PM Suryoday Yojana: प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना के तहत देशभर में एक करोड़ घरों पर रूफटॉप सोलर लगवाए जाएंगे. अयोध्या स्थित राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बाद सोमवार को दिल्ली लौटते ही पीएम मोदी ने इस बड़े फैसले की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर दी. पीएम मोदी ने कहा कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर उनका यह संकल्प और प्रशस्त हुआ कि देशवासियों के घरों की छतों पर उनका सोलर सिस्टम हो.
पीएम ने क्या किया पोस्ट
प्रधानमंत्री ने अपने पोस्ट में कहा, 'सूर्यवंशी भगवान श्री राम के आलोक से विश्व के सभी भक्तगण सदैव ऊर्जा प्राप्त करते हैं. आज अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर मेरा ये संकल्प और प्रशस्त हुआ कि भारतवासियों के घर की छत पर उनका अपना सोलर रूफ टॉप सिस्टम हो. अयोध्या से लौटने के बाद मैंने पहला निर्णय लिया है कि हमारी सरकार 1 करोड़ घरों पर रूफटॉप सोलर लगाने के लक्ष्य के साथ 'प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना' प्रारंभ करेगी. इससे गरीब और मध्यम वर्ग का बिजली बिल तो कम होगा ही, साथ ही भारत ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर भी बनेगा.'
गरीब और मध्यम वर्ग को होगा सबसे अधिक फायदा
प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना से गरीब और मध्यम वर्ग को सबसे अधिक फायदा होगा. उन्हें बिजली के बिल के तौर पर अपनी कमाई का बड़ा हिस्सा खर्च नहीं करना पड़ेगा. पहले ये कहां लगेंगे, इस पर जल्द ही सरकार जल्द रोडमैप पेश कर सकती है.
रूफटॉप सोलर स्थापित करने के लिए हैं काफी संभावनाएं
काउंसिल ऑन एनर्जी, एनवायरनमेंट एंड वॉटर (सीईईडब्ल्यू) के सीनियर प्रोग्राम लीडर नीरज कुलदीप ने बताया कि भारत में रूफटॉप सोलर स्थापित करने के लिए ग्रामीण और शहरी दोनों ही क्षेत्रों में व्यापक संभावनाएं मौजूद हैं. सीईईडब्ल्यू के एक हालिया अध्ययन के अनुसार, तकनीकी रूप से भारतीय घरों में 640 गीगावॉट से ज्यादा रूफटॉप सोलर स्थापित किया जा सकता है. वर्तमान में लगभग 7-8 लाख घरों में रूफटॉप सोलर स्थापित हैं. उन्हें सरकारी पूंजी सब्सिडी कार्यक्रम का लाभ मिला है, जिसके चलते लगभग 4 गीगावॉट सोलर क्षमता प्राप्त हुई है.
जागरूकता अभियान चलाने की है आवश्यकता
1 करोड़ और घरों को सौर ऊर्जा से रोशन करने की सोमवार की नई घोषणा से रूफटॉप सोलर क्षेत्र को चरम बिंदु तक पहुंचाने के लिए जरूरी प्रोत्साहन मिलेगा. रूफटॉप सोलर वाले घरों में 12-14 गुना बढ़ोतरी से 20-25 गीगावॉट अतिरिक्त सौर ऊर्जा क्षमता बढ़ेगी. इससे न केवल राज्यों को बिजली सब्सिडी बचाने, बल्कि विद्युत वितरण कंपनियों (डिस्कॉम्स) की वित्तीय स्थिति को सुधारने में भी मदद मिलेगी. इससे भारत में अक्षय ऊर्जा के ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल का रास्ता तैयार होगा. इसके लिए उचित जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है.
क्या होता रूफटॉप सोलर पैनल
रूफटॉप सोलर पैनल घरों की छतों पर देखे जाते हैं. छतों पर सोलर की प्लेट लगी होती है, इसे ही रूफटॉप पैनल कहते हैं. यह ऐसी तकनीक है जो सूर्य की किरणों से ऊर्जा को सोंखकर बिजली पैदा करती है. पैनल में फोटोवोल्टिक सेल्स लगे होते हैं, जो सौर ऊर्जा को बिजली में तब्दील कर देते हैं. यह बिजली वही काम करती है, जो पावर ग्रिड से आई बिजली करती है. इसके लिए किसी भी तरह के ईंधन जैसे पेट्रोल या डीजल की आवश्यकता नहीं होती.
सोलर पैनल के फायदे
1. सोलर पैनल को अपने घर पर लगाने के कई फायदे हैं. यह पावर ग्रिड से उत्पन्न की गई बिजली से काफी सस्ती और सुविधाजनक है.
2. सोलर सिस्टम की मदद से हम बिजली को अपने घर में पैदा कर सकते हैं.
3. सोलर पैनल की जिंदगी 25 साल के लिए होती है और इन 25 सालों में इसे किसी तरह की मरम्मत या मेंटेनेंस की जरूरत नहीं पड़ती.
4. एक बार सोलर पैनल लगा लें तो लगातार बिजली पाते रहेंगे. इस सिस्टिम को लगाना भी बेहद आसान है.
5. सोलर पैनल को लगाने के लिए हमें जमीन की जरूरत नहीं पड़ती आप इसे छत के किसी भी कोने पर लगा सकते हैं.
6. सोलर पैनल से कोई प्रदूषण नहीं होता. सौर ऊर्जा से ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में कमी आती है, जिससे पर्यावरण संरक्षण होता है.
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद क्या बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा को एक नए युग के आगमन का प्रतीक करार दिया और लोगों से अगले 1000 वर्षों के मजबूत, भव्य और दिव्य भारत की नींव बनाने का आह्वान किया. मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यह अवसर केवल जीत का नहीं बल्कि विनम्रता का है. उन्होंने कहा कि राम मंदिर समृद्ध और विकसित भारत के उदय का गवाह बनेगा.
राम सिर्फ हमारे नहीं हैं... राम तो सबके हैं
आज हमारे राम आ गए हैं! राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद अब यह समय समर्थ-सक्षम और भव्य-दिव्य भारत के निर्माण के लिए संकल्प लेने का है. उन्होंने कहा, राम आग नहीं, राम ऊर्जा हैं. राम विवाद नहीं, राम समाधान हैं. राम सिर्फ हमारे नहीं हैं, राम तो सबके हैं. राम वर्तमान ही नहीं, राम अनंतकाल हैं. यह अनगिनत राम भक्तों के त्याग और तपस्या की पराकाष्ठा का परिणाम है कि आज भारतवासी इस शुभ दिन के साक्षी बने हैं.