रविवार को मन की बात के 82 वें संस्करण में राष्ट्र को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि महिला पुलिसकर्मी भारत की लाखों बेटियों के लिए रोल मॉडल बन रही हैं. उन्होंने नई ड्रोन नीति पर भी बात की और 100 करोड़ वैक्सीन मील का पत्थर हासिल करने में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की भूमिका की प्रशंसा की. साथ ही पीएम ने कहा कि आप local खरीदेंगे तो आपका त्योहार भी रोशन होगा और किसी गरीब भाई-बहन, किसी कारीगर, किसी बुनकर के घर में भी रोशनी आएगी.
अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 82 वें संस्करण में राष्ट्र को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने पुलिस अनुसंधान और विकास ब्यूरो के आंकड़ों का हवाला दिया, जिससे पता चलता है कि पिछले कुछ वर्षों में महिला पुलिस कर्मियों की संख्या दोगुनी हो गई है.
"2014 में जहां उनकी संख्या 1.5 लाख के करीब थी, वहीं 2020 तक यह दोगुनी से भी ज्यादा बढ़ गई और अब यह संख्या 2.15 लाख तक पहुंच गई है. उन्होंने कहा कि "पिछले सात साल में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में भी महिलाओं की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है." पीएम ने कहा कि "मैं केवल संख्या के बारे में बात नहीं कर रहा हूं. आज, देश की बेटियां पूरी ताकत और जोश के साथ कठिन से कठिन कर्तव्यों को भी निभा रही हैं."
उन्होंने आगे कहा कि महिला सुरक्षा कर्मियों की उपस्थिति स्वाभाविक रूप से लोगों, विशेषकर महिलाओं में आत्मविश्वास की भावना पैदा करती है.
प्रधानमंत्री ने कहा, "महिला सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी से लोगों में, विशेषकर महिलाओं में सहज ही एक विश्वास पैदा होता है. वे उनसे स्वाभाविक रूप से खुद को जुड़ा महसूस करती हैं. महिलाओं की संवेदनशीलता की वजह से भी लोग उन पर ज्यादा भरोसा करते हैं."
वैक्सीन की सफलता पर बोले पीएम
पीएम मोदी ने वैक्सीन की सफलता के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की 'अथक मेहनत' के लिए भी सराहना की. जैसा कि भारत ने 22 अक्टूबर को 100 करोड़ वैक्सीन लगाने के मील के पत्थर को पार किया, पीएम मोदी ने इसे लाखों स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत का परिणाम बताया. उन्होंने प्रत्येक भारतीय के प्रति आभार व्यक्त किया "जिन्होंने 'सभी के लिए वैक्सीन-मुक्त वैक्सीन' अभियान को सफलता की इतनी ऊंचाइयां दीं."
उन्होंने कहा कि "हमारे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने अपने अथक प्रयासों और संकल्प के माध्यम से, एक नया उदाहरण स्थापित किया. उन्होंने दृढ़ संकल्प के माध्यम से मानवता की सेवा में एक नया मानदंड स्थापित किया. उनके असंख्य उदाहरण हैं जो बताते हैं कि कैसे उन्होंने सभी बाधाओं को पार किया और एक सुरक्षा कवच प्रदान किया.
पीएम मोदी ने कहा, 100 करोड़ कोविड -19 टीकाकरण के बाद, देश नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहा है. "मैं अपने देश के लोगों की क्षमताओं से अवगत हूं. मुझे पता था कि हमारे स्वास्थ्य कार्यकर्ता कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. अपने देशवासियों का टीकाकरण करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. हमारे टीकाकरण कार्यक्रम की सफलता दुनिया के सामने भारत की क्षमता को दर्शाती है."
महिला सशक्तिकरण
पीएम मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे भारत के एक प्रतिनिधि ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार मसौदे की सार्वभौमिक घोषणा पर आपत्ति जताई, जब 1947-48 में यूएन ह्यूमन राइट्स का यूनिवर्सल डिक्लेरेशन तैयार हो रहा था, तो उस डिक्लेरेशन में लिखा जा रहा था कि ऑल मैन आर क्रिएटेड इक्वल. लेकिन भारत के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस पर आपत्ति जताई. इसके बाद इसे ऑल ह्यूमन आर क्रिएटेड इक्वल लिखा गया.
मोदी ने कहा कि "यह भारत की सदियों पुरानी लैंगिक समानता की परंपरा के अनुरूप था. क्या आप जानते हैं कि श्रीमती हंसा मेहता वह प्रतिनिधि थीं, जिनकी वजह से यह संभव हुआ? उसी समय, एक अन्य प्रतिनिधि, लक्ष्मी मेनन ने लैंगिक समानता के मुद्दे पर दृढ़ता से अपने विचार रखे. और इतना ही नहीं, 1953 में, विजया लक्ष्मी पंडित संयुक्त राष्ट्र महासभा की पहली महिला अध्यक्ष बनीं."
उन्होंने आगे संयुक्त राष्ट्र के बढ़ते प्रभाव और शक्ति में महिलाओं की भूमिका की प्रशंसा की.
नई ड्रोन नीति को लेकर पीएम ने कही ये बात
नई ड्रोन नीति के बारे में बात करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि लोगों की कल्पना पर कब्जा करने वाली चीजों में से एक भारत में ड्रोन का उपयोग है और कैसे युवा और स्टार्ट-अप की दुनिया इस विषय में बहुत रुचि रखती है.
"ड्रोन सेक्टर बहुत सारे प्रतिबंधों और विनियमों से भरा था. यह हाल के दिनों में बदल गया है. नई ड्रोन नीति पहले से ही शानदार परिणाम दिखा रही है." पीएम ने कहा कि "भारत दुनिया में ऐसा पहला देश है, जो ड्रोन की मदद से अपने गांवों में भूमि का डिजिटल रिकॉर्ड तैयार कर रहा है."
प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि सरकार ने ड्रोन तकनीक की परिभाषा को फिर से परिभाषित किया है जो अब केवल सेना की लड़ाई तक सीमित नहीं है.
पीएम मोदी ने कहा, "बुनियादी ढांचे के साथ, हम अब कृषि और कोविड -19 टीकाकरण आपूर्ति के लिए इस तकनीक का उपयोग कर रहे हैं. भारत परिवहन के लिए ड्रोन का उपयोग करने पर काम कर रहा है, चाहे वह घर पर सामान की डिलीवरी के लिए हो या आपात स्थिति के दौरान सहायता या कानून व्यवस्था की निगरानी के लिए. जल्द ही, ड्रोन ऐसी सभी जरूरतों के लिए तैनात किया जाएगा. पहले इस क्षेत्र में इतने नियम, कानून और प्रतिबंध लगाए गए थे कि ड्रोन की वास्तविक क्षमता का उपयोग करना भी संभव नहीं था."
उन्होंने कहा कि मानसिकता को बदलने और नए रुझानों को अपनाने के उद्देश्य से, सरकार ने इस साल 25 अगस्त को एक नई ड्रोन नीति पेश की.
पीएम ने सफाई पर बात करते हुए कहा कि जहाँ सफाई है, वहाँ स्वास्थ्य है, जहाँ स्वास्थ्य है, वहाँ सामर्थ्य है और जहाँ सामर्थ्य है, वहाँ समृद्धि है. इसलिए तो देश स्वच्छ भारत अभियान पर इतना जोर दे रहा है. उन्होंने कहा कि स्वच्छता के प्रयास तभी पूरी तरह सफल होते हैं जब हर नागरिक स्वच्छता को अपनी जिम्मेदारी समझें. "और हाँ मैं जब स्वच्छता की बात करता हूँ तब कृपा कर के Single Use Plastic से मुक्ति की बात हमें कभी भी भूलना नहीं है."
त्योहारों में local Products खरीदें - पीएम मोदी
मोदी ने कहा कि "मुझे पूरा भरोसा है जो मुहिम हम सबने मिलकर शुरू की है, इस बार त्योहारों में और भी मजबूत होगी. आप अपने यहाँ के जो local products खरीदें, उनके बारे में social media पर share भी करें. अपने साथ के लोगों को भी बताएं." उन्होंने कहा कि कहा कि आप local खरीदेंगे तो आपका त्योहार भी रोशन होगा और किसी गरीब भाई-बहन, किसी कारीगर, किसी बुनकर के घर में भी रोशनी आएगी.
बता दें कि 'मन की बात' कार्यक्रम आमतौर पर हर महीने के आखिरी रविवार को प्रसारित होता है, इस बार दूसरे-आखिरी रविवार को प्रसारित किया गया. कार्यक्रम से पहले, पीएम मोदी ने ट्वीट किया, "इस महीने, मन की बात कार्यक्रम 24 तारीख को होगा. मैं आप सभी को इस महीने के एपिसोड के लिए अपने विचार साझा करने के लिए आमंत्रित करता हूं."
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