ओम बिरला लगातार दूसरी बार लोकसभा स्पीकर चुने गए. उन्होंने इंडिया ब्लॉक के 'के सुरेश' को हराया. पीएम मोदी ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि आप जीतकर आए और नया इतिहास रचा है. बता दें कि ओम बिरला बीजेपी के पहले नेता हैं जो लगातार दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष बने हैं. वह कोटा लोकसभा सीट से लगातार तीसरी बार जीतकर संसद पहुंचे हैं. ऐसे में हम आपको बता रहे हैं कि उनका राजनीतिक करियर कैसा रहा है.
ध्वनिमत से चुने गए लोकसभा स्पीकर
ओम बिरला ध्वनिमत से लोकसभा स्पीकर चुने गए हैं. क्योंकि विपक्ष ने वोटिंग की मांग नहीं की थी औ न ही विरोध किया. यहां आपको बताते चलें कि अगर ओम बिरला लगातार 5 साल तक इस पद पर बने रहते हैं तो ऐसा करने वाले देश के पहले सांसद होंगे. क्योंकि देश के इतिहास में कोई भी सांसद दो कार्यकाल तक लगातार स्पीकर नहीं रहा है. एक मात्र सांसद नीलम संजीव रेड्डी दो बार लोकसभा अध्यक्ष जरूर रहे लेकिन लगातार नहीं रहे.
छात्र राजनीति से उभरे नेता हैं बिरला
4 दिसंबर 1962 को ओम बिरला का जन्म हुआ. उनके राजनीतिक सफर की शुरुआत 17 साल की उम्र से शुरू हुई. 1979 में छात्रसंघ के अध्यक्ष बने. पहला विधानसभा चुनाव उन्होंने 2003 में कोटा दक्षिण से जीता. इस चुनाव में उन्होंने कांग्रेस नेता शांति धारीवाल को 10,101 वोटों से हराया था. इसके बाद वाले चुनाव 2008 में उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार राम किशन वर्मा को 24 हजार 300 वोटों से हराया. 2013 के चुनाव में वह फिर से जीतकर विधानसभा पहुंचे. इस चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के पंकज मेहता को हराया.
2024 में बड़ी जीत दर्ज कर पहुंचे संसद
2014 में पहली बार उन्होंने लोकसभा का चुनाव लड़ा. कोटा-बूंदी लोकसभा सीट पर उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी इज्यराज सिंह को 2 लाख से अधिक वोटों से हराया था. 2019 में फिर से उन्हें जीत मिली और पहली बार लोकसभा के अध्यक्ष बनाए गए. बताते चलें कि वह निर्विरोध स्पीकर चुने गए थे. इस बार के चुनाव यानी 2024 में उन्होंने बड़ी जीत हासिल की. प्रहलाद गुंजन को 4 लाख 19 हजार 74 वोटों से हराकर वह संसद पहुंचे. कोटा सीट का इतिहास देखें तो ओम बिरला से पहले एक मात्र नेता वैद्य दाऊदयाल जोशी जी थे जिन्होंने लगातार तीन बार विधानसभा और तीन बार लोकसभा चुनाव जीता था.