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PM kisan 10th kist latest news: 48 लाख कम हो गई किसानों की संख्या, क्या आपका भी नाम है लिस्ट में, जानिए...

PM Kisan Samman Nidhi Yojana Updates: देश के करोड़ों किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की दसवीं किस्त का इंतजार है. बताया जा रहा है कि सरकार 15 दिसंबर 2021 से 10वीं किस्त योजना के लिए रजिस्टर्ड किसानों के खातों में जमा करना शुरू करेगी. लेकिन इससे पहले एक और जरुरी बात पर गौर करना आवश्यक है. बताया जा रहा है कि पहले के मुकबले इस साल पीएम किसान निधि पाने वाली महिला किसानों की संख्या काफी कम हो गई हैं.

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हाइलाइट्स
  • महिला किसानों की संख्या 48 लाख हुई कम

  • फर्जीवाड़े पर सरकार की सख्ती

देश के करोड़ों किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की दसवीं किस्त का इंतजार है. बताया जा रहा है कि सरकार 15 दिसंबर 2021 से 10वीं किस्त योजना के लिए रजिस्टर्ड किसानों के खातों में जमा करना शुरू करेगी. लेकिन इससे पहले एक और जरुरी बात पर गौर करना आवश्यक है. 

बताया जा रहा है कि पहले के मुकबले इस साल पीएम किसान निधि पाने वाली महिला किसानों की संख्या काफी कम हो गई हैं. दरअसल, पीएम किसान पोर्टल के मुताबिक पहली किस्त के समय महिलाओं की भागीदारी 25.3 फीसदी थी. और नौंवी किस्त के समय यह 21.3 फीसदी रह गई. 

इसका मतलब है कि पहले लगभग 48 लाख महिला किसानों के नाम इस सूची से हटाए गए हैं. अब सवाल है कि आखिर सरकार ने ऐसा क्यों किया है? क्या इसके पीछे कोई धोखाधड़ी है? जी हाँ, धोखाधड़ी तो है लेकिन सरकार नहीं बल्कि नागरिकों की ओर से. 

क्यों घटी महिला किसानों की संख्या: 

दरअसल, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) के तहत हर साल केंद्र सरकार द्वारा सभी किसान परिवारों को 6000 रुपए की मदद की जाती है. ये पैसे तीन अलग-अलग किस्तों में किसान परिवार के बैंक अकाउंट में जमा किए जाते हैं. 

वर्तमान में लगभग 12 करोड़ किसान इस योजना का लाभ उठा रहे हैं. लेकिन इस योजना से जुड़े बहुत से दिशा-निर्देश हैं जिनका ध्यान रखना बहुत ही ज्यादा जरुरी है. जैसे कि यह योजना किसान परिवार के लिए है व्यक्तिगत नहीं.

ऐसे में अगर एक ही परिवार से पति और पत्नी दोनों ने अलग-अलग रेजिट्रेशन किया हुआ है तो योजना का लाभ सिर्फ एक को ही मिलेगा. और सरकार ने अब इस बारे में सख्ती कर दी है कि गलत तरीकों से योजना का लाभ उठा रहे लोगों पर शिकंजा कसा जाए. इसलिए पहली किस्त से नौंवी किस्त तक के बीच महिला किसानों की संख्या कम हुई है. 

कौन नहीं ले सकता इस योजना का लाभ: 

  • योजना में परिवार का आशय पति-पत्नी और अवयस्क बच्चे से है. अगर परिवार में कोई सदस्य अच्छी कमाई कर रहा है और उसकी कमाई टैक्स के अधीन है तो यह परिवार पीएम किसान योजना का पात्र नहीं हो सकता है. 
  • ऐसा परिवार या किसान जो अपनी करोषि योग्य जमीन का इस्तेमाल खेती न करके किसी अन्य काम के लिए कर रहा हो.  
  • ऐसे किसान जो दूसरों की जमीन लीज पर लेकर खेती करते हैं लेकिन खुद जमीन के मालिक नहीं हैं. 
  • ऐसे किसान जो खुद अपनी जमीन पर खेती करते हैं लेकिन उनकी जमीन उनके पिता या दादा के नाम पर है तो वे भी योजना का लाभ नहीं उठा सकते हैं. 
  • ऐसा इंसान जिसके नाम कृषि योग्य जमीन है लेकिन वह किसी सरकारी नौकरी में है या फिर रिटायर हो चुका है. उन्हें भी पीएम किसान योजना का लाभ नहीं मिलेगा. 
  • कोई वर्तमान संसद या पूर्व संसद, विधयक या मंत्री को भी इस योजना का लाभ नहीं मिलता है. 
  • ऐसा किसान परिवार जिसमें कोई सदस्य प्रोफेशनल रजिस्टर्ड डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, या चार्टर्ड अकाउंटेंट है.
  • ऐसा कोई व्यक्ति जिसके नाम कृषि योग्य जमीन है लेकिन उसे 10000 रुपये महीने से अधिक पेंशन मिलती है. 

इस तरह पकड़ा जा सकता है फर्जीवाड़ा:

अगर किसी को यह लग रहा है कि उनका फर्जीवाड़ा प्रशासन की नजर में नहीं आएगा तो आप सोचना गलत है. क्योंकि पीएम किसान योजना (PM Kisan Yojana) के लिए रजिस्टर करते समय सभी का आधार और पैन कार्ड नंबर लिया जाता है. और आधार कार्ड के जरिए प्रशासन पता लगा सकता है कि एक परिवार के दो सदस्य तो योजना का लाभ नहीं ले रहे हैं. 

साथ ही, परिवार की वार्षिक आय का भी पता लगाया जा सकता है. इसलिए अच्छा यही है कि सही तरीके से योजना का लाभ लिया जाए. क्योंकि कई राज्यों में धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ केस कराया जा रहा है.