केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक्स पर जानकारी दी कि केंद्र ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2 रुपये की कटौती की है. यह घोषणा लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले की गई है.संशोधित कीमत 15 मार्च सुबह 6 बजे से प्रभावी होगी.
क्या हैं नए रेट?
मंत्री ने कहा,"पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2 रुपये की कमी करके देश के यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि करोड़ों भारतीयों के अपने परिवार का कल्याण और सुविधा हमेशा उनका लक्ष्य है." उन्होंने कहा कि सबसे बड़े तेल संकट के बावजूद, "भारत में पेट्रोल की कीमतें पिछले ढाई साल में 4.65 फीसदी कम हो गईं." मंत्री ने कहा कि 14 मार्च को औसतन पेट्रोल की कीमत 94 रुपये प्रति लीटर थी, जबकि डीजल की कीमत 87 रुपये प्रति लीटर थी.
इससे पहले अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रसोई गैस की कीमतों में प्रति सिलेंडर 100 रुपये की कटौती की घोषणा की थी. कीमत में कटौती से लगभग 33 करोड़ परिवारों को लाभ होगा जो खाना पकाने के ईंधन के रूप में एलपीजी का उपयोग करते हैं.
राजस्थान में बड़ी राहत
केंद्र सरकार के इस फैसले से पहले राजस्थान में भजनलाल सरकार ने आमजन को बड़ी राहत दी.साथ ही सरकारी कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है.राज्य सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर वैट 4 फीसदी कम कर दिया है. इससे पेट्रोल 1.40 रुपये से लेकर 5.30 रुपये तक सस्ता हो गया है. वहीं, डीजल 1.34 रुपये से लेकर 4.85 रुपये तक सस्ता हो गया है.पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी से उपभोक्ता खर्च बढ़ेगा और डीजल से चलने वाले 58 लाख से अधिक भारी माल वाहनों,6 करोड़ कारों और 27 करोड़ दोपहिया वाहनों की परिचालन लागत कम हो जाएगी.
पेट्रोल और डीजल की कीमतें कम होने से नागरिकों को कई तरह के फायदे होंगे, जैसे...
-अधिक डिस्पोजेबल इनकम
- पर्यटन और यात्रा उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा.
- महंगाई पर नियंत्रण होगा.
-उपभोक्ता विश्वास और खर्च में वृद्धि होगी.
-परिवहन पर निर्भर व्यवसायों के लिए खर्च में कमी आएगी.
-लॉजिस्टिक्स,मैन्युफैक्चरिंग और खुदरा क्षेत्रों में लाभ देखने को मिलेगा
-किसानों के लिए ट्रैक्टर संचालन और पंप सेट पर व्यय कम होगा.