भारतीय रेल को हमारे देश की लाइफ लाइन कहा जाता है. इसकी वजह यह है कि हमारे देश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा रोजाना ट्रेनों के सफर में रहता है. ऐसे में इंडियन रेलवे एक तरफ जहां रेल यात्रियों के लिए बेहतर खान-पान और अन्य सुविधाओं में लगातार विस्तार कर रहा है. वहीं दूसरी तरफ रेलवे ने रेल यात्रियों को किफायती दाम पर दवाइयां भी मुहैया करवाने की योजना बनाई है.
इसके लिए भारतीय रेलवे स्टेशनों के सर्कुलेटिंग क्षेत्रों और कॉन्कोर्स में प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केन्द्र (PMBJK) स्थापित किए जा रहे हैं. इसी क्रम में पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर, लखनऊ जंक्शन, बनारस एवं काशीपुर स्टेशनों पर भी ये जनऔषधि केन्द्र स्थापित किए गए हैं.
क्या है भविष्य की योजना?
पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने बताया कि गोरखपुर, लखनऊ जंक्शन, बनारस एवं काशीपुर स्टेशनों पर स्थापित जनऔषधि केन्द्रों से रेल यात्री किफायती दाम पर गुणवत्तापूर्ण दवाएं और उपभोग की वस्तुएं खरीद कर फायदा उठा रहे हैं. यात्रियों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है.
इसकी वजह से योजना को पूर्वोत्तर रेलवे के फर्रूखाबाद, कासगंज, बरेली सिटी, ऐशबाग, गोंडा, बस्ती, बादशाहनगर, देवरिया सदर, बलिया, छपरा और वाराणसी सिटी स्टेशन सहित 11 नए स्टेशनों पर शुरू करने का फैसला किया गया है. इन स्टेशनों पर प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केन्द्र का निर्माण कार्य प्रगति पर है.
क्या हैं इसके उद्देश्य?
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने बताया कि रेलवे स्टेशनों पर प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केन्द्र स्थापित करने का मुख्य उद्देश्य यात्रियों को सस्ती कीमत पर गुणवत्तापूर्ण दवाएं और उपभोग्य की वस्तुएं (जनऔषधि उत्पाद) उपलब्ध करवाना है. इस योजना के जरिए कोशिश की जा रही है कि रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की जनऔषधि उत्पादों तक आसानी से पहुंच बने.
इस योजना के जरिए रोजगार के नए अवसर पैदा कर प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केन्द्र खोलने के लिए उद्यमियों को तैयार करना और भारत सरकार द्वारा चलाये जा रहे इस मिशन को बढ़ावा देना है. उन्होंने बताया कि इस योजना के जरिए स्टेशनों पर यात्रियों को सस्ती कीमत पर गुणवत्तापूर्ण दवाएं आसानी से उपलब्ध हो रही हैं. जिससे भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे इस मिशन को बढ़ावा मिल रहा है.