प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 2,095 करोड़ रुपये की 27 परियोजनाओं का उद्घाटन किया. रैली को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि हमारे लिए प्राथमिकता सबका साथ, सबका विकास' है. गौरतलब है कि पिछले 10 दिनों में पीएम मोदी का अपने निर्वाचन क्षेत्र का यह दूसरा दौरा है. इससे पहले वे यहां 13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन करने आए थे.
रैली में पीएम मोदी ने कहा, “6-7 वर्ष पहले की तुलना में देश में दूध उत्पादन लगभग 45 प्रतिशत बढ़ा है. आज भारत दुनिया का लगभग 22 प्रतिशत दूध उत्पादन करता है. यह करीब- करीब एक चौथाई है. यूपी आज देश का सबसे अधिक दूध उत्पादक राज्य तो है ही, डेयरी सेक्टर के विस्तार में भी बहुत आगे है.”
1.7 लाख से अधिक दूध उत्पादकों के बैंक खातों में ट्रांसफर किये पैसे
उन्होंने वाराणसी में उन्होंने बनास डेयरी संकुल की आधारशिला रखी. इसके साथ उन्होंने बनास डेयरी से जुड़े 1.7 लाख से अधिक दूध उत्पादकों के बैंक खातों में 35 करोड़ रुपये के बोनस को डिजिटली ट्रांसफर किया और रामनगर में दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ संयंत्र के लिए बायोगैस आधारित बिजली उत्पादन के लिए एक पावर प्लांट की भी आधारशिला रखी. जमीनी स्तर पर भूमि स्वामित्व के मुद्दों को कम करने के लिए, पीएम ने राज्य के 20 लाख से अधिक निवासियों को केंद्रीय पंचायती राज मंत्रालय की स्वामित्व योजना के तहत ग्रामीण आवासीय अधिकार रिकॉर्ड 'घरौनी' वितरित किया.
भारत के डेयरी प्रॉडक्ट्स के पास, विदेशों का बहुत बड़ा बाजार है
पीएम मोदी ने आगे कहा कि देश का डेयरी सेक्टर, पशुपालन, श्वेत क्रांति में नई ऊर्जा, किसानों की स्थिति को बदलने में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकती है. इस विश्वास के कई कारण भी हैं. पहला ये कि पशुपालन, देश के छोटे किसान जिनकी संख्या 10 करोड़ से भी अधिक है, उनकी अतिरिक्त आय का बहुत बड़ा साधन बन सकता है. दूसरा ये कि भारत के डेयरी प्रॉडक्ट्स के पास, विदेशों का बहुत बड़ा बाजार है. जिसमें आगे बढ़ने की बहुत सारी संभावनाएं हमारे पास हैं. तीसरा ये कि पशुपालन, महिलाओं के आर्थिक उत्थान, उनकी उद्यमशीलता को आगे बढ़ाने का बहुत बड़ा जरिया है. और चौथा ये कि जो हमारा पशुधन है, वो बायोगैस, जैविक खेती, प्राकृतिक खेती का भी बहुत बड़ा आधार है. जो पशु, दूध देने योग्य नहीं रह जाते, वो बोझ नहीं होते बल्कि वो भी हर दिन किसानों की आय बढ़ा सकते हैं.
कई और परियोजनाएं का भी किया उद्घाटन
पीएम ने कई शहरी विकास परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया, जिनमें पुराने काशी वार्डों के पुनर्विकास के लिए छह, बेनियाबाग में एक पार्किंग-एन्ड सरफेस पार्क, दो तालाबों का सौंदर्यीकरण, रमना गांव में एक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और स्मार्ट सिटी मिशन के तहत 720 जगहों पर एडवांस सीसीटीवी कैमरे शामिल हैं.
शिक्षा के क्षेत्र में इन जरूरी परियोजनाओं की होगी शुरूआत
इसके अलावा शिक्षा के क्षेत्र में कई परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया. इसमें केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय का इंटर यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर टीचर्स एजुकेशन जो लगभग 107 करोड़ की लागत से बनाया गया है, और केंद्रीय उच्च तिब्बती अध्ययन संस्थान में एक शिक्षा केंद्र शामिल है, जिसे 7 करोड़ से अधिक की लागत से बनाया गया है, शामिल है. पीएम ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, करौंडी में आवासीय फ्लैट और स्टाफ क्वार्टर का भी उद्घाटन किया..