चीन, सिंगापुर, हांगकांग, दक्षिण कोरिया, थाइलैंड और जापान से भारत आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए खुशखबरी है. कोरोना के कम होते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार की ओर से इन देशों से आने वाले यात्रियों के लिए कोविड-19 टेस्ट की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है. एयर सुविधा पोर्टल पर फॉर्म भरने की आवश्यकता को भी समाप्त कर दिया गया है. हालांकि, भारत में उतरने वाले सभी यात्रियों में से 2 प्रतिशत यात्रियों की रैंडम टेस्टिंग होगी, चाहे वो किसी भी देश से आ रहे हों.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने लिखा पत्र
नए नियम 13 फरवरी 2023 से लागू हो गए हैं. इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय में अपने समकक्ष राजीव बंसल को लिखे पत्र में कहा कि कोविड-19 मामलों में गिरावट को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय आगमन के लिए दिशानिर्देश को अपडेट किया गया है.
कोरोना के मामलों में आ रही कमी
विश्व स्वास्थ्य संगठन के कोरोना वायरस पर जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 28 दिनों में पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के मामलों में 89 प्रतिशत की गिरावट आई है. इसके अलावा, चाइना सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुख्य महामारी विज्ञानी वू ज़ुन्यो ने हाल ही में कहा था कि रिपोर्ट के अनुसार, चीन को निकट भविष्य में बड़े पैमाने पर नए सिरे से कोरोना की लहर से लड़ने की संभावना अब बहुत कम है. उधर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार को दी गई जानकारी के मुताबिक, भारत में 124 नए कोरोना वायरस के मामले दर्ज किए गए हैं, इसके साथ सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 1,843 हो गई है.
केंद्र सरकार ने उठाए थे कदम
नए साल के मौके पर पूर्वी एशिया में कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण केंद्र सरकार ने कदम उठाते हुए 1 जनवरी 2023 से चीन, हांगकांग, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और थाईलैंड से आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट अनिवार्य कर दिया था. साथ ही एयर सुविधा पोर्टल पर यात्रा से जुड़ी जानकारी भरने को कहा था.