यात्री अब डीजी यात्रा की सुविधा का लाभ बिना मोबाइल ऐप डाउनलोड किए भी उठा सकेंगे. जी हां, भारत सरकार ने दिल्ली आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल थ्री (T3) पर ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेन सुविधा शुरू की है. केवल पांच मिनट का ये रजिस्ट्रेशन प्रोसेस चेक इन में लगने वाले 25 मिनट को कम कर देगा.
कई बार छूट जाती है फ्लाइट
यात्री एयरपोर्ट पर चेक इन की लंबी लाइन को लेकर बेहद परेशान रहते हैं. कई बार तो फ्लाइट तक छूट जाती है लेकिन अब आपका समय भी बचेगा और आपकी फ्लाइट भी नहीं छूटेगी. डीजी यात्रा का नाम तो हर किसी ने सुना होगा, लेकिन अब इसे और भी जायदा अपग्रेड कर दिया गया है. आसान भाषा में समझा जाए तो अब आपको चेक इन करने के लिए इस ऐप को फोन में डाउनलोड करने की जरूरत नहीं है. बस आपके चेहरे और बोर्डिंग पास के जरिए आप आसानी से चेक इन कर सकते हैं. डीजी यात्रा की सुविधा से ही यात्री की पहचान हो जाएगी, जिससे समय की बचत होगी.
क्या है डीजी यात्रा
डीजी यात्रा एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जो एयरपोर्ट में होने वाली लंबी बोर्डिग की प्रक्रिया को काफी तेज और सरल बना देगी. डीजी यात्रा की मदद से यात्री का चेहरा ही उसकी पहचान होगा. यात्री बिना किसी आईडी और बोर्डिग पास के एयरपोर्ट में चेक इन कर सकेंगे.
एयरपोर्ट पर कैसे करें ऑफलाइन पंजीकरण
डीजी यात्रा में पंजीकरण के बाद यात्री का चेहरा ही उसकी पहचान बन जाएगा. अगर यात्री के पास स्मार्ट फोन नहीं है तो अब वो एयरपोर्ट पर ही डीजी यात्र वन टाइम रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. यात्री को बोर्डिंग पास के साथ-साथ एक आईडी कार्ड देना होगा फिर यात्री की एक फोटो खींची जाएगी और उसका रजिस्ट्रेशन पूरा हो जाएगा. इसके बाद फेस स्कैनर की मदद से केवल एक मिनट में चेक इन कर पाएंगे.
इस तरह से डीजी आईडी हो जाएगी जनरेट
डीजी यात्रा मोबाइल ऐप को किसी भी एंड्रॉयड और आई फोन पर प्लेस्टोर से निशुल्क डाउनलोड किया जा सकता है. आधार कार्ड से जुड़े मोबाइल नंबर और ई-मेल से पंजीकरण करना होगा. फिर वॉलेट विकल्प पर जाकर अपना कोई भी आईडी प्रूफ जैसे आधार कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस को अपलोड करना होगा. इसके बाद नेक्स्ट स्टेप में अपनी एक स्लेफी अपलोड करनी होगी और इसे आपकी एक डीजी आईडी जनरेट हो जाएगी. टिकट खरीदते समय इस आईडी को यात्री को साझा करना होगा फिर डिपार्चर वाले हवाई अड्डे को यात्री की सारी जानकारी एयरलाइंस के जरीए मिल जाएगी.