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दिल्ली के झुग्गी-झोपड़ी वासियों को मिलेगी अपने नए घर की चाबियां, पीएम मोदी 2 नवंबर को करेंगे 3024 फ्लैटों का उद्घाटन, पब्लिक पार्क से लेकर इलेक्ट्रिक सब-स्टेशन तक मिलेंगी सारी सुविधाएं

दिल्ली के झुग्गी-झोपड़ी वासियों को अपने नए घर की चाबियां मिलने वाली हैं. पीएम मोदी 2 नवंबर को 3024 फ्लैटों का उद्घाटन करने वाले है. इन फ्लैट की मदद से उन सभी लोगों के अंदर मालिकाना हक और सुरक्षा की भावना पैदा हो सकेगी.

झुग्गी-झोपड़ी वासियों को मिलेंगे फ्लैट (प्रतीकात्मक तस्वीर) झुग्गी-झोपड़ी वासियों को मिलेंगे फ्लैट (प्रतीकात्मक तस्वीर)
हाइलाइट्स
  • भूमिहीन झुग्गी-झोपड़ी वासियों को फ्लैटों की चाबियां सौंपेंगे पीएम मोदी

  • फ्लैट देंगे मालिकाना हक और सुरक्षा की भावना

दिल्ली की सर्द रातों से झुग्गी-झोपड़ी वासियों को भी निजात मिल सकेगा. पीएम नरेंद्र मोदी दिल्ली के कालकाजी में स्लमवासियों के लिए नए फ्लैटों का उद्घाटन करने वाले हैं. ये फ्लैट इन-सीटू स्लम रिहैबिलिटेशन' प्रोजेक्ट के तहत दिए जाएंगे. पुनर्वास के लिए 3024 नवनिर्मित ईडब्ल्यूएस फ्लैटों का उद्घाटन 2 नवंबर को किया जाएगा. पीएम मोदी विज्ञान भवन में एक कार्यक्रम में भूमिहीन कैंप में लाभार्थियों को इन फ्लैटों की चाबियां सौंपने वाले हैं. 

फ्लैट देगा मालिकाना हक और सुरक्षा की भावना 

बताते चलें कि सभी के लिए आवास उपलब्ध कराने के लिए दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) द्वारा 376 झुग्गी झोपड़ी समूहों में इन-सीटू झुग्गी पुनर्वास का काम किया जा रहा है. पुनर्वास परियोजना का उद्देश्य झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों को उचित सुविधाओं और सुविधाओं के साथ एक बेहतर और स्वस्थ रहने का वातावरण प्रदान किया जा सके. फ्लैट देने से उन्हें मालिकाना हक मिल सकेगा और उनके अंदर सुरक्षा की भावना भी आएगी.  

क्या है ये प्रोजेक्ट?

आपको बताते चलें कि डीडीए ने कालकाजी एक्सटेंशन, जेलोरवाला बाग और कठपुतली कॉलोनी में ऐसी तीन परियोजनाएं शुरू की हैं. कालकाजी विस्तार परियोजना के अंतर्गत कालकाजी स्थित भूमिहीन शिविर, नवजीवन शिविर और जवाहर शिविर नाम के तीन मलिन बस्ती समूहों का यथास्थान पुनर्वास चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है. पहले चरण के तहत, पास के खाली कमर्शियल सेंटर पर 3024 ईडब्ल्यूएस फ्लैटों का निर्माण किया गया है. भूमिहीन शिविर में झुग्गी-झोपड़ी स्थल को भूमिहीन शिविर के पात्र परिवारों को नए बनाए गए ईडब्ल्यूएस फ्लैटों में पुनर्वासित करके खाली किया जाएगा. इसके बाद, दूसरे चरण में, इस खाली स्थल का उपयोग नवजीवन शिविर और जवाहर शिविर के पुनर्वास के लिए किया जाएगा. 

फ्लैटों में हैं सारी सुविधाएं

गौरतलब है कि इस प्रोजेक्ट का पहला चरण पूरा हो चुका है और 3024 फ्लैट बनकर तैयार हैं. इन फ्लैटों का निर्माण लगभग 345 करोड़ रुपये में किया गया है. ये सभी नागरिक सुविधाओं से लैस हैं, जिसमें विट्रिफाइड फर्श टाइल्स, सिरेमिक टाइल्स, रसोई में उदयपुर ग्रीन मार्बल काउंटर आदि लगाई गई है. पब्लिक पार्क से लेकर इलेक्ट्रिक सब-स्टेशन, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, ड्यूल पानी पाइपलाइन जैसी सार्वजनिक सुविधाएं, स्वच्छ जल आपूर्ति आदि के लिए लिफ्ट, आदि सब उपलब्ध हैं.