scorecardresearch

ओडिशा ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए किया UN से मिलाया हाथ, आत्मनिर्भर बनेंगी लाखों महिलाएं

United Nations Capital Development Fund एक अंतरराष्ट्रीय संस्था है जो कि वर्तमान समय में विश्व के 46 देशों को आर्थिक सेवा व सुविधा प्रदान कर रही है. UNCDF का मुख्य उद्देश्य राज्यों में सुविधाओं से वंचित रहने वाली ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर के साथ उन्हें रोजगार युक्त बनाना है.

ओडिशा ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए किया UN से मिलाया हाथ ओडिशा ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए किया UN से मिलाया हाथ
हाइलाइट्स
  • लाखों महिलाओं को स्वावलंबी बनाने का उद्देश्य

  • महिलाओं में डिजिटल सुविधाओं का प्रचलन तेज होगा

  • महिलाओं को आर्थिक मदद मिलेगी

भारतीय लोकतंत्र में नई दिल्ली के संसद से लेकर राज्य की विधानसभा तक महिलाओं के सशक्तिकरण प्रदान करने वाली ओडिशा सरकार अब प्रदेश की ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की पहल कर रही है. ओडिशा सरकार द्वारा संचालित मिशन शक्ती विभाग ने United Nations Capital Development Fund (UNCDF) के बीच लिविंग लैब (Living Lab) नाम के एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया. इस लिविंग लैब के साथ ओडिशा की महिलाओं को आत्मनिर्भर के साथ रोजगार युक्त बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. यह समझौता सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मिशन-शक्ती विभाग की सचिव सुजाता कार्तिकेयन और UNCDF की एग्जीक्यूटिव सचिव प्रीति सिन्हा की अगुवाई में हुआ.

क्या है United Nations Capital Development Fund?
United Nations Capital Development Fund (UNCDF) एक अंतरराष्ट्रीय संस्था है जो कि वर्तमान समय में विश्व के 46 देशों को आर्थिक सेवा व सुविधा प्रदान कर रही है. UNCDF का मुख्य उद्देश्य राज्यों में सुविधाओं से वंचित रहने वाली ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर के साथ उन्हें रोजगार युक्त बनाना है. UNCDF संस्थान महिलाओं को लघु-कारोबार या व्यापार के लिए आर्थिक धन राशि प्रदान करती है. 

लाखों महिलाओं को स्वावलंबी बनाने का उद्देश्य
ओडिशा सरकार मिशन शक्ति विभाग के अंतर्गत लाखों महिलाओं को स्वावलंबी बनाने का कार्य कर रही है. ऐसे में UNCDF संस्थान ओडिशा सरकार के साथ लिविंग लैब समझौता कर प्रदेश की ग्रामीण महिलाओं को नई तकनीक के साथ रोजगार के लिए एक स्वच्छ वातावरण तैयार करने की योजना बना रहा है. साथ ही साथ मुख्य सुविधाओं से वंचित होने कारण जीवन पद्धति के विकास और विस्तार को गति देने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करेंगी. जिसके फलस्वरूप प्रदेश में ग्रामीण महिलाओं को गरीबी से मुक्ति और आर्थिक रूप में मजबूत बनाने में मदद मिलेगी.

महिलाओं में डिजिटल सुविधाओं का प्रचलन तेज होगा
इस कार्यक्रम के दौरान मिशन शक्ति की सचिव सुजाता ने कहा कि राज्य में महिलाओं की आर्थिक सशक्तिकरण प्रदेश की अर्थव्यवस्था व्यवस्था को मजबूत करने के लिए जरूरी है. आज हम अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में नई तकनीक के साथ महिलाओं की भागीदारी को बढ़ा सकते है. मिशन शक्ति और UNCDF के बीच समझौता के बाद महिलाओं में डिजिटल सुविधाओं का प्रचलन तेज होगा, साथ ही उन्हें आर्थिक रूप से मदद मिलेगी. मिशन शक्ति सचिव ने कहा कि इस समझौते के साथ स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की आमदनी 3 हजार से 15 हजार प्रतिमाह हो सकती है.

महिलाओं को आर्थिक मदद मिलेगी
वहीं, UNCDF के निदेशक हेनरी डोमेल ने कहा कि हम महिलाओं को नई तकनीक और योजनाओं का प्रतिपालन कर उनके आर्थिक संकट को दूर कर सकते है. साथ ही साथ उन्हें महीने की आर्थिक तंगी से मुक्त कर सकते है. कोविड महामारी के कारण महिलाओं को आर्थिक रूप से घरेलू समस्याओं का सामना करना पड़ा है. इस योजना के साथ उनके सही तरीके से निवेश कर उसका समाधान किया जा सकता है. डोमेल ने विस्तार से कहा कि ओड़िशा की मिशन शक्ति के साथ एमओयू हस्ताक्षर कर हमें खुशी मिली है. इस हस्ताक्षर के साथ सांगठनिक महिलाओं का स्तर बढ़ेगा और उन्हें समय समय पर आर्थिक रूप से मदद करेगा.
ये भी पढ़ें: