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इस ट्रेन के लेट होने पर यात्रियों को वापस मिलता है रिफंड, हवाई जहाज की तरह हैं सुविधाएं

देश में एक ऐसी ट्रेन चलती है जिसके लेट होने पर यात्रियों को रिफंड मिलता है. चाहे ट्रेन किसी भी कारण से लेट हुई है. हाल में इस ट्रेन के लेट होने पर करीब 1343 यात्रियों को रिफंड मिला.

IRCTC Tejas Train IRCTC Tejas Train
हाइलाइट्स
  • एक घंटे लेट होने पर 100 रुपये रिफंड

  • इस ट्रेन को IRCTC संचालित करती है.

कोहरे का कहर लगातार जारी है और ऐसे में कोहरे ने ट्रेनों की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है. आलम यह है कि अपने सही समय से चलने के लिए मशहूर राजधानी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें भी 12 -12 घंटों की देरी से चल रही है. यही नहीं कोहरे के चलते तेजस एक्सप्रेस की ट्रेनें भी लेट होती जा रही है. ट्रेनों की लेटलतीफी के चलते एक तरफ यात्री जहां ट्रेनों के इंतजार में स्टेशन पर परेशान होते हैं. वहीं दूसरी तरफ ट्रेन में सफर करने वालों को भी कई तरह की मुसीबतों का सामना करना पड़ता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमारे देश में एक ऐसी ट्रेन भी चलती है जिसके लेट हो जाने पर यात्रियों को पैसा वापस किया जाता है. आज हम आपको ऐसी ही ट्रेन के बारे में बताने जा रहे हैं.

इतना मिलता है रिफंड
आईआरसीटीसी द्वारा संचालित की जाने वाली तेजस एक्सप्रेस एक ऐसी ट्रेन है. जिसमें हवाई जहाज की तरह से सुविधाएं प्रदान की जाती है. इस ट्रेन को देश के सर्वाधिक सुविधा युक्त ट्रेनों में शुमार किया जाता है. यही नहीं प्रीमियम क्लास के इस ट्रेन को अपने निर्धारित समय से खुलने और गंतव्य तक पहुंचने के लिए जाना जाता है. लेकिन आईआरसीटीसी की व्यवस्था है कि अगर यह ट्रेन किसी भी कारण से अपने गंतव्य तक देरी से पहुंचती है. तो एक निर्धारित धनराशि यात्रियों को रिफंड किया जाता है. आईआरसीटीसी के नियमों के मुताबिक अगर तेजस एक्सप्रेस 1 घंटे की देरी से अपने गंतव्य तक पहुंचती है तो 100 रुपए प्रति यात्री रिफंड किया जाता है. वहीं अगर ट्रेन दो घंटे से ज्यादा की देरी से अगर ट्रेन लेट होती है, तो प्रति यात्री 250 रुपये वापस किए जाते हैं.

रिफंड का यह है प्रोसेस
अगर तेजस एक्सप्रेस किसी भी कारण से अपने गंतव्य तक देरी से पहुंचती है तो इस ट्रेन के यात्री के मोबाइल पर आईआरसीटीसी द्वारा एक मैसेज आता है. उस मैसेज में आईआरसीटीसी का एक लिंक होता है. उस लिंक को ओपन करने के बाद यात्री को अपनी यात्रा संबंधित जानकारी देनी होती है. इसके बाद अगर ट्रेन 1 घंटे लेट है तो सौ रुपए और 2 घंटे या 2 घंटे से ज्यादा लेट है तो ढाई सौ रुपए उस यात्री के उसी अकाउंट में रिफंड आ जाता है. जिस अकाउंट से टिकट बुक किया गया था.

7 जनवरी को 1343 यात्रियों को मिला रिफंड
कोहरे के चलते एक तरफ जहां राजधानी और मेल एक्सप्रेस ट्रेनें कई कई घंटों की देरी से चल रही है. वहीं 7 तारीख को लखनऊ से दिल्ली के लिए जाने वाली 82501 अप तेजस एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से 2 घंटे से ज्यादा की देरी से नई दिल्ली पहुंची थी. लखनऊ से नई दिल्ली जा रही तेजस एक्सप्रेस ट्रेन में कुल 903 यात्री सफर कर रहे थे. यात्रियों को आईआरसीटीसी द्वारा 225750 रुपये का रिफंड किया गया. वापसी में भी यह ट्रेन 7 जनवरी की शाम नई दिल्ली से देरी से खुली और अगले दिन यानी 8 जनवरी को सुबह 8:15 बजे के आसपास लखनऊ पहुंची. दिल्ली से लखनऊ आ रही इस तेजस एक्सप्रेस में कुल 440 यात्री सफर कर रहे थे. जिनको आईआरसीटीसी द्वारा ढाई सौ रुपए प्रति यात्री के हिसाब से 110000 रुपये की धनराशि रिफंड की गई.

इस संदर्भ में जानकारी देते हुए आईआरसीटीसी उत्तरी क्षेत्र के मुख्य प्रबंधक अजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि कोहरे की वजह से लखनऊ से खुलने वाली तेजस एक्सप्रेस को ट्रेन नई दिल्ली पहुंचने में विलंब हो गया था. इसके  साथ ही यह ट्रेन विलंब से दिल्ली पहुंची थी और वहां से वापसी में भी लखनऊ आते-आते ट्रेन लेट हो गई थी. ट्रेन लेट होने की वजह से आईआरसीटीसी के नियमों के मुताबिक 1343 यात्रियों को ढाई ढाई सौ रुपए प्रति यात्री रिफंड किया गया.