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G-20: अफ्रीकी यूनियन बना जी-20 का सदस्य, पीएम मोदी बोले- पुरानी चुनौतियां नए समाधान मांग रहीं, भरोसा हो तो कोई संकट नहीं टिक सकता

G-20 Summit: नई दिल्ली में शनिवार से जी-20 शिखर सम्मेलन का आगाज हो गया है. शिखर सम्मेलन का पहला सत्र शुरू होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 के स्थायी सदस्य के रूप में अफ्रीकी संघ के प्रमुख को अपनी सीट लेने के लिए आमंत्रित किया.

जी-20 सम्मेलन में पीएम मोदी व दुनिया के अन्य नेता जी-20 सम्मेलन में पीएम मोदी व दुनिया के अन्य नेता
हाइलाइट्स
  • दोपहर 1.30 बजे तक चलेगा पहला सत्र

  • दुनिया के शीर्ष नेता जी-20 सम्मेलन में ले रहे भाग

राजधानी दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन की शनिवार से शुरुआत हो चुकी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 की शुरुआत होने से पहले मोरक्को में आए भूकंप से प्रभावित लोगों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की. उन्होंने कहा कि मैं प्रार्थना करता हूं कि इस कठिन समय में पूरा विश्व समुदाय मोरक्को के साथ है. हम उन्हें हरसंभव सहायता पहुंचाने के लिए तैयार हैं.

अफ्रीकी संघ के प्रमुख को अपनी सीट लेने के लिए आमंत्रित किया
शिखर सम्मेलन का पहला सत्र शुरू होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 के स्थायी सदस्य के रूप में अफ्रीकी संघ के प्रमुख को अपनी सीट लेने के लिए आमंत्रित किया. अफ्रीकन यूनियन (AU) एक प्रभावशाली संगठन है, जिसमें 55 सदस्य देश शामिल हैं. पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी का यह समय दुनिया को नई दिशा दिखाने वाला समय है. यह वह समय है जब वर्षों पुरानी चुनौतियां हमसे नए समाधान मांग रहीं हैं. हमें मानवता वादी केंद्रित होकर इन समस्याओं को सुलझाना है.

सभी के साथ मिलकर चलने का है समय 
पीएम मोदी ने विश्व में 'विश्वास का संकट' बताकर 'सबका साथ, सबका विकास' वाला मंत्र दिया. उन्होंने कहा कि हमें मानव शांति दृष्टिकोण के साथ अपने हर दायित्व को निभाते हुए आगे बढ़ना है. कोरोना के बाद विश्व में एक बहुत बड़ा संकट विश्वास के अभाव का आया है. युद्ध ने इस विश्वास के संकट को और गहरा किया है. जब हम कोविड को हरा सकते हैं तो हम आपसी विश्वास पर आए इस संकट पर भी विजय प्राप्त कर सकते हैं. आज जी-20 के प्रेसिडेंट के तौर पर भारत पूरी दुनिया का आह्वान करता है कि हम मिलकर सबसे पहले वैश्विक तौर पर इस संकट को एक विश्वास और भरोसे में बदलें. यह हम सभी के साथ मिलकर चलने का समय है. इसलिए सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास का मंत्र हम सभी के लिए एक पथ पथप्रर्दशक बन सकता है. 

स्वागत फोटो लिया गया

जी-20 के पहले सत्र का आगाज सुबह साढ़े 10 बजे से हो गया है. यह सत्र दोपहर डेढ़ बजे तक चलेगा और उसके बाद लंच का कार्यक्रम होगा. जी-20 सम्मेलन में दुनिया के कई शीर्ष नेता शामिल हुए हैं. शेड्यूल के अनुसार, सुबह साढ़े नौ बजे से दुनियाभर के नेता बैठक स्थल भारत मंडपम पहुंच गए. सभी नेताओं के पहुंचने के बाद पीएम मोदी के साथ सभी का स्वागत फोटो लिया गया. ट्री ऑफ फायर पर पीएम मोदी के साथ वेलकम फोटोग्राफी की गई.  

दोपहर तीन बजे शुरू होगा दूसरा सत्र
शिखर सम्मेलन के पहले सत्र के बाद दोपहर 1.30 बजे से तीन बजे तक पीएम मोदी जी-20 देशों के प्रमुखों से मुलाकात करेंगे. इस दौरान अन्य देशों के प्रमुख भी द्विपक्षीय बैठकें करेंगे. दोपहर तीन बजे के बाद शाम 4.45 बजे तक दूसरे सत्र का आयोजन होगा, जिसका थीम है- एक परिवार. दूसरे सत्र के बाद एक बार फिर पीएम मोदी सहित अन्य राष्ट्र पमुख द्विपक्षीय बैठकें और मुलाकात करेंगे.

G20 शिखर सम्मेलन में पहले दिन के प्रमुख कार्यक्रम
1. सुबह 9:30 - 10:30 बजे: वैश्विक नेता और प्रतिनिधिमंडल प्रमुख भारत मंडपम पहुंचेंगे. ट्री ऑफ लाइफ फोयर में प्रधानमंत्री के साथ स्वागत फोटो. फिर लीडर्स लाउंज, लेवल 2 पर इकट्ठा होंगे.
2. सुबह 10:30 बजे - दोपहर 1:30 बजे: समिट हॉल में पहला सेशन 'वन अर्थ' होगा. उसके बाद वर्किंग लंच.
3. दोपहर 1:30-3:30 बजे: विभिन्न द्विपक्षीय बैठकें होंगी. जर्मनी, ब्रिटेन, इटली और जापान के साथ द्विपक्षीय बैठकें होंगी.
4. दोपहर 3:30- 4:45 बजे: शिखर सम्मेलन स्थल पर दूसरा सेशन 'वन फैमिली' होगा. उसके बाद नेता अपने होटल लौट जाएंगे.
5. शाम 7 बजे - रात 8 बजे: नेता और प्रतिनिधिमंडल प्रमुख रात्रिभोज के लिए पहुंचेंगे, जिसकी शुरुआत एक स्वागत फोटो के साथ होगी.
6. रात 8 बजे - रात 9 बजे: रात्रिभोज और चर्चाएं होंगी.
7. रात 9 बजे - 9:45 बजे: पहले दिन के कार्यक्रम के समापन के लिए भारत मंडपम में लीडर्स लाउंज में एकत्रित होंगे.

ये होगा एजेंडे में...
1. जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में आज के सत्र के दौरान 'वन अर्थ' पर चर्चा मुख्य विषयों में से एक होगा. इस सत्र में जलवायु परिवर्तन पर मिलकर काम करने की चर्चा होगी.
2. मीटिंग में वैश्विक शून्य कार्बन उत्सर्जन के एजेंडे को जल्द से जल्द पूरा करने पर जोर दिया जाएगा.
3. भारत की अध्यक्षता में हो रहे जी-20 कार्यक्रम का मुख्य विषय ही 'वसुधैव कुटुंबकम, एक पृथ्वी-एक परिवार-एक भविष्य' है. इसके तहत सभी देशों को मिलकर विकास के पथ पर चलने की बात कही जाएगी.
4. भारत इस बैठक में समावेशी विकास, डिजिटल नवाचार, जलवायु वित्त पोषण और समान वैश्विक स्वास्थ्य तक पहुंच जैसे विभिन्न मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेगा.
5. जी-20 समिट की शुरुआत से पहले पीएम मोदी ने उम्मीद जताई है कि इस कार्यक्रम से वैश्विक विकास, लैंगिक समानता, महिला सशक्तिकरण और वैश्विक शांति को गति मिलेगी.

ये हैं मुख्य मेहमान 
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा उन प्रमुख नेताओं में से हैं जो जी20 समिट में भाग ले रहे हैं. इस शिखर सम्मेलन में चीन का प्रतिनिधित्व चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग कर रहे हैं. रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव रूस का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.

जो बाइडेन का क्या है शेड्यूल
1. सुबह 10:15: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जी-20 कार्यक्रम स्थल भारत मंडपम पहुंचेंगे और प्रधानमंत्री मोदी से मिलेंगे.
2. सुबह 10:30: बाइडेन शिखर सम्मेलन के पहले सत्र 'वन अर्थ' में हिस्सा लेंगे.
3. दोपहर 1:35: राष्ट्रपति बाइडेन भारत, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और वर्ल्ड बैंक के नेताओं के साथ एक ग्रुप फोटो में भाग लेंगे.
4. दोपहर 3:00: बाइडेन समिट के सेशन 2 'वन फैमिली' में हिस्सा लेंगे.
5. शाम 5:00: ग्लोबल बायोफ्यूल एलायंस ग्रुप फोटो में भाग लेंगे.
6. शाम 5:10: ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर और इन्वेस्टमेंट प्रोग्राम के लिए साझेदारी में भाग लेंगे.
7. रात 8:00: जी20 नेताओं के साथ रात्रिभोज और सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेंगे.

ग्लोबल बायोफ्यूल एलायंस शाम 5 बजे लॉन्च किया जाएगा
ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस (GBA) भारत की जी-20 अध्यक्षता के तहत प्राथमिकताओं में एक है. आज शाम 5 बजे जीबीए लॉन्च किया जाएगा. जीबीए के लिए अमेरिका और ब्राजील भारत का सहयोग कर रहे हैं. इन दोनों देशों का एथेनॉल उत्पादन में अहम भूमिका है. इसका समर्थन विश्व आर्थिक मंच, अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा मंच और अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी जैसे संगठन भी कर रहे हैं. बायोफ्यूल को एनर्जी का सस्ता और टिकाऊ सोर्स माना जाता है. इसका उद्देश्य परिवहन क्षेत्र समेत सहयोग को सुविधाजनक बनाना और टिकाऊ जैव ईंधन के उपयोग को तेज करना होगा. इसकी घोषणा पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप एस पुरी ने भारत ऊर्जा सप्ताह 2023 के दौरान की थी.

जी-20 समूह में कौन-कौन?
जी-20 समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं. जी-20 के सदस्य देश वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व जनसंख्या का लगभग दो-तिहाई प्रतिनिधित्व करते हैं.

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