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Ganga Vilas cruise booking: पीएम मोदी ने गंगा विलास क्रूज को दिखाई हरी झंडी, जानिए कैसे करें बुकिंग, क्या हैं सुविधाएं... Route Map से लेकर सबकुछ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वाराणसी में दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज को हरी झंडी दिखाई. नदी में चलने वाला क्रूज वाराणसी से अपने पहले सफर पर निकल चुका है. इस दौरान वो 3200 किलोमीटर का सफर तय करेगा जिसमें कुल 51 दिन का समय लगेगा.

Ganga VIlas Cruise Ganga VIlas Cruise

पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के नाम एक नया इतिहास जुड़ गया. वाराणसी को शुक्रवार को दो बड़ी सौगात मिलीं. एक गंगा विलास क्रूज और दूसरा टेंट सिटी का तोहफा. पहले बात उस सौगात की जो ऐतिहासिक है. ये है गंगा की लहरों पर चलने वाला यादगार सफर जो तीन हजार किमी से ज्यादा का होगा. इसे पूरे कराएगा भारत का बनाया गंगा विलास क्रूज जिसे पीएम मोदी ने वर्चुअली हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस ऐतिहासिक लम्हे के गवाह यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी बने. इस पल को यादगार बनाने के लिए गुरुवार देर शाम सुरों की संगीत लहरी का एक कार्यक्रम रखा गया जिसमें बॉलीवुड के जाने माने संगीत निर्देशक और गायक शंकर महादेवन नजर आए.

क्या होगा क्रूज का रूट?
गंगा विलास क्रूज के सफर का रूट वाराणसी और गाजीपुर होते हुए बक्सर से पटना, मुंगेर और भागलपुर के सुल्तानपुर, बंगाल से बांग्लादेश होते हुए असम के डिब्रूगढ़ तक होगा. इस दौरान अलग-अलग शहरों में इसका लगभग 50 जगहों पर ठहराव होगा. गंगा विलास क्रूज में कुल 18 कमरे हैं. क्रूज में ओपन स्‍पेस, बालकनी, 40 सीटर रेस्टोरेंट रूम और स्‍टडी रूम हैं. एसी एंटरटेनमेंट रूम, स्‍पा सुविधा युक्‍त सलून और तीन सनडेक हैं. यात्रा उबाऊ न हो, इसके लिए गीत-संगीत, लाइब्रेरी और सांस्‍कृतिक कार्यक्रम की व्‍यवस्‍था है. इसके अलावा जिम, स्पा सेंटर, लेक्चर हाउस, लाइब्रेरी और टेलीविजन की भी सुविधा होगी. ये एक तरह से देश की सबसे बड़ी नदी यात्रा होगी. 

दो महीने का होगा सफर
लगभग 2 महीने के लंबे सफर के दौरान, क्रूज भारत और बांग्लादेश में 27 नदी प्रणालियों से होकर गुजरेगा. यह विश्व धरोहर स्थलों, राष्ट्रीय उद्यानों, नदी घाटों और बिहार में पटना, झारखंड में साहिबगंज, पश्चिम बंगाल में कोलकाता, बांग्लादेश में ढाका और असम में गुवाहाटी जैसे प्रमुख शहरों सहित 50 पर्यटन स्थलों को कवर करेगा. एमवी गंगा विलास की पहली यात्रा में स्विट्जरलैंड के 32 पर्यटक वाराणसी से डिब्रूगढ़ की यात्रा पर निकल चुके हैं. एमवी गंगा विलास के डिब्रूगढ़ पहुंचने की संभावित तारीख 1 मार्च 2023 है.

क्या हैं सुविधाएं?

  • ये क्रूज कुल 3200 किमी का सफर 51 दिन में तय करेगा 
  • 62.5 मीटर लंबे और 12.8 मीटर चौड़े गंगा विलास क्रूज में 40 हजार लीटर का फ्यूल टैंक और 60 हजार लीटर का वाटर टैंक है.
  • रूट की बात करें तो इसके रास्ते में 27 नदियां पड़ेंगी. इसमें नेशनल वॉटर वे 1, कोलकाता से धुबरी इंडो-बांग्ला प्रोटोकॉल रूट और नेशनल वॉटर वे 2 से गुजरेगा. 
  • पांच प्रदेशों के साथ एक देश से होकर ये सफर तय करेगा.
  • वाराणसी, पटना, कोलकाता, ढाका, गुवाहटी, डिब्रूगढ़ समेत 50 प्रमुख पर्यटन स्थल शामिल होंगे.

कितना होगा खर्च?
शिपिंग और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने एमवी गंगा विलास क्रूज के टिकट की जानकारी दी. दुनिया के सबसे लंबे नदी क्रूज पर 1 दिन का खर्च 24,692.25 रुपये या 300 डॉलर होगा. भारतीयों और विदेशियों के लिए टिकट की कीमत में कोई अंतर नहीं होगा. पूरे 51 दिनों की यात्रा पर आपको 12.59 लाख रुपये या 1,53,000 डॉलर से अधिक खर्च करने होंगे. बनारस से डिब्रूगढ़ तक की यात्रा का प्रति यात्री खर्च 13 लाख रुपये है. वहीं कोलकाता से बनारस तक के 12 दिन की यात्रा का पैकेज 4 लाख 37 हजार रुपये है. चार दिन के इनक्रेडिबल बनारस पैकेज की कीमत 1 लाख 12 हजार रुपये है.

कहां से करें ऑनलाइन बुकिंग ?
अंतरा लक्जरी रिवर क्रूज़ (Antara Luxury River Cruises) की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से गंगा विलास क्रूज के लिए टिकट बुक किए जा सकते हैं. एमवी गंगा विलास पोत 62 मीटर लंबा, 12 मीटर चौड़ा है. इसमें 36 पर्यटकों को समायोजित करने की क्षमता के साथ 3 डेक, बोर्ड पर 18 सुइट हैं और पर्यटकों को एक यादगार और शानदार अनुभव प्रदान करने के लिए सभी सुविधाएं प्रदान करेगा. जहाज पर्यावरण के अनुकूल तैयार किया गया है, यह प्रदूषण मुक्त तंत्र से भी लैस है.