
हवाई यात्रियों को एक बड़ी राहत देते हुए नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एक फैसला सुनाते हुए कहा कि एयरलाइंस चेक-इन काउंटरों पर अब हवाई यात्रियों को बोर्डिंग पास जारी करते समय अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा. वर्तमान में भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो में यात्रा करने के लिए अगर कोई यात्री चेक-इन काउंटर पर बोर्डिंग पास मांगता तो एयरलाइंस उससे एक शुल्क लेती है.
मंत्रालय ने ट्विटर पर कहा, "यह MoCA (नागरिक उड्डयन मंत्रालय) के संज्ञान में आया है कि एयरलाइंस यात्रियों से बोर्डिंग पास जारी करने के लिए एक अतिरिक्त राशि ले रही है. ” यह अतिरिक्त राशि विमान नियम, 1937 के प्रावधान निर्देशों के अनुसार नहीं है.
लगता है एक्सट्रा चार्ज
वर्तमान में कुछ एयरलाइंस वेब चेक-इन नहीं करने पर बोर्डिंग पास जारी करने के लिए अतिरिक्त 200 रुपये चार्ज कर रही हैं. नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने आगे कहा कि एयरलाइंस को सलाह दी जाती है कि वे हवाईअड्डा चेक-इन काउंटर पर बोर्डिंग पास जारी करने के लिए कोई अतिरिक्त राशि न लें, क्योंकि इसे विमान नियमों, 1937 के नियम 135 के तहत प्रदान किए गए 'टैरिफ' के भीतर नहीं माना जा सकता है. "यह Competent Authority की मंजूरी है."
हालांकि, ऐसे समय में जब जेट ईंधन की रिकॉर्ड ऊंची कीमतों और रुपये-अमेरिकी डॉलर की विनिमय दर में रिकॉर्ड गिरावट ने एयरलाइंस को किराए में भारी बढ़ोतरी के लिए मजबूर किया है ऐसे में यह फैसला केवल उन घरेलू यात्रियों के लिए मामूली राहत होगी जो जांच के लिए हवाई अड्डे पर लंबी लाइन में खड़ें होना पसंद करते हैं बजाए इस प्रोसेस को ऑनलाइन कराने के.