प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को साल 2024 के पहले मन की बात रोडियो कार्यक्रम में देशवासियों को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने अयोध्या स्थित राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा से लेकर गणतंत्र दिवस परेड में दिखी महिला सशक्तिकरण की झलक तक का उल्लेख किया.
हमारा संविधान है जीवंत दस्तावेज
पीएम मोदी ने कहा दो दिन पहले हम सभी देशवासियों ने 75वां गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया. हमारे संविधान को 75 साल पूरे हो रहे हैं. हमारे लोकतंत्र के ये पर्व मदर ऑफ डेमोक्रेसी के रूप में भारत को और सशक्त बनाते हैं. भारत का संविधान काफी मंथन के बाद तैयार हुआ इसलिए उसे जीवंत दस्तावेज कहा जाता है. ये बहुत दिलचस्प है कि संविधान के तीसरे अध्याय के प्रारंभ में संविधान निर्माताओं ने भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण जी के चित्रों को स्थान दिया था.
सबके हृदय में और सबकी भक्ति में हैं भगवान राम
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि प्रभु राम का शासन, हमारे संविधान निर्माताओं की भी प्रेरणा का स्रोत था इसलिए 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में मैंने देव से देश की बात की थी, राम राष्ट्र की बात की थी. अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा ने देश के करोड़ों लोगों को एक सूत्र में बांध दिया है. सबके हृदय में और सबकी भक्ति में भगवान राम हैं. पीएम ने कहा कि 22 जनवरी की शाम को पूरे देश ने दिवाली मनाई. उन्होंने कहा, मैंने देश के लोगों से आग्रह किया था कि मकर संक्रांति से 22 जनवरी तक स्वच्छता का अभियान चलाया जाए. मुझे अच्छा लगा कि लाखों लोगों ने श्रद्धाभाव से जुड़कर अपने क्षेत्र के धार्मिक स्थलों की साफ-सफाई की.
हर क्षेत्र में नारी शक्ति आगे
पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा कि इस बार 26 जनवरी की परेड बहुत ही अद्भुत रही, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा परेड में महिला शक्ति को देखकर हुई. जब कर्त्तव्य पथ पर केंद्रीय सुरक्षा बलों और दिल्ली पुलिस की महिला टुकड़ियों ने कदमताल शुरू किया, तो सभी गर्व से भर उठे. इस बार परेड में मार्च करने वाले 20 दस्तों में से 11 दस्ते महिलाओं के ही थे.
हमने देखा कि जो झांकी निकली, उसमें भी सभी महिला कलाकार ही थीं, जो सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए, उसमें भी करीब डेढ़ हजार बेटियों ने हिस्सा लिया था. डीआरडीओ ने जो झांकी निकाली, उसने भी सभी का ध्यान खींचा. उसमें दिखाया गया कि कैसे नारी शक्ति जल-थल-नभ, साइबर और स्पेस, हर क्षेत्र में देश की सुरक्षा कर रही है.
महिलाओं ने अपना लहराया परचम
पीएम मोदी ने कहा कि इस बार 13 महिला एथलीट्स को अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया है. इन महिला एथलीट्स ने अनेकों बड़े टूर्नामेंट्स में हिस्सा लिया और भारत का परचम लहराया. बदलते हुए भारत में हर क्षेत्र में हमारी बेटियां, देश की महिलाएं कमाल करके दिखा रही हैं. एक और क्षेत्र है, जहां, महिलाओं ने, अपना परचम लहराया है, वो है - वुमेन सेल्फ हेल्प समूह. आज वुमेन सेल्फ हेल्प ग्रुपों की देश में संख्या भी बढ़ी है और उनके काम करने के दायरे का भी बहुत विस्तार हुआ है. वो दिन दूर नहीं, जब आपको गांव-गांव में खेतों में, नमो ड्रोन दीदियां, ड्रोन के माध्यम से खेती में मदद करती हुई दिखाई देंगी.
पद्म सम्मान पाने वालों को किया याद
पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा कि इस बार भी ऐसे अनेकों देशवासियों को पद्म सम्मान दिया गया है, जिन्होंने, जमीन से जुड़कर समाज में बड़े-बड़े बदलाव लाने का काम किया है. मीडिया से दूर ये लोग बिना किसी लाइमलाइट के समाज सेवा में जुटे थे. इन लोगों की जीवन-यात्रा के बारे में जानने को लेकर देश-भर में बहुत उत्सुकता दिखी है. पीएम ने कहा कि इस बार छत्तीसगढ़ के हेमचंद मांझी को भी पद्म सम्मान मिला है.
वैद्यराज हेमचंद मांझी भी आयुष चिकित्सा पद्धति की मदद से लोगों का इलाज करते हैं. छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में गरीब मरीजों की सेवा करते हुए उन्हें 5 दशक से ज्यादा का समय हो रहा है. वहीं, सुश्री यानुंग अरुणाचल प्रदेश की रहने वाली हैं और हर्बल औषधीय विशेषज्ञ हैं. इन्होंने आदि जनजाति की पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली को पुनर्जीवित करने के लिए काफी काम किया है. इस योगदान के लिए उन्हें इस बार पद्म सम्मान भी दिया गया है.
डॉक्टर अपनी पर्ची पर एक जैसी लिखेंगे भाषा
पीएम मोदी ने कहा, अब मैं आपसे भारत की एक ऐसी उपलब्धि साझा कर रहा हूं, जिससे मरीजों का जीवन आसान बनेगा, उनकी परेशानी कुछ कम होगी. मुझे ये बताते हुए खुशी हो रही है कि आयुष मंत्रालय ने आयुर्वेद, सिद्ध और यूनानी चिकित्सा से जुड़े डेटा और शब्दावली का वर्गीकरण किया है. इसमें, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी मदद की है. दोनों के प्रयासों से आयुर्वेद, यूनानी और सिद्ध चिकित्सा में बीमारी और इलाज से जुड़ी शब्दावली की कोडिंग कर दी गई है. इसकी मदद से अब सभी डॉक्टर अपनी पर्ची पर एक जैसी भाषा लिखेंगे.
आपका एक वोट बदल सकता है देश की तकदीर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा कि इस बार सभी लोग अपना नाम मतदाता सूची में जुड़वाने का काम कर्तव्य से करें. उन्होंने कहा कि आपका एक वोट देश की तकदीर बदल सकता है.
मन की बात कार्यक्रम का 22 भारतीय भाषाओं में होता है प्रसारण
मन की बात कार्यक्रम 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के अलावा फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, तिब्बती, बर्मी, बलूची, अरबी, पश्तू, फारसी सहित 11 विदेशी भाषाओं में प्रसारित किया जाता है. यह कार्यक्रम आकाशवाणी के 500 से अधिक केंद्रों से प्रसारित होता है.