विदेश यात्रा के लिए वीजा से पहले जो आवश्यक होता है, वह पासपोर्ट है. हर देश का अलग-अलग पासपोर्ट होता है. पासपोर्ट की चाह रखने वालों के लिए अच्छी खबर है. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि नागरिकों को अब नए और अपग्रेड किए हुए ई-पासपोर्ट मिलेंगे. खुद विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने इसकी घोषणा की है. विदेश मंत्री ने पासपोर्ट सेवा दिवस के अवसर पर कहा कि भारत जल्द ही Passport Seva Programme (PSP Version 2.0) के दूसरे चरण को शुरू करेगा, जिसमें नए और उन्नत ई-पासपोर्ट शामिल हैं.
विदेश की यात्रा होगी आसान
जयशंकर ने भारत और विदेश में पासपोर्ट जारी करने वाले अधिकारियों से लोगों को समय पर और आसान तरीके से पासपोर्ट और संबंधित सेवाएं प्रदान करने के लिए कहा. विदेश मंत्री ने कहा कि नागरिकों के लिए 'EASE of living' यानी 'जीवन जीने में आसानी' को बढ़ाने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप काम किया जाएगा.
EASE के बताए मायने
ईज के मायने बताते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि E: डिजिटल इको-सिस्टम का उपयोग कर नागरिकों को उन्नत पासपोर्ट सेवाएं मुहैया कराई जाएंगी. A: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-संचालित सेवा वितरण. S: चिप लगी हुई ई-पासपोर्ट का उपयोग करके विदेश यात्रा को आसान बनाना. E: बढ़ी हुई डेटा सुरक्षा. उन्होंने कहा कि मंत्रालय ने 2022 में रिकॉर्ड 13.32 मिलियन पासपोर्ट और विविध सेवाओं को संसाधित किया, जो 2021 से 63 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है. उन्होंने कहा कि 2014 में देश में 77 पासपोर्ट सेवा केंद्र (पीएसके) थे, यह संख्या आज 523 हो गई है.
संदेश को ट्विटर पर किया साझा
जयशंकर के मैसेज को ट्विटर पर साझा करते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर का एक संदेश है. हम आज पासपोर्ट सेवा दिवस मना रहे हैं. विदेश मंत्रालय की टीम नागरिकों को विश्वसनीय, सुलभ, पारदर्शी और कुशल तरीके से समय पर पासपोर्ट और संबंधित सेवाएं प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है. जयशंकर ने कहा कि पासपोर्ट सेवा दिवस 2023 के अवसर पर भारत और विदेश में सभी पासपोर्ट जारी करने वाले अधिकारियों और केंद्रीय पासपोर्ट संगठन के उनके सहयोगियों को सम्मानित करना खुशी की बात है. उन्होंने कहा कि यह दिन इसका जायजा लेने का एक अवसर है कि क्या हासिल किया गया है.
क्या है ई-पासपोर्ट और इसकी विशेषताएं
1. PSP-V2.0, PSP-V1.0 का ही विस्तार है, जो एक ई-सरकारी उपकरण है, जिसके तहत पासपोर्ट से संबंधित सेवाओं के वितरण में नए बदलाव किए गए हैं.
2. ई-पासपोर्ट पारंपरिक पासपोर्ट का विकसित रूप है. इसका उद्देश्य इसे अधिक सुरक्षित बनाना एवं विश्व स्तर पर Immigration Process को आसान बनाना है. यह पासपोर्ट धारकों के लिए डिजिटल सुरक्षा को बढ़ावा देगा.
3. इस नई पहल का उद्देश्य एक डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाना है, जो पारदर्शी, अधिक सुलभ और विश्वसनीय होगा.
4. यह मौजूदा प्रक्रियाओं को ठीक करेगा और पासपोर्ट जारी करने में शामिल सरकार के विभिन्न अंगों को एकीकृत करेगा.
5. ई-पासपोर्ट को एक चिप के साथ एम्बेड किया जाएगा, जिसमें यात्रा करने वाले की व्यक्तिगत जानकारी शामिल होगी.
6. ई-पासपोर्ट को कंप्यूटर सेंसर के पास ले जाने पर चिप पर मौजूद सारा डेटा एक स्क्रीन पर आसानी से खुल जाएगा, जिससे यात्रियों का एयरपोर्ट में समय बचेगा.
7. ई-पासपोर्ट बनने से फर्जी पासपोर्ट बनने पूरी तरह से बंद हो जाएंगे.
8. मौजूदा समय में भारत में 10 करोड़ लोगों के पास पासपोर्ट हैं, जिन्हें इस नए अपडेट के बाद ई-पासपोर्ट में बदला जाएगा.
9. ई-पासपोर्ट के लिए सॉफ्टवेयर आईआईटी कानपुर और राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) ने विकसित किया है.
10. ई-पासपोर्ट जारी करते समय अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) के मानकों का पालन किया जाएगा.
11. पासपोर्ट सेवा कार्यक्रम (PSP) भारत के कई मिशन मोड प्रोजेक्ट्स (MMPs) में से एक है.