देश में जोरो-शोरों से कोविड-19 वैक्सीनेशन ड्राइव चलाई जा रही है. अधिकतर जनता को पहली और दूसरी डोज लग चुकी है, ऐसे में बूस्टर डोज (Booster dose) को लेकर चर्चा तेज हो रही है. इसे लेकर भारत जल्द ही वैक्सीन की बूस्टर डोज यानि तीसरी खुराक देने पर एक पॉलिसी डॉक्यूमेंट जारी करने वाला है. जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के सह-अध्यक्ष, डॉ. एन.के अरोड़ा ने लोगों से आवाह्न किया है कि अभी कोई भी बूस्टर डोज न लें.
डॉ. एन. के अरोड़ा ने कहा, “हम पिछले तीन हफ्तों से पॉलिसी डॉक्यूमेंट पर काम कर रहे हैं. इसे जल्द ही सार्वजनिक किया जाएगा.”
एक्सपर्ट्स की राय पर लिया जायेगा निर्णय
टाइम्स नाउ समिट में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि बूस्टर शॉट्स की जरूरत पर चर्चा करना स्वाभाविक है लेकिन सरकार एक्सपर्ट की राय के आधार पर ही निर्णय लेगी. उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य सभी को वैक्सीन की पहली और दूसरी दोनों डोज देना है. मुझे नहीं लगता कि बूस्टर डोज के मामले में सरकार कोई सीधा फैसला लेगी. आईसीएमआर (ICMR) और एक्सपर्ट्स की जो भी सिफारिशें होंगी, हम उसी के आधार लेंगे.”
स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि एक्सपर्ट्स के सुझाव मिलने के बाद ही इस मुद्दे पर विचार किया जायेगा. देश के पास अभी पर्याप्त वैक्सीन डोज उपलब्ध हैं और इसलिए भविष्य में किसी भी आवश्यकता को पूरा किया जा सकता है.
10 दिनों में हो सकते हैं डॉक्यूमेंट रिलीज
आपको बता दें, बूस्टर डोज को लेकर ये पॉलिसी डॉक्यूमेंट 10 दिनों में रिलीज़ होने की संभावना है. डॉ. एन.के अरोड़ा ने बताया कि हर महीने 30-35 करोड़ डोज का प्रोडक्शन किया जा रहा है. उन्होंने कहा, “हमारे पास टीकों की कोई कमी नहीं है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप उन्हें बिना किसी कारण के तीसरी डोज लेने लगें. डाक्यूमेंट्स को लेकर बहुत सारे वैज्ञानिक विचार-विमर्श का रहे हैं.”
वैक्सीन डोज कर रही है अपना काम
लोगों को बूस्टर डोज को लेकर चेतावनी देते हुए, उन्होंने कहा कि देश भर में हुए सभी सीरो पॉजिटिव (Sero Positive) सर्वे से पता चला है कि अब तक जितनी भी वैक्सीन डोज दी गयी है सभी ने अच्छी तरह से काम किया है, लोगों द्वारा छिपकर तीसरी डोज लेने का कोई मामला अभी तक सामने नहीं आया है
गौरतलब है कि डॉ. एन.के अरोड़ा की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब तेलंगाना स्वास्थ्य अधिकारियों सहित अलग-अलग अधिकारी तीसरी डोज लेने की वकालत कर रहे हैं.