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पिछले 2 दिनों में तेल कंपनियों ने नहीं बढ़ाई कीमतें, पेट्रोल-डीजल के रेट कम होने से लोगों को राहत

पेट्रोल-डीजल पर केंद्र सरकार की तरफ से एक्साइज ड्यूटी कम करने के बाद लोगों को काफी राहत हुई है. अच्छी बात ये भी है कि पिछले दो दिनों में तेल कंपनियों की तरफ से पेट्रोल-डीजल के रेट नहीं बढ़ाए गए हैं.

पेट्रोल-डीजल के रेट पेट्रोल-डीजल के रेट
हाइलाइट्स
  • 5 और 6 नवंबर को तेल कंपनियों ने कीमतें नहीं बढ़ाई

  • 3 नवंबर को सरकार ने घटाई थी एक्साइज ड्यूटी

  • 12 राज्य पेट्रोल-डीजल पर वैट कम करने को तैयार नहीं

3 नवंबर यानी दीपावली से एक दिन पहले केंद्र सरकार ने देशवासियों को महंगाई से बड़ी राहत देते हुए पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी कम कर दी थी. इससे पहले पेट्रोल-डीजल की कीमतें लगातार बढ़ रही थी. औसतन हर दिन पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 25 से 30 पैसों का इजाफा हो रहा था.

दो दिनों में तेल कंपनियों ने नहीं बढ़ाई कीमतें
दिवाली पर सरकार की तरफ से महंगाई के मोर्चे पर लिए गए बड़े फैसले के बाद राज्य सरकारों ने भी पेट्रोल-डीजल की कीमतें घटाई. अच्छी खबर ये है कि पिछले दो दिनों में तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल की कीमतें नहीं बढ़ाई है. इससे आम जनता को काफी राहत महसूस हो रही है. 5 और 6 नवंबर को किसी राज्य में पेट्रोल-डीजल की कीमतें नहीं बढ़ी. ज्यादातर राज्यों ने पेट्रोल और डीजल पर वैट भी कम किए जिससे लोगों को और राहत मिली है.

12 राज्य वैट घटाने को तैयार नहीं
कर्नाटक, बिहार और मध्य प्रदेश को छोड़ बाकी एनडीए शासित राज्यों ने पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले वैट को कम किया है. लेकिन, 12 राज्य पेट्रोल-डीजल पर वैट घटाने को तैयार नहीं हैं. इन राज्यों का कहना है कि ऐसा करने से उन्हें आर्थिक रूप से नुकसान हो सकता है.

जिन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने पेट्रोल और डीजल के वैट में कोई कमी नहीं की है, उसमें महाराष्ट्र, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल, मेघालय, झारखंड, छत्तीसगढ़, पंजाब, राजस्थान और अंडमान निकोबार शामिल हैं. ओडिशा एकमात्र ऐसा राज्य है जहां विपक्ष की सरकार है और जहां पेट्रोल और डीजल दोनों पर वैट में 3 रुपये प्रति लीटर की कमी की घोषणा की गई है.