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इस मंदिर में तपस्या करने पर रावण को मिली थी लंका तो कुबेर को मिला बैकुंठ, जानें इस मंदिर की महिमा

दूर-दूर से लोग इस मंदिर में भगवान शिव के दर्शन के लिए आते हैं. बिसरख को रावण का गांव भी कहा जाता है. कहते हैं इस गांव में कभी रावण का पुतला जलाया नहीं जाता. मान्यता है कि रावण ने इस गांव में जन्म लिया, शिक्षा-दीक्षा ली और भगवान शिव को खुश करने के लिए इसी मंदिर के शिवलिंग की पूजा की थी.

भक्तों का मानना है कि यहां पर जो भी मन्नत मांगी जाए वह पूरी हो जाती है. भक्तों का मानना है कि यहां पर जो भी मन्नत मांगी जाए वह पूरी हो जाती है.
हाइलाइट्स
  • रावण ने यहीं की थी तपस्या 

  • मंदिर में है एक पुरानी सुरंग

आज हम आपको यूपी के एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसका इतिहास रामायण काल का है. लेकिन इस मंदिर का राम से नहीं बल्कि रावण से गहरा नाता है. ग्रेटर नोएडा में बिसरख नाम का एक इलाका है. इस इलाके में एक बहुत पुराना शिव मंदिर है. दूर-दूर से लोग इस मंदिर में भगवान शिव के दर्शन के लिए आते हैं. बिसरख को रावण का गांव भी कहा जाता है. कहते हैं इस गांव में कभी रावण का पुतला जलाया नहीं जाता. मान्यता है कि रावण ने इस गांव में जन्म लिया, शिक्षा-दीक्षा ली और भगवान शिव को खुश करने के लिए इसी मंदिर के शिवलिंग की पूजा की थी.

रावण ने यहीं की थी तपस्या 

भक्तों का मानना है कि यहां पर जो भी मन्नत मांगी जाए वह पूरी हो जाती है. महंत रामदास बताते हैं कि रावण के पिता ने लंका को कुबेर को दे दिया था लेकिन रावण ने इस मंदिर में शिवलिंग के तपस्या की भगवान शिव को खुश किया और कुबेर को हटा कर लंका पर कब्जा कर लिया. इसके बाद इसी शिवलिंग के सामने तपस्या करके कुबेर ने बैकुंठ धाम प्राप्त किया था. महंत बताते हैं कि इसी गांव में ही रावण और उसके भाई बहनों का जन्म हुआ था.

मंदिर में है एक पुरानी सुरंग 

इस प्राचीन शिव मंदिर में एक सुरंग भी है. इस सुरंग के बारे में कहा जाता है कि रावण के पिता इस सुरंग से गाजियाबाद के दूधेश्वर नाथ मंदिर जाते थे. यही नहीं रावण के पिता मेरठ में अपनी ससुराल जाने के लिए भी इसी सुरंग का इस्तेमाल करते थे. इस मंदिर में यूं तो भक्तों का तांता लगा रहता है लेकिन इस मंदिर की हालत बेहद खराब है. पुरातत्व विभाग यह तो मानता है कि यह मंदिर प्राचीन है लेकिन इसके संरक्षण के लिए कोई भी अथॉरिटी या सरकार सहयोग नहीं कर रही है.

मनीष की रिपोर्ट