जेपी की 11 अक्टूबर को जयंती है. इस मौके को सियासी रूप से भुनाने के लिए केंद्रीय मंत्री अमित शाह का आगमन तय है. उनके आगमन को लेकर जदयू के नेता पहले भी कटाक्ष करते रहे हैं. इतना ही नहीं ललन सिंह ने अमित शाह को सिताब दियारा का विकास कार्य देखने की भी बात कही थी. अब ललन सिंह के बयान के तुरंत बाद नीतीश कुमार ने वहां कई योजनाओं का लोकार्पण कर दिया है. कहा जा रहा है कि बीजेपी और अमित शाह से ज्यादा जेपी के लिए बिहार सरकार करती है. ये नीतीश कुमार बताना चाह रहे हैं.
11 अक्टूबर को बीजेपी करेगी विशेष कार्यक्रम
नीतीश कुमार ने वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए जेपी के गांव को गिफ्ट दिया.सीएम नीतीश की ओर से सिताब दियारा में लोकनायक जयप्रकाश नारायण स्मृति भवन सह पुस्तकालय से मुख्य सड़क और नव निर्मित सड़क का लोकार्पण किया गया. उसके अलावा अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को उत्क्रमित करने की घोषणा की. इस मौके पर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और जेडीयू नेता विजय चौधरी भी उपस्थित रहे. 11 अक्टूबर को सिताब दियारा में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जेपी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने वाले हैं. बीजेपी उस दिन विशेष कार्यक्रम करेगी. उसके पहले सिताब दियारा में बड़ी विकास योजनाओं का लोकार्पण करके नीतीश ने बीजेपी से एक कदम आगे रहने का संदेश दे दिया है.
नीतीश कुमार ने सीएम योगी को लिखा पत्र
इधर, जेपी के गांव के कुछ हिस्से के यूपी में होने और उस इलाके के विकास के लिए नीतीश कुमार ने सीएम योगी को पत्र भी लिखा है. नीतीश कुमार ने अपने पत्र में लिखा है कि सिताब दियारा की बाढ़ से सुरक्षा हेतु घाघरा नदी की ओर से एक रिंग बांध (लगभग 7.5 किमी की लंबाई में) बनाये जाने की आवश्यकता है. वर्ष 2017-18 में बिहार भू-भाग में लगभग 04 किमी एवं उत्तर प्रदेश के भू-भाग में लगभग 3.5 किमी की लंबाई में रिंग बांध तथा अन्य कटाव निरोधक कार्य प्रारंभ किया गया.
नीतीश कुमार ने अपने पत्र में ये भी कहा है कि वर्ष 2017-18 में बिहार सरकार द्वारा रिंग बांध और अन्य बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यों को पूर्ण कर लिया गया. वहीं, यूपी क्षेत्र में कार्य लंबित है. हाजीपुर-गाजीपुर राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 31 से सिताब दियारा तक जाने वाली बीएसटी मुख्य बांध की लंबाई लगभग 6.50 किमी है. जिसमें लगभग 2-3 किमी की लंबाई में पथ के सुदृढ़ीकरण कार्य उत्तर प्रदेश राज्य के क्षेत्र में अपूर्ण है. जिसके कारण इस क्षेत्र में आवागमन में भी समस्या उत्पन्न होती है.