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New Parliament House: हमें नए रास्ते खुद बनाने होंगे, अगले 25 साल में भारत को विकसित राष्‍ट्र बनाना है, संसद भवन का उद्घाटन कर बोले PM मोदी

New Parliament Inauguration: नए संसद भवन के उद्घाटन के बाद अपने पहले संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं सभी देशवासियों को भारतीय लोकतंत्र के इस स्‍वर्णिम क्षण की बहुत-बहुत बधाई देता हूं. ये सिर्फ एक भवन नहीं है. ये 140 करोड़ भारतवासियों की आकांक्षाओं और सपनों का प्रतिबिंब है. 

संसद भवन का उद्घाटन करने के बाद बोलते पीएम मोदी (फोटो पीटीआई) संसद भवन का उद्घाटन करने के बाद बोलते पीएम मोदी (फोटो पीटीआई)
हाइलाइट्स
  • पीएम मोदी ने 9 साल का पेश किया रिपोर्ट कार्ड

  • कहा-हमें संसद की नई इमारत के निर्माण पर गर्व है

नए संसद भवन का उद्घाटन रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया. इस नए भवन से अपने पहले संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि यह भवन एक भारत श्रेष्ठ भारत का श्रेष्ठ उदाहरण है. यहां बने कानून भारत को विकसित राष्ट्र बनाएंगे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई संसद के लोकार्पण समारोह के दूसरे चरण के लिए जब नव निर्मित भवन में पहुंचे तो वहां मौजूद सांसदों ने भारत माता की जय के नारों से उनका स्वागत किया. प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में नौ साल की सरकार का रिपोर्ट कार्ड भी पेश किया. उन्होंने कहा कि अगर कोई एक्सपर्ट बीते नौ साल का आकलन करे तो पाएगा कि ये 9 साल भारत में नवनिर्माण के रहे हैं. गरीब कल्याण के रहे हैं. आज हमें संसद की नई इमारत के निर्माण का गर्व है.

हमें नेशन फर्स्ट की भावना से आगे बढ़ना होगा
पीएम मोदी ने कहा कि हमें नेशन फर्स्ट की भावना से बढ़ना होगा. हमें कर्तव्य पथ को सर्वोपरि रखना होगा. हमें अपने व्यवहार से उदाहरण पेश करना पड़ेगा. हमें निरंतर खुद में सुधार करते रहना होगा. हमें अपने नए रास्ते खुद बनाने होंगे. हमें खुद को खपाना होगा, तपाना होगा. हमें लोककल्याण को ही अपना जीवन मंत्र बनाना होगा. जब संसद के इस नए भवन में अपने दायित्वों का इमानदारी से निर्वहण करेंगे तब देशवासियों को भी इसकी प्रेरणा मिलेगी.

यही समय है, सही समय है...
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि आपको याद होगा 15 अगस्त को मैंने लाल किले से कहा था कि यही समय है, सही समय है. हर देश के इतिहास में ऐसा समय आता है, जब देश की चेतना नए सिरे से जागृत होती है. भारत में आजादी के 25 साल पहले (1947 से पहले) भी ऐसा ही समय आया था. गांधीजी के असहयोग आंदोलन ने पूरे देश को एक विश्वास से भर दिया था. आज से 25 साल बाद भारत अपनी आजादी के 100 वर्ष पूरे करेगा. हमारे पास भी 25 वर्ष का कालखंड है. इन 25 वर्षों में हमें भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है.

हर भारतीय गौरव से भरा हुआ है
आज नए संसद भवन को देखकर हर भारतीय गौरव से भरा हुआ है. इसमें वास्‍तु, विरासत, कला, कौशल, संस्कृति और सविंधान भी है. लोकसभा का आंतरिक हिस्सा राष्ट्रीय पक्षी मोर पर आधारित है, राज्यसभा का आंतरिक हिस्सा राष्ट्रीय फूल कमल पर आधारित है, संसद के प्रांगण में राष्ट्रीय वृक्ष बरगद भी है. हमारे देश के अलग-अलग हिस्सों की जो विविधता है, इस नए भवन ने उन सबको समाहित किया है. 

आत्मनिर्भर भारत के उदय का साक्षी बनेगा नया संसद भवन
यह नया भवन हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के सपने को साकार करने का साधन बनेगा. यह नया भवन आत्मनिर्भर भारत के सूर्योदय का साक्षी बनेगा. यह नया भवन विकसित भारत के संकल्पों की सिद्धी होते हुए देखेगा. नए रास्तों पर चलकर ही नए प्रतिमान गढ़े जाते हैं. आज नया भारत नए लक्ष्य तय कर रहा है. 

राष्‍ट्रपति क्या बोलीं
नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संदेश को पढ़ते हुए राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने कहा, संसद के नए भवन के उद्घाटन का ये अवसर भारतीय इतिहास में स्वर्णाक्षरों में दर्ज रहेगा. नए संसद भवन का उद्घाटन हमारी विविधता को भारतभूमि के सबसे उत्तरी छोर से दक्षिणी बिन्दु तक, पूर्वी सीमा से पश्चिमी तटरेखा तक रहने वाले सभी देशवासियों के लिए गौरव और अतुलनीय आनंद का अवसर है.

उपराष्‍ट्रपति ने क्‍या कहा
नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के संदेश को पढ़ते हुए राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने कहा, भारतीय लोकतंत्र की अभूतपूर्व विकास यात्रा की इस महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घड़ी और गौरव क्षण में मुझे पूरे देश को बधाई देते हुए बहुत खुशी है... मुझे यकीन है कि इस अमृत काल में बना नया संसद भवन आगे भी हमारे विकास का साक्षी रहेगा.