scorecardresearch

उम्र का मोहताज नहीं हौंसला, बुजुर्ग महिला ने जान पर खेल कर बचाई बच्चे की जान

महिला ने बच्चे की जान तो बचा ली लेकिन आवारा कुत्तों ने महिला को बुरी तरह काट कर घायल कर दिया. इस बुजुर्ग महिला की बहादुरी को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने इन्हें सम्मानित किया है.

महिला ने जिस्म पर खाये 20 ज़ख्म महिला ने जिस्म पर खाये 20 ज़ख्म
हाइलाइट्स
  • बहादुरी के लिए दिल्ली पुलिस ने किया सम्मानित

  • बच्चे के मां-बाप ने किया महिला का शुक्रिया

कहते हैं कि आपको हौसलें कभी उम्र के मोहताज नहीं होते. इस बात को 72 साल की एक बुजुर्ग महिला ने सत्यार्थ किया है. 72 साल की उम्र में बुजुर्ग की बहादुरी को वाकई सलाम है जहां एक 5 साल के बच्चे को कुत्ते अपना शिकार बना लेना चाहते थे, तब यह बुजुर्ग महिला कुत्तों से जा टकराई. महिला ने बच्चे की जान तो बचा ली लेकिन आवारा कुत्तों ने महिला को बुरी तरह काट कर घायल कर दिया. इस बुजुर्ग महिला की बहादुरी को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने बुजुर्ग महिला को सम्मानित किया है.


बहादुरी के लिए दिल्ली पुलिस ने किया सम्मानित
72 साल की संतोष देवी ने जिस बहादुरी का परिचय दिया है वो अपने आप में किसी मिसाल से कम नहीं है. संतोष देवी की बहादुरी के लिए दिल्ली पुलिस ने उन्हें सम्मानित किया है. दरअसल एक 5 साल का बच्चा अलफैज घर के बाहर खेल रहा था, की तभी 3-4 कुत्तों ने उस पर हमला कर दिया. तभी 72 साल की संतोष देवी उस रास्ते से गुजर रही थी और उन्होंने देखा कि 3-4 आवारा कुत्ते मिलकर बच्चे पर हमला कर रहे थे, तभी संतोष ने आव देखा न ताव और अकेले जाकर उन आवारा कुत्तों से भिड़ गई. उसके बाद सड़क के आवारा कुत्ते संतोष से लिपट गए और उनको बुरी तरह से काट लिया. कुत्तों के हमले में संतोष देवी बुरी तरह घायल हो गई और जमीन पर गिर पड़ी जिसके चलते उनके जिस्म पर दर्जनों ज़ख्म हो गए.

बच्चे के मां-बाप ने किया महिला का शुक्रिया
इस घटना के बाद बच्चे के मां बाप ने 72 साल की संतोष के गले मिलकर शुक्रिया बोला, क्योंकि अलफैज़ आज संतोष की वजह से सही सलामत है. वहीं संतोष देवी ने भी हाथ उठाकर बच्चे की लंबी उम्र की दुआ दी. संतोष कि इसी बहादुरी के लिए दिल्ली पुलिस ने उनको खासतौर पर बुलाकर सम्मानित किया, क्योंकि इस बहादुर महिला ने अपनी जान की परवाह किए बिना 5 साल के बच्चे की जान बचा ली.