भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने एक नए चक्रवात को लेकर चेतावनी जारी की है. इस चक्रवात को मोचा नाम दिया गया है. सोमवार को बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनता नजर आया. इसकी पुष्टि आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने की. भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि कम दबाव का क्षेत्र मंगलवार शाम तक केंद्रित रह सकता है और फिर अगले दिन एक चक्रवाती तूफान में बदल सकता है.
चक्रवात मोचा कब और कहां लैंडफॉल करेगा?
1. मौसम विभाग की मानें तो एक कम डिप्रेशन का क्षेत्र 9 मई को बंगाल की दक्षिण पूर्व खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर पर बन सकता है. जिसके आगे बढ़कर दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और बंगाल की पूर्व मध्य खाड़ी के आस-पास के क्षेत्रों में एक चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है. ये तूफान 10 मई को बताया गया है.
2. लाइव मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, इस तूफान की 11 मई तक शुरू में उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बंगाल की पूर्व-मध्य खाड़ी की ओर बढ़ने की संभावना है.
3. इसके बाद, मोचा चक्रवात के धीरे-धीरे फिर से मुड़ने और उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बांग्लादेश-म्यांमार तटों की ओर बढ़ने की संभावना है.
4. कोलकाता में मौसम विज्ञानी मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि चक्रवात मोचा जिस भी क्षेत्र को प्रभावित करेगा उसका संभावित मार्ग अगले 24 घंटों में साफ हो जाएगा.
आसपास के लोगों को दी गई है ये सलाह
हालांकि, चक्रवात मोचा को देखते हुए मछुआरों, जहाजों, ट्रॉलरों और छोटी नावों को सलाह दी गई है कि वे बंगाल की दक्षिण-पूर्व खाड़ी में न जाएं. मौसम विभाग ने 8 मई से 12 मई तक अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पास पर्यटन और अपतटीय गतिविधियों और शिपिंग के रेगुलेशन का भी सुझाव दिया.
गौरतलब है कि 10 मई से सप्ताह के अंत तक बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर में समुद्र बहुत अशांत रहने की संभावना है. मौसम विभाग ने कहा कि लहरें छह से 14 मीटर की ऊंचाई तक पहुंच सकती हैं.