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Robot Scanvanging: अब सीवर की सफाई करते वक्त नहीं होंगी मौतें, रोबोट करेंगे सारा काम

प्रयागराज में सीवर की सफाई के लिए तीन रोबोट को रखा गया है. ये रोबोट इंसानों की जगह सीवर में 20 फीट तक जाकर सफाई कर सकेंगे, और जहरीली गैसों को सेंसर की मदद से डिडक्ट कर सकेंगे.

अब सीवर की सफाई करते वक्त नहीं होंगी मौतें, रोबोट करेंगे सारा काम अब सीवर की सफाई करते वक्त नहीं होंगी मौतें, रोबोट करेंगे सारा काम
हाइलाइट्स
  • 20 फीट गहराई तक जा सकती है मशीन

  • प्रयागराज में तैनात हैं तीन रोबोट

भारत में मैनुअल स्कैवेंजिंग यानी सीवर की सफाई करते हुए हर साल कई लोगों की मौत हो जाती है. भारत में 2018 से 2022 के बीच सीवर की सफाई में 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. सरकारी आंकड़ों की मानें तो 46 मौतें तो केवल उत्तर प्रदेश में हुईं. लेकिन अब इसको लेकर एक अच्छी खबर सामने आ रही है. संगम नगरी प्रयागराज में सीवर साफ करने के लिए रोबोट तैनात किया गया है.

20 फीट गहराई तक जा सकती हैं ये मशीनें
ये रोबोट रिमोट से नियंत्रित मशीनों होती हैं. ये मशीनें मैनहोल के अंदर 20 फीट की गहराई तक जाकर कचरा हटा सकता है. ये मशीन पूरी तरह एयर प्रेशर पर काम करती है. सीवर में बनने वाली गैस से कई लोगों की मौत हो जाती है. इस मशीन से ऐसा नहीं होगा. क्योंकि इस मशीन में गैस सेंसर भी लगे हैं. जिसे किसी भी तरह की हानिकारक गैस का प्री डिडक्शन मिलता है.

प्रयागराज में तैनात हैं तीन रोबोट
प्रयागराज में इस काम के लिए तीन रोबोट को तैनात किया गया है. इस रोबोट में लगे चार इन-बिल्ट कैमरों की मदद से उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत खरीदे गए प्रत्येक रोबोट की कीमत 40 लाख रुपये है. केरल स्थित जेनरोबोटिक्स द्वारा डिजाइन और विकसित रोबोट को बैंडिकूट कहा जाता है. प्रयागराज नगर निकाय द्वारा की गई पहल से देश के और शहरों को इसका पालन करने के लिए प्रेरित होना चाहिए.