स्वाद के अपने अनूठे मिश्रण के साथ, ओडिशा के होम कुक अविनाश पटनायक देश के सबसे बड़े रियलिटी टीवी कुकिंग शो मास्टरशेफ इंडिया के सातवें सीज़न का हिस्सा बन चुके हैं. अविनाश की कहानी बड़ी ही दिलचस्प है और ऑडिशन राउंड से ही उन्होंने न सिर्फ जजों बल्कि लोगों का दिल भी जीत लिया है.
ऑडिशन राउंड में अविनाश ने पारंपरिक 'गांथा पीठा' में अपना फ्लेवर जोड़ कर जजों को खिलाया और उन्हें मास्टर शेफ में एक राउंड आगे आने का मौका मिला. इसके बाद उन्होंने ओडिशा की पारंपरिक डिश 'फ्लेवर्स ऑफ तातिनी' के साथ टॉप-16 प्रतियोगियों में भी जगह बनाई है. उनके बनाए दोनों व्यंजन तीनों जज, शेफ विकास खन्ना, रणवीर बरार और मिशेलिन स्टार शेफ गरिमा अरोड़ा को बहुत पसंद आए.
बागवानी में पीएचडी कर रहे हैं अविनाश
32 वर्षीय अविनाश हॉर्टिकल्चर में अपनी पीएचडी कर रहे हैं. हालांकि, उमनका पैशन कुकिंग भी है. उन्होंने अपराजिता के फूलों से प्राप्त नीले रंग से फूलों के आकार में गैंथा पीठा बनाया. उन्होंने पारिजात के फूल और बादाम से भरे दूध में पीठा को डुबोया.
अविनाश ज्यादातक अपनी पारंपरिक उड़िया पीठा और खाद्य फूलों की रेसिपी फॉलो करते हैं. वह अपनी ब्लॉगिंग साइट, 'भुक्कड़ इंसान' से काफी फेमस हैं. वह स्थानीय खाद्य फूलों से कई तरह के व्यंजन बनाते हैं. और अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर इसके बारे में पोस्ट करते हैं.
कृषि अधिकारी रहे हैं अविनाश
ओडिशा में बनने वाले पीठों पर बहुत कम साहित्य उपलब्ध है और इसलिए अविनाश ने ओडिशा सरकार की कृषि अधिकारी की नौकरी छोड़ हेरिटेज रेसिपीज को डॉक्यूमेंट करना शुरु किया. वह बहुत तरह की फेमस डिशेज बना रहे हैं जैसे- 'अमृता भांडा फूला राय', 'कदंब फूला तरकारी', 'कैन फूला पकौड़ा', 'गुलमोहर काली के पकौड़े', 'अशोक फूला चटनी', 'सोरिसा फूला बरा', 'गिलरी फूला तरकारी' आदि.
मास्टर शेफ आने से पहले अविनाश राज्य में कई कुकिंग शो का हिस्सा रह चुके हैं. वह एक पेंटर और डिजिटल इलस्ट्रेटर भी हैं. उनका कहना है कि यह सब करके उन्हें संतुष्टि मिलती है.