कोलकाता में एक महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में शनिवार को देशभर में डॉक्टर स्ट्राइक पर रहेंगे. इस कारण देशभर के अस्पतालों में ज्यादातर सेवाएं बंद रहेंगी.
भारत में मेडिकल स्टाफ की सबसे बड़ी संस्था इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने इस स्ट्राइक की घोषणा की थी. शनिवार सुबह छह बजे से शुरू होने वाली यह स्ट्राइक पिछले एक दशक में देश की सबसे बड़ी हड़ताल हो सकती है.
सनद रहे कि नौ अगस्त को कोलकाता के आरजी कार अस्पताल में 31 साल की एक पोस्टग्रैजुएट ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी गई थी. इसी के बाद देशभर में डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन और स्ट्राइक शुरू की हैं.
क्या खुला, क्या बंद रहेगा?
देशभर में डॉक्टरों की हड़ताल शनिवार सुबह छह बजे से शुरू होकर रविवार सुबह छह बजे तक चलेगी. इस दौरान निजी और सरकारी दोनों तरह के अस्पतालों के ज्यादातर विभाग बंद रहेंगे. इसमें आउटपेशेंट डिपार्टमेंड (OPD) और वैकल्पिक सर्जरी (जो इमरजेंसी की श्रेणी में नहीं आतीं) के विभाग भी शामिल हैं.
अस्पतालों में इमरजेंसी केयर और गंभीर मामलों के उपचार जैसी बेहद जरूरी सेवाएं जारी रहेंगी. किसी दुर्घटना (Casualty) से जुड़े मामलों के लिए भी अस्पतालों में सेवाएं आम दिनों की तरह जारी रहेंगी. इसके अलावा यह स्ट्राइक मॉडर्न मेडिसिन के क्षेत्र में काम करने वाली सभी डॉक्टरों के लिए है, चाहे वह सरकारी अस्पतालों में काम करते हैं या निजी क्षेत्र में.
क्या हैं डॉक्टरों की मांगें?
आईएमए ने हड़ताल का ऐलान करते हुए सरकार के सामने पांच मांगें रखी हैं. आईएमए ने सरकार से अनुरोध किया है कि मेडिकल सेक्टर में काम करने वालों के खिलाफ होने वाली हिंसा को संज्ञान में लिया जाए और इसके खिलाफ पॉलिसी तैयार की जाए. डॉक्टरों के रहने और काम करने की स्थिति में बदलाव किया जाए. 36 घंटे की शिफ्ट में बदलाव किए जाएं.
आईएमए ने यह भी कहा है कि अस्पतालों को सेफ जोन घोषित किया जाए. डॉक्टरों के साथ-साथ अस्पतालों पर होने वाले हमलों को भी पॉलिसी के स्तर पर संज्ञान में लिया जाए. आईएमए की यह मांगें आरजी कार अस्पताल में हालिया प्रोटेस्ट के दौरान डॉक्टरों पर हुए हमलों के बाद सामने आई हैं. गुरुवार रात जब रेसिडेंट डॉक्टर अस्पताल में प्रोटेस्ट कर रहे थे तब एक अनजान भीड़ ने अस्पताल में घुसकर डॉक्टरों के साथ मारपीट की. हॉस्पिटल में तोड़फोड़ को भी अंजाम दिया.
देशभर में साथ आए डॉक्टर
आईएमए की हड़ताल का असर शनिवार सुबह देशभर में दिख रहा है. जहां कुछ अस्पतालों में ओपीडी बंद होने के कारण सन्नाटा पसरा हुआ है, वहीं कुछ जगहों पर रेसिडेंट डॉक्टर और मेडिकल विद्यार्थी अपनी मांगों के लिए प्रदर्शन करते नजर आए. इस बीच, दिल्ली के गुरू टेग बहादुर अस्पताल ने भी साफ किया कि वह 17 अगस्त को प्रोटेस्ट जारी रखेगा.
सिलीगुड़ी
तमिलनाडु
कोलकाता