पंजाब विधानसभा में राज्य के वित्त मंत्री हरपाल चीमा मंगलवार को जब बजट पेश करने पहुंचे तो इस दौरान एक खूबसूरत तस्वीर देखने को मिली. दरअसल हरपाल चीमा ने जो डिजिटल टैब पकड़ा हुआ था वह एक फुलकारी में लिपटा हुआ था. फुलकारी पंजाब और पंजाबी सभ्यता की एक बेसकीमती निशानी है जिसको महिलाएं हर खुशी के समय अपने सिर पर ओढ़ती हैं.
पंजाब सरकार के बजट में डिजिटल टैब के कवर के तौर पर इस्तेमाल होने वाली फुलकारी संगरूर की लड़कियों ने तैयार की थी. इन लड़कियों का कहना है कि उन्हें बहुत खुशी है कि उनके हाथ की बनी फुलकारी से पंजाब सरकार का बजट ढंका गया था.
संगरूर के दिडबा की रहने वाली मनदीप कौर ने बताया कि उनको बहुत खुशी हुई कि उनकी लड़कियों के हाथ से तैयार की हुई फुलकारी से कवर हुआ डिजिटल टैब लेकर पंजाब के वित्त मंत्री विधानसभा पहुंचे जहां पूरे देश ने तस्वीर को देखा. मनदीप कौर ने बताया कि उन्होंने तकरीबन 3 साल पहले लड़कियों को फुलकारी सिखाने और बनाने का काम शुरू किया था. इसमें नाबार्ड की सहायता मिली थी, जिसमें सरकार मदद करती है. आज उनके साथ 370 लड़कियां जुड़ी हुई हैं.
मनदीप ने बताया कि ये लड़कियां अलग-अलग गांव से हैं. किसी गांव में पांच, किसी गांव में 15 लड़कियां हैं जो फुलकारी तैयार करती हैं. इससे इन्हें 6000 से लेकर 10000 रुपये तक की महीने की कमाई भी हो रही है. आज उन्होंने छोटी कंपनी खोल ली है और इसे देश-विदेश में भी भेजा जा रहा है.
फुलकारी का विधानसभा में जाना कैसे संभव हुआ
मनदीप कौर ने बताया की चंडीगढ़ में एक एग्जीबिशन में पंजाब के फाइनेंस मिनिस्टर उनसे मिले थे. तब इन लोगों ने अपने हाथ से तैयार की गई फुलकारी उन्हें दिखाई थी. तब हरपाल चीमा ने उनके लिए भी ऐसी ही फुलकारी बनाने की बात कही. इसके बाद लड़कियों ने अपने हाथों से इस छोटे डिजिटल टैब के कवर को तैयार किया. इसमें पंजाब सरकार का LOGO बनाया गया.
(बलवंत सिंह विक्की की रिपोर्ट)