
साल 2025 का अप्रैल महीना देश के लिए दो बड़ी सौगातें लेकर आ रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) इस महीने दो महत्वपूर्ण ब्रिज का उद्घाटन करेंगे, जो देश की कनेक्टिविटी और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देंगे.
पंबन ब्रिज
पीएम मोदी 6 अप्रैल 2025 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में पंबन ब्रिज का उद्घाटन करेंगे. यह देश का पहला वर्टिकल लिफ्ट ब्रिज है. इसकी लंबाई करीब ढाई किलोमीटर है और इसका निर्माण 535 करोड़ रुपए की लागत से हुआ है. यह ब्रिज रामेश्वरम को धनुषकोडी से जोड़ेगा और समुद्र में जहाजों की आवाजाही को आसान बनाएगा.
2019 में शुरू हुआ था निर्माण
पंबन ब्रिज का निर्माण साल 2019 में शुरू हुआ था और इसे पूरा होने में 6 साल लगे. इसके निर्माण पर ₹535,00,00,000 की लागत आई है. यह ब्रिज 114 साल पुराने पुल की जगह लेगा. इसे इलेक्ट्रो मेकानिकल सिस्टम से चलाया जाएगा. जब कोई जहाज आने वाला होगा, तो पुल को ऊपर उठा दिया जाएगा. इससे जहाज आसानी से गुजर सकेंगे. इस प्रक्रिया में केवल 5 मिनट का समय लगेगा. इसे एक व्यक्ति द्वारा संचालित किया जा सकेगा. खबर है कि पंबन पुल के उद्घाटन के अवसर पर पीएम मोदी ताम्बरम और रामेश्वरम के बीच एक नई ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाएंगे.
चिनाब ब्रिज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 अप्रैल को कश्मीर में चिनाब ब्रिज का उद्घाटन करेंगे. यह ब्रिज दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल है और इसे चिनाब नदी के ऊपर बनाया गया है. इस पुल से होकर कटरा से श्रीनगर के बीच वंदे भारत ट्रेन चलेगी. चिनाब ब्रिज का निर्माण 28 साल बाद पूरा हुआ है और यह पुल पेरिस के एफिल टॉवर और दिल्ली के कुतुब मीनार से भी ऊंचा है. इस पुल के उद्घाटन के साथ ही कश्मीर के लिए पहली ट्रेन का इंतजार खत्म हो जाएगा. पीएम मोदी के इस दौरान कटरा-श्रीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी करेंगे. यह ट्रेन विशेष रूप से एंटी-फ्रीजिंग तकनीक से लैस है, जिससे सर्दियों में भी यह बिना किसी बाधा के संचालित हो सकेगी.
पर्यटन और व्यापार को मिलेगा बढ़ावा
पंबन और चिनाब ब्रिज के उद्घाटन से देश के पर्यटन और व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा. चिनाब ब्रिज के उद्घाटन से जम्मू और कश्मीर के बीच रेल सेवा शुरू हो जाएगी. इससे कश्मीर घाटी तक पहुंचना आसान हो जाएगा. इससे जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को भी फायदा होगा और दिल्ली से कश्मीर जाना भी आसान हो जाएगा. इन दोनों ब्रिज के उद्घाटन से देश की कनेक्टिविटी और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में एक नया अध्याय जुड़ जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की इंफ्रास्ट्रक्चर में हो रहे इन महत्वपूर्ण बदलावों से लोगों की सहूलियत बढ़ेगी और देश की प्रगति को एक नई दिशा मिलेगी.