scorecardresearch

अब नदी में नहीं विसर्जित होगी मां दुर्गा की मूर्ति, शहर भर में बने आर्टिफिशियल तालाब

नवरात्रि के बाद मां दुर्गा की मूर्ति के विसर्जन की वजह से काफी ज्यादा जल प्रदूषण हो जाता है, लेकिन ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में इसके लिए समाधान निकाला गया है. वहां पर आर्टिफिशियल तालाब बनाए गए हैं.

शहर भर में बने आर्टिफिशियल तालाब शहर भर में बने आर्टिफिशियल तालाब
हाइलाइट्स
  • जल प्रदूषण के मद्देनजर लिया फैसला

  • शहर में तैनात है 17 प्लाटून फोर्स

ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर एवं कटक शहर में नवरात्रि के बाद मां दुर्गा की प्रतिमाओं को विसर्जन के लिए विशेष इंतजाम किया गया है. भुवनेश्वर नगर निगम ने जल प्रदूषण के मद्देनजर मूर्ति विसर्जन को लेकर शहर के किनारे कुआखाई नदी और दया नदी तट पर 4 बनावटी तालाब का निर्माण किया है. वहीं, भुवनेश्वर कमिश्नरेट पुलिस ने मूर्ति विसर्जन को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न करने के लिए 17 प्लाटून फोर्स को तैनात किया है.

जल प्रदूषण के मद्देनजर लिया फैसला
भुवनेश्वर नगर निगम की मेयर सुलोचना दास ने मीडिया को संबोधित करते हुए बताया कि दुर्गा पूजा के अवसर पर शहर में 178 स्थानों पर प्रतिमाओं की स्थापना की गई. नवरात्रि के बाद माँ दुर्गा की प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए जल प्रदूषण के मद्देनजर खास इंतजाम किया गया है. मेयर ने बताया कि विसर्जन के लिए शहर के बाहरी छोर पर कुआखाई नदी और दया नदी तट पर 4 बनावटी तालाब का निर्माण किया गया है. 

नदी में मूर्ति विसर्जन हुआ प्रतिबंधित
मेयर ने विस्तार से कहा कि किसी भी प्रकार से नदी में मूर्ति विसर्जन को प्रतिबंधित किया गया. 6 सितंबर को बनावटी तालाबों में शहर के सभी मूर्तियों को विसर्जन करने की व्यवस्था की गई है. जिसके बाद मूर्तियों के अवशेष को तालाब से बाहर निकाल लिया जाएगा. साथ ही साथ मूर्ति विसर्जन के लिए शहर में पूजा समिति के सदस्यों को सुबह के 8 बजे से शाम के 6 बजे तक समय निर्धारित किया है. इस प्रक्रिया के माध्यम से हम सभी अपने शहर को प्रदूषण से बचा सकते हैं. 

शहर में तैनात है 17 प्लाटून फोर्स
वहीं, भुवनेश्वर कमिश्नरेट पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नौ दिनों के नवरात्रि पूजन के बाद माँ दुर्गा की मूर्तियां को विसर्जन के लिए शहर में 17 प्लाटून फोर्स को तैनात किया गया है. साथ ही शहर के सभी पूजा समितियों को समय रहित एक विशेष रोडमैप जारी किया गया है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि मूर्ति विसर्जन के दौरान पूजा समिति को डीजे की ध्वनि गति 65 डेसीबल से कम रखने का निर्देश दिया गया है.

3 जगहों पर बने बनावटी तालाब
दूसरी ओर कटक नगर निगम ने शहर में 172 स्थानों पर स्थापित माँ दुर्गा की मूर्तियों को विसर्जन करने के लिए 3 स्थानों पर बनावटी तालाब का निर्माण किया है. कटक शहर में शांतिपूर्ण विसर्जन को लेकर 55 प्लाटून फोर्स तैनात किया गया है. साथ ही साथ शहर में विसर्जन के दौरान निगरानी के लिए 300 से अधिक स्थानों पर  सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है.