कोरोना महामारी में बहुत से बच्चों ने अपनी मां, पिता या फिर दोनों को खो दिया. अब जीवन फिर से पटरी पर आ रहा है, लोकिन इन बच्चों के भविष्य की चिंता लगातार बनी हुई है. हालांकि, इन बच्चों के लिए केंद्र सरकार ने एक अच्छी पहल की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना (PM CARES for Children Scheme) के तहत दी जाने वाली सुविधाओं को जारी कर दी हैं.
प्रधानमंत्री ने स्कूल जाने वाले बच्चों को स्कॉलरशिप ट्रांसफर की हैं. साथ ही, बच्चों को पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन की पासबुक और आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत स्वास्थ्य कार्ड सौंपा गया.
साल 2021 में शुरू हुई थी स्कीम
प्रधानमंत्री मोदी ने 29 मई 2021 को इस योजना की शुरुआत की थी. यह योजना उन बच्चों के लिए शुरू की गई जिन्होंने 11 मार्च 2020 से 28 फरवरी 2022 की अवधि के दौरान कोविड-19 महामारी की वजह से अपने माता-पिता या कानूनी अभिभावक या दत्तक माता-पिता या जीवित माता-पिता को खो दिया.
पीएम मोदी ने कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि PM CARES for Children, आप सभी ऐसे कोरोना प्रभावित बच्चों की मुश्किलें कम करने का एक छोटा सा प्रयास है, जिनके माता और पिता, दोनों नहीं रहे हैं. PM CARES for children इस बात का भी प्रतिबिंब है कि हर देशवासी पूरी संवेदनशीलता से आपके साथ है.
इस योजना का उद्देश्य बच्चों के रहने एवं खाने की व्यवस्था करना और शिक्षा एवं छात्रवृत्ति के माध्यम से उन्हें सशक्त बनाना है. साथ ही, बच्चों के 23 साल का होने पर उन्हें 10 लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें. उनके स्वास्थ्य के लिए स्वास्थ्य बीमा भी है. जिसके माध्यम से बच्चों की व्यापक देखभाल और सुरक्षा सुनिश्चित करना है.
मोदी ने कहा कि रोजमर्रा की दूसरी जरूरतों के लिए अन्य योजनाओं के माध्यम से उनके लिए 4 हजार रुपए हर महीने की व्यवस्था भी की गई है. अगर किसी को प्रॉफेशनल कोर्स के लिए, हायर एजुकेशन के लिए एजुकेशन लोन चाहिए होगा, तो PM-CARES उसमें भी मदद करेगा.
इस पोर्टल पर करें आवेदन
बच्चों के पंजीकरण के लिए pmcaresforchildren.in नाम के एक पोर्टल शुरू किया गया है. यह पोर्टल एक सिंगल विंडो सिस्टम है जो बच्चों के लिए अनुमोदन की प्रक्रिया तथा अन्य सभी सहायता व सुविधा प्रदान करता है.