एक कॉमन फ्रेंड सर्किल, कोरियन ड्रामा और बैडमिंटन में सेम इंटरेस्ट और अब दोनों साथ में एक उपलब्धि भी शेयर कर रही हैं. जी हां इस बार सीए की फाइनल परीक्षा में मुंबई की रहने वाली दो जुड़वा बहनों ने कमाल कर दिया है. इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) ने 9 जनवरी को CA इंटरमीडिएट और फाइनल परीक्षा का परिणाम जारी किया था जिसमें दोनों बहनों संस्कृति और श्रुति ने एक साथ मिलकर पढ़ाई की और शीर्ष-10 में अपनी जगह बनाई. उनकी इस उपलब्धि पर परिवार के सदस्य बेहद खुश हैं.
परिवार में 5 चार्टर्ड अकाउंटेंट
संस्कृति ने जहां दूसरी रैंक हासिल की, वहीं उनकी जुड़वां बहन श्रुति ने आठवीं रैंक हासिल की है. जयपुर के मधुर जैन ऑल इंडिया टॉपर रहे. तीसरी रैंक फिर से जयपुर से टिकेंद्र कुमार सिंघल और ऋषि मल्होत्रा के नाम रही. संस्कृति और श्रुति ने अपने पहले प्रयास में शानदार अंकों के साथ अंतिम परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद, कांदिवली के ठाकुर गांव में पारोलिया परिवार के पास जश्न मनाने का कारण है. यहां छह लोगों के परिवार में अब पांच चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं. संस्कृति और श्रुति के पिता, दोनों बेटियां, उनका बड़ा भाई और भाभी. संस्कृति ने श्रुति के परिणाम को साझा करते हुए हंसते हुए कहा, "अब हमें निश्चित रूप से सीए का परिवार कहा जा सकता है."
साथ में करती थीं पढ़ाई
इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि दोनों बेटियों ने अपने करियर के बारे में जल्दी ही निर्णय ले लिया क्योंकि उनकी प्रेरणा उनके पिता थे. उनके भाई और भाभी भी एक ही क्षेत्र से हैं, दोनों ने कहा कि सीए की तैयारी के लिए उनके पास घर पर एक बेहतरीन गाइडेंस सिस्टम था. संस्कृति ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा,“श्रुति और मैं एक साथ पढ़ते थे जिससे हमें योजना बनाने और ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती थी. संदेह की स्थिति में हमें हमेशा घर पर समर्थन मिलता था. शिक्षाविदों में मार्गदर्शन के अलावा, इस तरह की सहायता प्रणाली सीए जैसी कठिन प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में मनोबल बनाए रखने में भी मदद करती है. ”
हालांकि, उनकी आगे की पढ़ाई की योजना यहीं समाप्त नहीं होती है. दोनों एमबीए करना चाहती हैं. संस्कृति ने कहा,“हम कॉमन एडमिशन टेस्ट (कैट) में शामिल होने से पहले कुछ वर्षों तक काम करने की योजना बना रहे हैं. कार्य अनुभव वाले उम्मीदवारों के पास एमबीए के दौरान और उसके बाद बेहतर संभावनाएं हैं. ”
कोरोना के टाइम शुरू की तैयारी
संस्कृति और श्रुति ने कोरोना महामारी आने से कुछ महीने पहले 2019 में तैयारी शुरू की थी. उन्होंने शुरुआत में ऑफलाइन कोचिंग की, लेकिन फिर कोरोना के बाद उन्होंने ऑनलाइन कोचिंग की मदद से ही पढ़ाई शुरू की.दोनों बहनों का कहना है कि ऑफलाइन कक्षाओं ने उन्हें अधिक अनुशासन दिया जबकि ऑनलाइन कक्षाएं उन्हें अधिक सुविधाजनक लगीं.
उन्होंने बताया कि ऑफलाइन कक्षाओं में ध्यान केंद्रित और अनुशासित रहना आसान है, लेकिन ऑनलाइन कक्षाओं में फ्लेक्सिब्लिटी रहती है और आप टाइम मैनेज कर सकते हैं.
ICAI से लिया स्टडी मेटेरियल
उन्होंने बताया कि वैसे तो इनके टीचर ने उन्हें नोट्स दिए थे लेकिन उन्हें सबसे ज्यादा मदद ICAI के स्टडी मेटेरियल से मिली. इसके अलावा खुद के नोट्स भी बनाए. दोनों बहनों का मानना है कि प्रत्येक CA छात्र को स्टडी मेटेरियल का उपयोग करना चाहिए. उन्होंने बताया कि सफल होने का कोई शॉर्टकट नहीं है, आपको निरंतरता के साथ पढ़ाई करनी होगी.
कितने घंटे की पढ़ाई
दोनों बहने हर दिन 8 से 10 घंटे पढ़ाई करती थीं. दोनों ने फाइनल परीक्षा से 1 महीने पहले समय के घंटों को बढ़ा दिया और 10 से 12 घंटे पढ़ाई की. वहीं जब दूसरे छात्रों को सलाह देने की बात आती है तो श्रुति ने छात्रों को कहा कि अनुशासन और संतुलन सफलता की कुंजी हैं. संस्कृति ने कहा कि परीक्षा से कुछ समय पहले लास्ट मिनट का रिवीजन बहुत जरूरी है.