18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए पक्ष और विपक्ष दोनों तरफ से तैयारी चल रही है. सत्ता पक्ष की तरफ से द्रौपदी मुर्मू ने नामांकन दाखिल किया है और विपक्ष की तरफ से यशवंत सिन्हा नॉमिनेशन फाइल किया.
विपक्ष के दिग्गज रहे मौजूद-
यशवंत सिन्हा के नामांकन में बड़े-बड़े दिग्गज मौजूद रहे. एनसीपी मुखिया शरद पवार के अलावा समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी नॉमिनेशन में मौजूद रहे. कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे भी नॉमिनेशन में मौजूद रहे. जबकि लेफ्ट की तरफ से भी बड़े लीडर सीताराम येचुरी मौजूद रहे. यशवंत सिन्हा का दावा है कि उनको कई और पार्टियों का भी समर्थन मिलेगा.
मंथन के बाद सिन्हा बने उम्मीदवार-
विपक्ष की तरफ से काफी मंथन के बाद यशवंत सिन्हा का नाम सामने आया है. विपक्ष की तरफ से मजबूत राष्ट्रपति उम्मीवार के लिए टीएमसी अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी काफी एक्टिव रही. उन्होंने शरद पवार से मुलाकात की. इसके बाद विपक्ष के नेताओं की बैठक हुई. ममता बनर्जी शरद पवार को उम्मीदवार बनाना चाहती थीं. लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया. इसके बाद फारूख अब्दुल्ला के नाम पर चर्चा हुई. लेकिन नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता ने भी इससे इनकार कर दिया. इनके बाद मंथन के बाद यशवंत सिन्हा के नाम को आगे बढ़ाया गया.
समर्थन अभियान पर निकलेंगे सिन्हा-
यशवंत सिन्हा नामांकन के बाद समर्थन के लिए अभियान शुरू करेंगे. सिन्हा ने कहा कि 28 जून से अपने अभियान की शुरुआत करेंगे. उनका समर्थन अभियान चेन्नई से शुरू होने की उम्मीद है. यशवंत सिन्हा पहले दक्षिण भारत के राज्यों से समर्थन मांगेंगे. उसके बाद उत्तर भारत के राज्यों में समर्थन अभियान चलाएंगे. यशवंत सिन्हा दावा किया कि उनको और भी दलों का समर्थन मिलेगा. इससे पहले यशवंत सिन्हा ने कहा कि अगर वो राष्ट्रपति बनते हैं तो राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाने के लिए सरकारी एजेंसियों के दुरुपयोग को तत्काल खत्म कर देंगे.
एनडीए की उम्मीदवार हैं द्रौपदी मुर्मू-
राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू हैं. मुर्मू ने 24 जून को नामांकन दाखिल किया था. द्रौपदी मुर्मू ने 4 सेट का नामांकन भरा था. इस दौरान पूरी एनडीए मौजूद रही. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह समेत तमाम मुख्यमंत्री नामांकन के दौरान मौजूद रहे. नामांकन में पीएम मोदी प्रस्तावक रहे. द्रौपदी मुर्मू को जेडीयू, बीजेडी, वाईएसआर कांग्रेस ने समर्थन का ऐलान किया है.
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