भारतीय रेल नार्मल पटरियों की बजाय बुलेट ट्रेन की पटरियों पर रफ्तार भरने वाली है. देश का पहला बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट जल्द ही पूरा होने वाला है. गुरुवार को रेल मंत्रालय ने मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को लेकर अपडेट शेयर की है. रेल मंत्रालय ने गुजरात के सूरत में बनने वाले बुलेट ट्रेन स्टेशन की कुछ ग्राफिकल तस्वीरें ट्विटर पर शेयर की हैं. सूरत में बनने वाला यह बुलेट ट्रेन स्टेशन (Surat Bullet Train Station) डायमंड के डिजाइन का होने वाला है.
रेल मंत्रालय ने ट्वीट करते हुए लिखा, डायमंड सिटी सूरत में बनने वाले बुलेट ट्रेन स्टेशन का ग्राफिकल चित्रण! डायमंड के डिजाइन में बनने वाला यह बहुमंजिली स्टेशन सेंट्रलाइज्ड एसी, स्वचालित सीढ़ी, बिजनेस लाउंज जैसी विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस होगा, जो नए भारत की नई तस्वीर पेश करेगा.”
अगले 2 सालों तक हो जाएगा तैयार
बुलेट ट्रेन के रूट पर बनाए जाने वाले स्टेशनों पर एयरपोर्ट जैसी एडवांस सुविधाएं मिलने वाली हैं. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मुंबई-अहमदाबाद रूट पर बनाए जा रहे सूरत स्टेशन का काम दिसंबर 2024 तक पूरा हो जाएगा. बाकी स्टेशनों के मुकाबले सूरत स्टेशन सबसे पहले बनकर तैयार हो जाएगा. इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की जिम्मेदारी नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) को सौंपी गई है.
कितना लंबा होगा ये ट्रेन रूट?
सूरत के अलावा, तीन और स्टेशनों-वापी, बिलिमोरा और भरूच पर काम तेज कर दिया गया है और सभी चार स्टेशन दिसंबर 2024 तक तैयार हो जाएंगे. इस प्रोजेक्ट की लागत 1 लाख करोड़ रूपये से ज्यादा होने का अनुमान है, जिसमें से ₹88,000 करोड़ की आर्थिक मदद जापान अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (JICA) करेगी.
हाई स्पीड रेल परियोजना अधिकारी ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया, "सूरत स्टेशन के लिए चैनेज 264 पर निर्माण कार्य शुरू हो गया है. वहीं, भरूच जिले में चैनेज 358 से 360 के बीच पाइल, पाइल कैप और पिलर का निर्माण कार्य प्रगति पर है." बता दें, 508 किलोमीटर लंबे इस मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन रूट का 155.76 किलोमीटर हिस्सा महाराष्ट्र में, 384.04 किलोमीटर हिस्सा गुजरात में और 4.3 किलोमीटर हिस्सा दादरा और नगर हवेली में होगा.
2017 में प्रोजेक्ट का किया गया था उद्घाटन
2017 में, मुंबई और अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन कॉरिडोर प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया गया था. इस प्रोजेक्ट को शुरू में 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था. लेकिन भूमि अधिग्रहण के मुद्दों और कोविड-19 के कारण, इसके प्रोजेक्ट की प्रगति प्रभावित हुई थी. 508 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर में मुंबई का बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स, ठाणे, विरार, बोइसर, वापी, बिलिमोरा, सूरत, भरूच, वडोदरा, आनंद, अहमदाबाद और साबरमती सहित कई स्टेशन शामिल होंगे.
बता दें, इससे पहले 9 फरवरी को, को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया था कि अब तक इस प्रोजेक्ट के लिए गुजरात में 98.62% भूमि (954.28 हेक्टेयर में से 941.13 हेक्टेयर) का अधिग्रहण किया गया है.
दादरा और नगर हवेली में, पूर्ण अधिग्रहण (7.90 हेक्टेयर) और महाराष्ट्र में, 56.39% भूमि (433.82 हेक्टेयर में से 244.63 हेक्टेयर) का अधिग्रहण किया गया है. इसमें 925 हेक्टेयर प्राइवेट भूमि भी शामिल है.