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Raksha Bandhan: पाकिस्तान में जन्मी महिला PM Modi को 30वीं बार बांधेंगी राखी, करेगी अहमदाबाद से दिल्ली का सफर, जानिए Qamar Sheikh की कहानी

पाकिस्तान में कराची शहर के मुस्लिम परिवार में कमर शेख का जन्म हुआ है. साल 1981 में कमर शेख की शादी मोहसीन शेख से हुई, तब से वह भारत में आकर बस गईं. कमर शेख साल 1990 यानी पिछले 35 सालों से पीएम मोदी के संपर्क में हैं.

Qamar Sheikh (Photo/Atul Tiwari) Qamar Sheikh (Photo/Atul Tiwari)
हाइलाइट्स
  • 29 साल पहले बनाया पीएम मोदी को अपना भाई

  • अपने हाथों से बनाती हैं पीएम के लिए राखी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) को पिछले 29 सालों से अपना भाई मानकर उन्हें राखी बांध रहीं कमर शेख (Qamar Sheikh) एक बार फिर 19 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन उन्हें राखी बांधने दिल्ली जाने की तैयारी कर रही हैं. यह लगातार 30वां साल होगा जब कमर शेख पीएम मोदी की कलाई पर राखी बाधेंगी. 

कमर शेख का जन्म पाकिस्तान में कराची शहर के मुस्लिम परिवार में हुआ है. साल 1981 में कमर शेख की शादी मोहसीन शेख से हुई, तब से वह भारत में आकर बस गईं. कमर शेख साल 1990 यानी पिछले 35 सालों से पीएम मोदी के संपर्क में हैं. पीएम मोदी को वह अपना भाई और पीएम मोदी उन्हें अपनी बहन मानते हैं. रक्षाबंधन के त्योहार को ध्यान में रखकर कमर शेख पीएम मोदी के लिए अपने हाथों से ही राखी बनाती है और पीएम मोदी अपनी कलाई पर कमर शेख से राखी बंधवाते हैं. 

अगल हफ्ते जब सोमवार को रक्षाबंधन का त्योहार आएगा तब हर साल की तरह इस साल भी कमर शेख पीएम मोदी को राखियां भेजेंगी. कमर शेख ने जीएनटीटीवी.कॉम से कहा, "मैं अपने भाई के लिए राखी बाजार से नहीं खरीदती, खुद अपने हाथों से हर साल रक्षाबंधन के पहले कई राखी बनाती हूं और अंत में मुझे जो सबसे ज्यादा पसंद आती है, वह राखी मैं उनकी कलाई में बांधती रही हूं." 

कैसी है इस बार की राखी
इस बार 30वें साल पीएम मोदी को राखी बांधने की तैयारी कर रही कमर शेख कहती हैं, "जो राखी मैं इस साल पीएम मोदी को बांधने वाली हूं, वह मैंने वेलवेट पर बनायी है. राखी में मैंने मोती, जरदोसी, टिक्की का इस्तेमाल किया है." कमर ने पीएम मोदी को राखी बांधने दिल्ली जाने के लिए रक्षाबंधन के एक दिन पहले यानी 18 अगस्त का हवाई टिकट लिया हुआ है. 

कमर ने कहा कि कोरोना के पहले तक वह खुद पीएम को राखी बांधने जाती रही हैं लेकिन साल 2020, 2021, 2022 सहित तीन साल कोरोना की वजह से वह खुद पीएम मोदी को राखी बांधने नहीं जा पाई थीं. लेकिन साल 2023 यानी पिछले साल वह खुद अपने पति मोहसीन शेख के साथ पीएम मोदी को राखी बांधने दिल्ली गईं. 

कमर शेख को उम्मीद है कि हर साल की तरह इस साल भी उन्हें रक्षाबंधन के दिन आमंत्रित किया जाएगा. एक बहन के तौर पर कमर शेख अपने भाई पीएम नरेंद्र मोदी के लिए हमेशा की तरह इस साल भी उनकी अच्छी सेहत की दुआ कर रही हैं. साथ ही वह कहती हैं कि पीएम मोदी ने जिस तरह पिछले 10 सालों से जनहित के काम किए हैं, वह उन्हें जारी रखेंगे. 

कैसे हुई पीएम मोदी से मुलाकात?
पीएम मोदी के साथ पिछले 35 सालों से बने भाई-बहन के रिश्ते के बारे में कमर शेख बताती हैं कि साल 1990 में गुजरात के राज्यपाल रहे दिवंगत डॉक्टर स्वरूप सिंह ने पहली बार नरेंद्र मोदी से से उनकी मुलाकात करवाई. डॉक्टर सिंह जब एयरपोर्ट से रवाना हो रहे थे तब कमर उनसे मिलने पहुंची थीं. उस वक्त मोदी भी वहां मौजूद थे. डॉक्टर सिंह ने तब मोदी से कहा था कि कमर शेख उनकी बेटी हैं. यह सुनकर मोदी ने कहा था कि आज से कमर उनकी बहन हैं. इसके बाद से लगातार रक्षाबंधन के त्योहार पर कमर पीएम मोदी को राखी बांधती रही हैं. 

कमर शेख अपने और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच बन चुके भाई-बहन के रिश्ते को लेकर कहती हैं, "पीएम मोदी से जब मेरी पहचान हुई तब वह केवल संघ के एक कार्यकर्ता हुआ करते थे. तब उन्हें राखी बांधते समय एक बार मैंने कहा था कि मैं दुआ करती हूं कि एक दिन आप गुजरात के मुख्यमंत्री बनें.  यह सुनकर मोदी खूब हंस पड़े थे."

वह बताती हैं, "जब मेरी दुआ हकीकत में बदल गई तब रक्षाबंधन पर उन्होंने मुझसे पूछा कि अब अपने भाई के लिए क्या दुआ मांगी है? मैंने उनसे कहा कि अपने भाई नरेंद्र मोदी के लिए देश का प्रधानमंत्री बनने की दुआ मांगी है. मैं खुशकिस्मत हूं कि मेरी दुआ कुबूल हुई है. वह आज लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बन चुके हैं."