गर्भावस्था के तीसरे महीने में, लड़की ने एक निजी अस्पताल में पेट दर्द की सूचना दी थी, जहां उसका गैस्ट्राइटिस का इलाज किया गया था. फिलहाल डीएनए टेस्ट किया जा चुका है, जिसकी रिपोर्ट आना बाकि है, पुलिस आगे की जांच में जुटी हुई है.