ओडिशा में चक्रवाती तूफान “जवाद” के मद्देनजर गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है. अब तक 400 महिलाओं को सुरक्षित हॉस्पिटल पहुंचाया जा चुका है. बंगाल की खाड़ी में बना कम दवाब का क्षेत्र चक्रवाती तूफान 'जवाद' में बदल गया है. भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान के आज उत्तरी आंध्र पद्रेश और ओडिशा तट पर पहुंचने की संभावना है. ऐसे में ओडिशा सरकार ने चक्रवात प्रभावित मुख्यता जिलों के स्थनीय क्षेत्रों की गर्भवती महिलाओं को कोविड-19 नियमों के साथ जिला अस्पताल और दूसरे अस्पतालों में भर्ती करने की प्रक्रिया शुरु कर दी है.
इसी के साथ चक्रवात प्रभावित इलाकों से स्थानीय लोगों को सुरिक्षत स्थान पर पहुंचाने की कवायद जारी है. ओडिशा सरकार चक्रवात जवाद से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है. प्रदेश की सरकार ने कोविड-19 के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए चक्रवात प्रभावित इलाकों की गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित अस्तालों में भर्ती किया है. वहीं, प्रदेश के तटीय इलाकों के जिला के जिलापाल की निगरानी में स्थानीय लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाने की प्रक्रिया जारी है.
कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए अस्पताल में भर्ती किया गया
सरकारी सूत्रों के हवाले से सुबह 9 बजे की रिपोर्ट के मुताबिक, संभावित चक्रवात प्रभावित जिला पुरी से 25 गर्वभती महिलाओं को जिला जिला मुख्यालय अस्पताल और दूसरे नजदीकी अस्पतालों में भर्ती किया गया है. वहीं, गंजाम जिला से 184 गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया गया है. उसी तरह केंद्रपड़ा जिले से 73 गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में भर्ती किया गया है. इसी के साथ खुर्दा जिला से 36, जगतसिंहपुर जिला से 86 और कटक जिला 23 गर्भवती महिलाओं को चक्रवात जवाद के मद्देनजर, कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए नजदीकी अस्पतालों में भर्ती किया गया है. जगतसिंहपुर जिले में अब तक चक्रवात जवाद के मद्देनजर 86 गर्भवती महिलाओं को अस्पताल और 1 को मातृगुहा स्थानांतरित किया गया, जिनमें से 61 ने सुरक्षित बच्चों को जन्म दिया है. जगतसिंहपुर कलेक्टर (DM) पारूल पटवावारी ने आजतक को बताया.
जिला अधिकारियों को दिया आदेश
ओडिशा सरकार ने शुक्रवार को प्रेस रिलीज जारी कर संभावित चक्रवात प्रभावित मुख्य छह जिला के जिलाअधिकिरियों को किसी भी तरह की आपदा के लिए पूरी तरह तैयार रहने का निर्देश दिया है. इस जिलों में पुरी, गंजाम, खुर्दा, जगतसिंहपुर, केंद्रपड़ा और कटक का नाम शामिल है. साथ ही राज्य सरकार ने इन छह जिलों के जिला अधिकारियों को चक्रवात के मद्देनजर ने लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का आदेश दिया है.