प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज करीब 9,800 करोड़ रुपए की लागत से बनी सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का उद्घाटन किया. यह परियोजना 318 किलोमीटर लंबी है और यह बहराइच, श्रावस्ती एवं बलरामपुर से होकर गुजरेगी. प्रधानमंत्री ने आज उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले का दौरा करने के बाद इस परियोजना का उद्घाटन किया. पीएमओ के मुताबिक इस परियोजना से 14 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि तक सिंचाई का पानी पहुंचेगा और लगभग 29 लाख किसानों को इसका लाभ मिलेगा.
प्रधानमंत्री ने समारोह में शहीदों को श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री ने उद्घाटन समारोह में सभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा, “आज मां पाटेश्वरी और छोटी काशी की धरती बलरामपुर आने का मौका मिला. अयोध्या में राम मंदिर की बात होगी तो बलरामपुर में राजा पाटेश्वर की बात होगी”. साथ ही उन्होंने उन शहीदों को श्रद्धांजलि दी जिनका हेलीकॉप्टर हादसे में निधन हो गया था. उन्होंने बताया कि जनरल विपिन रावत का जाना हर भारतीय के लिए क्षति की बात है. उन्होंने नहर के बारे में बात करते हुए कहा, “आज से 50 साल पहले शुरू हुआ काम अब पूरा हुआ. अगर 30 साल पहले ये पानी मिला होता तो आज उत्तर प्रदेश सोना उगल रहा होता”.
1978 में ही शुरू हो गया था काम
पीएमओ ने बताया कि इस परियोजना पर काम 1978 में शुरू हो गया था लेकिन बजट अलॉटमेंट, संबंधित विभागों के बीच कोऑर्डिनेशन, प्रॉपर मॉनिटरिंग के अभाव में इसमें देरी हुई और लगभग चार दशकों तक इसका काम पूरा नहीं हो पाया. पीएमओ ने जानकारी दी कि इसे पूरा करने के लिए भूमि अधिग्रहण और कानूनी बाधाओं जैसी कई मुश्किलों को दूर किया गया और परिणामस्वरुप इसका काम चार साल के अंदर पूरा कर लिया गया. पीएमओ ने कहा कि इस परियोजना में 9800 करोड़ रुपये का खर्च आया. इस परियोजना में पांच नदियों को शामिल किया गया है.
नौ जिलों को मिलेगा फायदा
इसके जरिए 318 किलोमीटर लंबे मेन नहर और इससे जुड़ी 6,600 किलोमीटर की कुल लंबाई वाली नहरों से खेतों तक सिंचाई का पानी पहुंचाया जाएगा. इस परियोजना का फायदा पूर्वांचल के नौ जिलों और लगभग 29 लाख किसानों को मिलेगा. इन जिलों में श्रावस्ती, बहराइच, बस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, गोंडा, महाराजगंज, संत कबीर नगर और गोरखपुर शामिल हैं. पीएमओ ने कहा था कि अब क्षेत्र के किसान इसकी मदद से अपनी पैदावार बढ़ा पाएंगे और इससे क्षेत्र की फार्म प्रोड्यूस कैपेसिटी का लाभ उठाएंगे.