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क्यों है पूर्वांचल एक्सप्रेस वे UP के लिए इतना महत्वपूर्ण, जानें क्या है खासियत

पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की विशेषता यह है कि इसपर एक एयर स्ट्रिप बनी है, जिस पर आपदा की स्थिति में वायुसेना के विमानों की इमरजेंसी लैंडिंग कराई जा सके. एक्सप्रेसवे की शुरुआत लखनऊ-सुल्तानपुर रोड पर स्थित चांदसराय गांव है जबकि यह गाजीपुर के  हैदरिया गांव पर ख़त्म होता है.

Purwanchal Expressway Purwanchal Expressway
हाइलाइट्स
  • एक्सप्रेस वे नेटवर्क में उत्तर प्रदेश की हिस्सेदारी अब 28 फीसदी

  • यातायात में अब होगी आसानी 

  • 22,494 करोड़ रुपये की कुल लागत से बनाया गया है यह एक्सप्रेस वे

  • इंडस्ट्रियल क्लस्टर्स से मिलेगा रोजगार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश को 341 किमी लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की सौगात दी. यह एक्सप्रेस वे कई मायनों में महत्वपूर्ण है. देश में एक्सप्रेस वे बनाने की शुरुआत वर्तमान केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने की थी. केंद्र में मंत्री बनने के बाद उन्होंने पूरे देश में एक्सप्रेस वे का जाल बिछाने की जिम्मेदारी उठाई है. देश का पहला एक्सप्रेस वे मुंबई और पुणे के बीच बना था.

एक्सप्रेस वे नेटवर्क में उत्तर प्रदेश की हिस्सेदारी 28 फीसदी

लेकिन पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के मामले में श्रेय का हकदार कोई और है. दरअसल पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के अधीन हुआ है. अभी तक देश के एक्सप्रेस वे नेटवर्क में उत्तर प्रदेश की भागीदारी 18 फीसदी थी, लेकिन इस एक्सप्रेस वे बनने के बाद उत्तर प्रदेश की हिस्सेदारी अब 28 फीसदी हो गई है. उत्तर प्रदेश में कई और एक्सप्रेस वेज़, जिनमें बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे और गंगा एक्सप्रेस वे शामिल हैं, पर काम चल रहा है.

यातायात में अब होगी आसानी 

यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा एक्सप्रेस वे है. यह एक्सप्रेस वे राज्य के पूर्वी शहरों को इसकी राजधानी के साथ-साथ अन्य एक्सप्रेसवे के जरिये देश की राजधानी से भी जोड़ेगा. इस एक्सप्रेस वे से वर्तमान के 'आगरा से लखनऊ एक्सप्रेस वे' और मौजूदा 'यमुना एक्सप्रेस वे' से भी जोड़े जाएंगें. इससे पूर्वांचल के शहरों से यातायात में आसानी हो जाएगी. यह परियोजना उत्तर प्रदेश के विकास और व्यापार को बढ़ाने में मील का पत्थर साबित होगी. 

22,494 करोड़ रुपये की कुल लागत से बनाया गया है यह एक्सप्रेस वे

पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की विशेषता यह है कि इसपर एक एयर स्ट्रिप बनी है, जिस पर आपदा की स्थिति में वायुसेना के विमानों की इमरजेंसी लैंडिंग कराई जा सके. एक्सप्रेसवे की शुरुआत लखनऊ-सुल्तानपुर रोड पर स्थित चांदसराय गांव है जबकि यह गाजीपुर के  हैदरिया गांव पर ख़त्म होता है. इसे 22,494 करोड़ रुपये की कुल लागत से बनाया गया है. यह यूपी के 9 जिलों अयोध्या, अंबेडकर नगर, अमेठी, सुल्तानपुर, लखनऊ, बाराबंकी, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से गुजरता है.

इंडस्ट्रियल क्लस्टर्स से मिलेगा रोजगार 

पूर्वी उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास के लिए इस एक्सप्रेस वे को बहुत अहम माना जा रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अनुसार इस एक्सप्रेस वे के आसपास 5 इंडस्ट्रियल क्लस्टर्स भी बनाए जा रहे हैं. जिनमें पेट्रोलियम प्रॉडक्ट, केमिकल और केमिकल प्रॉडक्ट, खाद्य उत्पाद एवं प्रोसेसिंग, वेबरेज, रिफाइंड, नॉन मेटालिक मिनरल प्रॉडक्टस, इलेक्ट्रिक इक्विपमेंट, मेडिकल और डेंटल इक्विपमेंट्स से संबंधित इंडस्ट्रीज शामिल हैं. स्थानीय लोगों को इसकी वजह से बड़ी संख्या में रोजगार मिलने की उम्मीद है.