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PM Modi In USA: स्टैंडिंग ओवेशन, तालियां, ठहाके के बीच लोकतंत्र से लेकर आतंक तक का जिक्र... मोदीमय हुआ अमेरिकी संसद

PM Modi addresses USA Congress: ओवल ऑफिस में जो बाइडेन के साथ द्विपक्षीय वार्ता करने के बाद प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित किया. नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी कांग्रेस को अपने संबोधन में यूक्रेन, आतंकवाद, अमेरिका के साथ रक्षा संबंधों और बहुत कुछ के बारे में बात की.

PM Modi In US PM Modi In US
हाइलाइट्स
  • लोकतंत्र वह विचार है जो बहस और चर्चा का स्वागत करता है- पीएम मोदी

  • यह युद्ध का युग नहीं है. यह संवाद और कूटनीति का युग है- पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित किया. पीएम मोदी दो बार ऐसा संबोधन करने वाले दुनिया के तीसरे नेता बन गए हैं. पीएम मोदी ने इससे पहले 2016 में बराक ओबामा प्रशासन के दौरान अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित किया था. यह निमंत्रण दर्शाता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन भारत-अमेरिका संबंधों और पीएम मोदी के साथ उनकी दोस्ती को बहुत महत्व देते हैं. 

अमेरिकी सीनेट में बहुमत के नेता चक शूमर और प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष केविन मैक्कार्थी ने कैपिटल हिल में पीएम मोदी का स्वागत किया, जहां सांसदों ने खड़े होकर उनका अभिनंदन किया. अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र में पीएम मोदी के संबोधन पर कुल 15 स्टैंडिंग ओवेशन और 79 बार तालियां बजीं. 

पीएम मोदी को मिला स्टैंडिंग ओवेशन

यहां हम आपको बता रहे हैं कि अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने अलग-अलग मुद्दों पर क्या-क्या बातें कहीं. 

  • उन्होंने कहा, "अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करना हमेशा एक बड़ा सम्मान होता है. ऐसा दो बार करना एक असाधारण विशेषाधिकार है. इस सम्मान के लिए, मैं भारत के 1.4 बिलियन लोगों के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त करता हूं. 
  • मैं देख रहा हूं कि आप में से लगभग आधे लोग 2016 में यहां थे. मैं पुराने दोस्तों और नए दोस्तों का उत्साह भी देख सकता हूं. 
  • बहुत कुछ बदल गया है. मैं सात गर्मियों पहले यहां आया था, लेकिन बहुत कुछ वैसा ही है, जैसे भारत और अमेरिका के बीच मित्रता को गहरा करने की हमारी प्रतिबद्धता. 
  • पिछले कुछ सालों में, AI - आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में कई प्रगति हुई है. साथ ही, एक और AI यानी अमेरिका और इंडिया में और भी महत्वपूर्ण विकास हुआ है. 
  • हम एक साथ यह दिखाएंगे कि लोकतंत्र मायने रखता है. हमारी विश्वसनीय साझेदारी इस नई सुबह में सूर्य की तरह है जो चारों ओर प्रकाश फैलाएगी. 
  • जब मैं 2016 में यहां था, मैंने कहा था कि हमारा रिश्ता एक महत्वपूर्ण भविष्य के लिए जरूरी है, वह भविष्य आज है. 

लोकतंत्र और विविधता पर बोले पीएम मोदी, 

> लोकतंत्र की सुंदरता लोगों के साथ निरंतर जुड़ाव, उनकी बात सुनना और उनकी नब्ज को महसूस करना है.

> मुझे आज दुनिया के दो महान लोकतंत्रों - भारत और अमेरिका के बीच रिश्ते का जश्न मनाने के लिए आपको एक साथ आते देखकर खुशी हो रही है.

> मुझे बताया गया है कि समोसा कॉकस अब हाउस का फ्लेवर है. मुझे उम्मीद है कि यह बढ़ेगा और यहां भारतीय व्यंजनों की पूरी विविधता लाएगा (अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और भारतीय मूल के अन्य सीनेटरों का जिक्र करते हुए).

पीएम मोदी ने की कमला हैरिस की तारीफ

> हम महात्मा गांधी और मार्टिन लूथर किंग जूनियर को श्रद्धांजलि देते हैं. हम कई अन्य लोगों को याद करते हैं जिन्होंने स्वतंत्रता, समानता के लिए काम किया और न्याय 

> लोकतंत्र हमारे पवित्र और साझा मूल्यों में से एक है. लोकतंत्र वह भावना है जो समानता और सम्मान का समर्थन करती है. 

> लोकतंत्र वह विचार है जो बहस और चर्चा का स्वागत करता है. लोकतंत्र वह संस्कृति है जो विचार और अभिव्यक्ति को पंख देती है. 

> भारत को प्राचीन काल से ही इन मूल्यों का सौभाग्य प्राप्त है. हम सब मिलकर दुनिया को बेहतर भविष्य और भविष्य को बेहतर दुनिया देंगे. हमारी साझेदारी लोकतंत्र के भविष्य के लिए शुभ संकेत है.

> अमेरिका की नींव समान लोगों वाले राष्ट्र के दृष्टिकोण से प्रेरित थी... यहां लाखों लोग हैं जिनकी जड़ें भारत में हैं, उनमें से कुछ इस कक्ष में गर्व से बैठते हैं.

> मैं धैर्य, अनुनय और नीति की लड़ाइयों से जुड़ सकता हूं. मैं विचारों और विचारधारा की बहस को समझ सकता हूं. लेकिन मुझे यह देखकर खुशी हो रही है कि आप दो महान लोकतंत्रों - भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच संबंधों का जश्न मनाने के लिए एक साथ आए हैं. 

> भारत दुनिया में सभी धर्मों का घर है और हम उन सभी का जश्न मनाते हैं. भारत में विविधता से जीवन जीने का एक स्वाभाविक तरीका है, आज दुनिया भारत के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानना चाहती है. 

> जब मैं प्रधानमंत्री के रूप में पहली बार अमेरिका गया था, तब भारत दुनिया की 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था. आज भारत 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. भारत जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा. हम न केवल बड़े हो रहे हैं बल्कि तेजी से भी बढ़ रहे हैं. जब भारत बढ़ता है तो पूरी दुनिया बढ़ती है. 

> हमारे पास 2,500 से अधिक राजनीतिक दल हैं. भारत के विभिन्न राज्यों में लगभग 20 अलग-अलग पार्टियां शासन करती हैं. हमारी 22 आधिकारिक भाषाएं और हज़ारों बोलियां हैं, फिर भी हम एक स्वर में बोलते हैं.  

आज भारत 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है- पीएम मोदी


> पिछले साल भारत ने आज़ादी के 75 साल पूरे होने का जश्न मनाया. हर उपलब्धि महत्वपूर्ण है लेकिन यह विशेष था. हमने किसी न किसी रूप में हजारों वर्षों के विदेशी शासन के बाद अपनी 75 वर्षों की स्वतंत्रता की उल्लेखनीय यात्रा का जश्न मनाया. यह सिर्फ लोकतंत्र का उत्सव नहीं था, बल्कि विविधता का भी था. 

विकास और जलवायु परिवर्तन पर पीएम मोदी ने कहा, 

> भारत का दृष्टिकोण सिर्फ महिलाओं को लाभ पहुंचाने वाला विकास नहीं है. यह महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास का है, जहां महिलाएं प्रगति की यात्रा का नेतृत्व करती हैं. 

> लोकतंत्र, समावेश और स्थिरता की भावना हमें परिभाषित करती है. भारत अपने प्लेनेट या ग्रह के लिए जिम्मेदार होते हुए भी विकास कर रहा है. पृथ्वी हमारी माता है और हम उसकी संतान हैं. भारतीय संस्कृति पर्यावरण और हमारे ग्रह का गहरा सम्मान करती है. हम अपनी पेरिस प्रतिबद्धता को पूरा करने वाले एकमात्र जी20 देश बन गए हैं. हमने 2030 के लक्ष्य से 9 साल पहले ही अपने ऊर्जा स्रोतों में नवीकरणीय ऊर्जा का योगदान 40% से अधिक कर दिया. 

> हम 'वसुधैव कुटुंबकम' के मोटो के साथ रहते हैं - दुनिया एक परिवार है. दुनिया के साथ हमारा जुड़ाव हर किसी के फायदे के लिए है. जी20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए भी हमारी यही भावना- एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य दिखाई दी. पिछले सप्ताह, सभी देश संयुक्त राष्ट्र में शांतिरक्षकों के सम्मान में एक स्मारक दीवार बनाने के हमारे प्रस्ताव में शामिल हुए. 

> इस साल पूरी दुनिया सस्टेनेबल फार्मिंग को बढ़ावा देने के लिए International Year of Millets मना रही है. 

> अब, अमेरिका हमारे सबसे महत्वपूर्ण रक्षा साझेदारों में से एक बन गया है, हमारे सहयोग का दायरा अनंत है, हमारे तालमेल की क्षमता असीमित है, और, हमारे संबंधों में केमिस्ट्री सहज है. 

भारत-अमेरिका की निर्णायक साझेदारी

> मैं राष्ट्रपति बिडेन से सहमत हूं कि यह इस सदी की निर्णायक साझेदारी है. क्योंकि यह एक बड़े उद्देश्य को पूरा करता है. 

यूक्रेन विवाद पर पीएम मोदी बोले,

> यूक्रेन कॉन्फलिक्ट के साथ, युद्ध यूरोप में लौट आया है. इस कारण यहां बहुत परेशानी हो रही हैं. लेकिन इसमें महान शक्तियां शामिल हैं इसलिए परिणाम गंभीर होंगे. 

> वैश्विक व्यवस्था संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सम्मान, विवादों के शांतिपूर्ण समाधान और संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान पर आधारित है. 

> जैसा कि मैंने पहले और सीधे कहा है, यह युद्ध का युग नहीं है. यह संवाद और कूटनीति का युग है.

आतंकवाद, भारत-प्रशांत सुरक्षा और संयुक्त राष्ट्र में प्रतिनिधित्व पर पीएम ने कहा,

> 9/11 के दो दशक बाद और मुंबई में 26/11 के एक दशक बाद, कट्टरवाद और आतंकवाद अभी भी पूरी दुनिया के लिए गंभीर खतरा बना हुआ है. 

> आतंकवाद मानवता का दुश्मन है और इसमें कोई किंतु-परंतु नहीं हो सकता. इससे निपटने के लिए हमें आतंक को प्रायोजित और निर्यात करने वाली ऐसी सभी ताकतों पर काबू पाना होगा. 

> हमारी भरोसेमंद साझेदारी इस नई सुबह में सूर्य की तरह है जो चारों ओर रोशनी फैलाएगी. इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की स्थिरता हमारी साझेदारी की केंद्रीय चिंताओं में से एक बन गई है. हम स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत के दृष्टिकोण को साझा करते हैं. 

> हमें बहुपक्षवाद को फिर से लाना चाहिए और बेहतर संसाधनों और प्रतिनिधित्व के साथ बहुपक्षीय संस्थानों में सुधार करना चाहिए जो शासन के हमारे सभी वैश्विक संस्थानों, विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र पर लागू होता है. जब दुनिया बदल गई है, तो हमारी संस्थाओं को भी बदलना होगा. अंतर्राष्ट्रीय कानून पर आधारित एक नई विश्व व्यवस्था के लिए काम करने में, हमारे दोनों देश भागीदार के रूप में सबसे आगे रहेंगे.