प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी रविवार ने आज दिल्ली में बहुप्रतीक्षित सुरंग और छह अंडरपास का उद्घाटन किया, जो प्रगति मैदान एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना का हिस्सा हैं. इससे डेढ-दो लाख यात्रियों के लिए यातायात आसान होने की उम्मीद है.
प्रधान मंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान के मुताबिक, यह कॉरिडोर 920 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया गया है और पूरी तरह से केंद्र सरकार ने इसकी फंडिंग की. इसका उद्देश्य है कि लोग आसानी से प्रगति मैदान में विकसित किए जा रहे नए विश्व स्तरीय प्रदर्शनी और सम्मेलन केंद्र तक पहुंच सकें, जिससे प्रगति मैदान में होने वाले कार्यक्रमों में ज्यादा से ज्यादा लोग भाग लें.
रिंग रोड से कम होगी इंडिया गेट सर्किल की दूरी
बताया जा रहा है कि इस 1.6 किलोमीटर लंबी सुरंग में छह लेन हैं. जिसमें दोनों तरफ तीन लेन का कैरिजवे होगा. यह प्रगति मैदान से गुजरने वाले पुराना किला रोड के माध्यम से रिंग रोड को इंडिया गेट से जोड़ता है. इससे रिंग रोड से इंडिया गेट सर्किल की दूरी कम होगी. यह प्रगति मैदान की विशाल बेसमेंट पार्किंग को भी सीधी कनेक्टिविटी देगा.
अधिकारियों का कहना है कि यह प्रगति मैदान, आईटीओ जंक्शन, इंडिया गेट और सुप्रीम कोर्ट की सड़क पर भीड़भाड़ कम करेगा. इस टनल से फरीदाबाद, गाजियाबाद, नोएडा, गुरुग्राम और दिल्ली के लोगों को रोहत मिलेगी.
टनल के साथ शुरू हुए 6 अंडरपास
परियोजना से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक सुरंग में सीसीटीवी के माध्यम से यातायात की निगरानी के लिए प्रवेश और निकास पर दो कंट्रोल रूम होंगे. भूमिगत मार्ग पर 80 मीटर लंबी, पांच मीटर चौड़ी आपातकालीन लेन का भी निर्माण किया गया है ताकि किसी भी वाहन के क्षतिग्रस्त होने से बचा जा सके.
छह अंडरपास, जिनमें से पांच मथुरा रोड पर हैं, और छठा अंडरपास रेलवे लाइन के नीचे से जाएगा और भैरों मार्ग से जुड़ेगा. अंडरपास मथुरा रोड पर प्रगति मैदान से आश्रम, निजामुद्दीन, सराय काले खां, मध्य और दक्षिण पूर्व दिल्ली और बदरपुर तक आवागमन को आसान बनाएंगे.
आपको बता दें कि टनल में एडवांस फायर सिस्टम लगाया गया है. अगर किसी भी कारण किसी वाहन में आग लग जाती है तो तुरंत अलार्म बजेगा. जिससे मदद तुरंत भेजी जाएगी. बारिश होने पर ड्रेनेज सिस्टम अपने आप टनल के अंदर से पानी निकालने के लिए ऑन हो जाएगा.
आपको बता दें कि टनल को 2019 में शुरू दिया जाना था लेकिन कोरोना के कारण यह प्रोजेक्ट लंबा खिंच गया. हालांकि, उम्मीद है कि अब लोगों को आवागमन में परेशानी नहीं होगी.