यूनिलीवर की शीर्ष नेतृत्व टीम में एक और भारतीय कार्यकारी को जगह मिली है. जी हां, यूनिलीवर ने यूनिलीवर लीडरशिप एग्जीक्यूटिव (यूएलई) में बदलाव की घोषणा की है. इसमें भारत में जन्मी प्रिया नायर, जो वर्तमान में ब्यूटी एंड वेलबीइंग की मुख्य विपणन अधिकारी हैं को फर्नांडो फर्नांडीज के स्थान पर ब्यूटी एंड वेलबीइंग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. वह 1 जनवरी 2024 से कार्यभार संभालेंगी. लीना नायर के बाद यूएलई में नियुक्त होने वाली भारत में जन्मी दूसरी महिला प्रिया बन गई हैं.
प्रिया नायर नई बातें सोचने के लिए हैं जानी जाती
प्रिया नायर लीक से हटकर नई बातें सोचने के लिए जानी जाती हैं. नायर ने एचयूएल में निचले पायदान से शुरुआत की. उन्होंने पुणे के सिम्बायसिस इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस से 1995 में एमबीए करने के बाद मैनेजमेंट ट्रेनी के तौर पर शुरुआत की. उन्होंने कंज्यूमर रिसर्च, सेल्स और मार्केटिंग विभागों में डव, ऐक्स, रेक्सोना, क्लोज-अप और पेप्सोडेंट के ब्रांड मैनेजर के तौर पर काम किया. फिर 2011 में कंपनी के डिटर्जेंट्स विभाग में कैटेगरी हेड बन गईं. उनकी जिंदगी और करियर में एचयूएल का सबसे बड़ा योगदान क्या है? इस पर उन्होंने बताया था कि इसने मुझे मेरे देश और मेरे उपभोक्ताओं के बारे में विनम्रता से सोचने की तमीज दी है.
फर्नांडो लेंगे ग्रीम पिटकेथली का स्थान
फर्नांडो, वर्तमान में यूनिलीवर के ब्यूटी एंड वेलबीइंग बिजनेस ग्रुप के अध्यक्ष ग्रीम पिटकेथली का स्थान लेंगे, जिन्होंने इस साल की शुरुआत में कंपनी से सेवानिवृत्त होने के अपने फैसले की घोषणा की थी. फर्नांडो की नियुक्ति 1 जनवरी, 2024 से प्रभावी है और वह उसी तिथि से बोर्ड में शामिल होंगे. यूनिलीवर के सबसे तेजी से बढ़ते व्यावसायिक समूहों में से एक को चलाने की अपनी वर्तमान भूमिका से पहले, फर्नांडो लैटिन अमेरिका में यूनिलीवर के व्यवसाय के लिए जिम्मेदार थे.
इन भारतीयों को भी मिली बड़ी जिम्मेदारी
यूएलई में तीन भारतीय अधिकारी प्रिया नायर, रोहित जावा (अध्यक्ष दक्षिण एशिया और सीईओ एवं प्रबंध निदेशक, हिंदुस्तान यूनिलीवर) और नितिन परांजपे (चीफ पीपल एंड ट्रांसफॉर्मेशन ऑफिसर) को बड़ी जिम्मेदारी मिली है. शीर्ष नेतृत्व में अन्य बड़े बदलावों में पीटर टेर कुल्वे को पदोन्नत करना शामिल है. वर्तमान में, वह होम केयर सेगमेंट के अध्यक्ष हैं.
एडुआर्डो कैम्पानेला को नए अध्यक्ष होम केयर के रूप में नियुक्ति किया गया है. ईएसआई एग्लस्टन ब्रेसी, जीएम पर्सनल केयर उत्तरी अमेरिका और देश के प्रमुख (यूएस) को मुख्य विकास और विपणन अधिकारी की नई भूमिका के लिए नियुक्त किया गया है. यूनिलीवर के सीईओ हेन शूमाकर ने इसकी पुष्टि की. उन्होंने यूनिलीवर के नेतृत्व में बदलावों का स्वागत किया और कहा कि इन संशोधनों से उनमें से प्रत्येक की ओर से संभाली जाने वाली भूमिकाओं में सकारात्मकता आएगी.
कंपनी ने साबुन बनाने की फैक्ट्री से भारत में की थी शुरुआत
यूनीलीवर इंग्लैंड की एक बहुराष्ट्रीय कंपनी है. भारत में हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल), Unilever की सहायक कंपनी है. कंपनी के तौर पर देश में एचयूएल की स्थापना 17 अक्टूबर 1933 में हुई थी, लेकिन इससे कई दशकों पहले सन 1888 में एचयूएल के प्रोडक्ट्स ने भारत में दस्तक दे दी थी. एचयूएल की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, 1888 में पहली बार कोलकाता के बंदरगाह पर एचयूएल का साबुन से भरा क्रेट जिसका नाम Sunlight soap bars भेजा गया था. इस साबुन पर Made in England by Lever Brothers लिखा हुआ था.
भारत में लगभग 90 वर्षों की स्वर्णिम विरासत के साथ, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) भारत की सबसे बड़ी FMCG कंपनी है. आपको बता दें कि FMCG का पूरा नाम फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (Fast Moving Consumer Goods) है. फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (एफएमसीजी) ऐसे उत्पाद होते हैं जो अपेक्षाकृत कम कीमत पर जल्दी बिकते हैं. इनको कंज्यूमर पैकेज्ड गुड्स भी कहा जाता है.
एचयूएल के पास 21,000 से हैं ज्यादा कर्मचारी
यूनिलीवर कंपनी 190 से ज्यादा देशों में मौजूद है. कंपनी के पास 50 से ज्यादा ब्रांड हैं. इनमें से 16 ब्रांड का टर्नओवर 1,000 करोड़ है. देश भर में 90 लाख रिटेल स्टोर पर एचयूएल का सामान बिकता है. एचयूएल के 3500 से ज्यादा डिस्ट्रीब्यूटर देश में मौजूद हैं. वेबसाइट से मिली जानकारी के मुताबिक, एचयूएल का वित्त वर्ष 2021-22 में टर्नओवर 50,000 करोड़ से ज्यादा का था. आपको बता दें कि एचयूएल का मार्केट कैपिटलाइजेशन (mCap) 6,20,632 करोड़ रुपए का है. एचयूएल के पास 21,000 से ज्यादा कर्मचारी हैं.