

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2025 के दूसरे दिन शनिवार को नेवल स्टाफ के चीफ, एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने शिरकत की. उन्होंने रूस-यूक्रेन वॉर पर बात करते हुए कहा कि अब के युद्ध छोटे समय में खत्म नहीं होते हैं. और इसकी वजह तकनीक है. उन्होंने कहा कि इन युद्ध से हमे सीख लेने की जरूरत है कि किस प्रकार खुद पर निर्भर रहें और तकनीक के क्षेत्र में खुद को एडवांस बनाएं.
उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध का उदहारण देते हुए समझाया कि किस प्रकार इस युद्ध ने इस भ्रम को तोड़ा है कि भविष्य के युद्ध छोटे हुआ करेंगे. तकनीक के प्रयोग से युद्ध और ज्यादा चैलेंजिंग हो जाते हैं. साथ ही तब और जब और देश आपका साथ दे रहे हों.
क्यों आत्मनिर्भरता है जरूरी?
एडमिरल कहते हैं कि युद्ध के समय में सप्याय चेन, या किसी देश के साथ दोस्ती खत्म हो सकती है. जिससे आपको युद्ध में दिक्कत का सामना करना पड़े. इसलिए बेहतर है कि आप खुद पर सबसे पहले ट्रस्ट करें. और किसी भी चीज़ के लिए दूसरे पर निर्भर ना रहें. इसलिए आपको आत्मनिर्भर बनना होगा.
केवल आत्मनिर्भरता नहीं है जरूरी
वह कहते हैं कि आत्मनिर्भर बनना जरूरी है, लेकिन उससे ज्यादा जरूरी है कि आप कितनी जल्दी आत्मनिर्भर बन पाते हैं. हमें अपनी तकनीक की गति को बढ़ाने की जरूरत हैं.
फोर्सेस में देखने को मिल सकते हैं स्टार्टअप
एडमिरल ने जब फोर्सेस में स्टार्टअप का सवाल पूछा गया तो उन्होंने जवाब में कहा कि थल, जल और वायु फोर्सेस में डिफेंस मिनिस्ट्री के माध्यम से ऐसे तरीके अपनाएं जा रहे हैं, जिससे स्टार्टअप खोले जाएं. और वहीं तकनीक के माध्यम से इनोवेशन किया जा सके.
एडमिरल ने बताया कि डिफेंस मिनिस्ट्री के साथ-साथ सशस्त्र बलों की तीनों शाखाएं इस प्रयास में सबसे आगे हैं. कुछ साल पहले, हमने नौसेना के इनोवेशन सेंटर खोला था. जिसने लगभग 50,000 वस्तुओं को स्वदेशी बनाने के लिए उद्योग के साथ काम किया है. पिछले साल, हमने स्टार्टअप्स की सहायता के लिए दो टास्क फोर्स का गठन किया, जिनके पास उपकरण विकसित करने की क्षमता है, लेकिन खरीद प्रक्रिया के बारे में जानकारी नहीं है.