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पुराने संसद भवन का क्या होगा नाम? पीएम मोदी ने किया महिला आरक्षण बिल का ऐलान...नारी शक्ति वंदन अधिनियम दिया गया नाम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को नई संसद जाने से पहले पुरानी संसद के सेंट्रल हॉल में अपना आखिरी भाषण दिया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने पुरानी संसद का नाम बदलने का सुझाव दिया. पीएम मोदी ने महिला आरक्षण बिल को भी नया नाम दिया.

पीएम मोदी पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुरानी संसद भवन से अपने आखिरी भाषण में घोषणा की कि पुराने संसद भवन को "संविधान सदन" कहा जाएगा. इसके बाद वो सभी सांसदों के साथ पैदल चलकर नए संसद भवन तक गए, जो अब से आधिकारिक भारतीय संसद होगी.पीएम ने कहा"आज, हम यहां से छुट्टी ले रहे हैं और नए संसद भवन की ओर जा रहे हैं. यह शुभ है क्योंकि आज गणेश चतुर्थी है."

पीएम मोदी ने लोकसभा स्पीकर और राज्यसभा के अध्यक्ष जगदीप धनखड़ से निवेदन करते हुए कहा कि वह विचार करके फैसला करें कि पुराने संसद भवन को 'संविधान सदन' के रूप में जाना जाए जोकि नई पीढ़ी के लिए एक तोहफा हो. उन्होंने कहा कि यह भवन हमें प्रेरणा देता रहेगा और संविधान को आकार देने वाले महापुरुषों की याद दिलाता रहेगा. आज से संसद नई इमारत में शिफ्ट हो रही है. 

96 साल पुरानी है इमारत
ब्रिटिश आर्किटेक्ट सर एडविन लुटियंस और हर्बर्ट बेकर द्वारा डिजाइन की गई प्रतिष्ठित पुरानी इमारत 1927 में बनकर तैयार हुई थी और अब 96 साल पुरानी हो चुकी है. सालों से इसे वर्तमान आवश्यकताओं के लिए अपर्याप्त पाया गया. कल लोकसभा में बोलते हुए, पीएम मोदी ने पुरानी इमारत की "हर ईंट" को श्रद्धांजलि दी और कहा कि सांसद "नई आशा और विश्वास" के साथ नई इमारत में प्रवेश करेंगे. पुरानी बिल्ड़िंग में पीएम मोदी का भाषण करीब दो घंटे चला.

PM नरेंद्र मोदी ने 38 मिनट की स्पीच दी और कहा कि ये सदन ऑर्टिकल 370, तीन तलाक, GST जैसे बड़े फैसलों के लिए याद रखा जाएगा. पीएम ने कहा कि 1952 के बाद दुनिया के करीब 41 राष्ट्राध्यक्षों ने इस सेंट्रल हॉल में हमारे सभी माननीय सांसदों को संबोधित किया है. हमारे सभी राष्ट्रपति महोदयों के द्वारा 86 बार यहां संबोधन दिया गया है. इसी सेंट्रल हॉल में तिरंगे और राष्ट्रगान को अपनाया गया. ये संसद हमें संकल्प भी देती है और प्रेरित भी करती है.

पीएम मोदी ने कहा कि मैंने लालकिले से कहा था- ''यही समय है, सही समय है. एक के बाद बाद एक घटनाओं पर हम नजर डालेंगे तो आज भारत एक नई चेतना के साथ फिर से जाग उठा है. भारत नई ऊर्जा से भर चुका है. यह चेतना यही ऊर्जा इस देश के करोड़ों लोगों को संकल्प से सिद्धि की ओर चला सकती है. हम गति जितनी तेज करेंगे परिणाम उतने तेज मिलेंगे.

महिला आरक्षण बिल को दिया नाम 
आज नए संसद भवन  सभी सांसदों का पहला दिन है. सभी सांसद पैदल चलकर पुराने भवन से नए भवन आए. दोपहर 1.15 बजे लोकसभी स्पीकर ओम बिड़ला ने कार्यवाही शुरू की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन में पहले सत्र में सदन को संबोधित किया. इस दौरान महिला आरक्षण बिल पर स्पष्टता लाते हुए उन्होंने कहा कि सरकार नारी शक्ति वंदन अधिनियम नाम से बिल ला रही है. प्रधानमंत्री ने कहा कि सोमवार को कैबिनेट ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी है. पीएम ने कहा कि "सर्वसम्मति से पारित हो कानून इसकी प्रार्थना करता हूं."
 

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