उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान परशुराम जन्मस्थली के विकास का वादा अब बीजेपी पूरा करने जा रही है. दरअसल यूपी में परशुराम तीर्थ सर्किट बनने जा रहा है. तीर्थ सर्किट के बनने से 6 जिलों के पांच तीर्थस्थल आपस में जुड़ जाएंगे. इसका निर्माण परशुराम तीर्थ सर्किट का निर्माण राज्य का पीडब्ल्यूडी विभाग करेगा. ये तीर्थ सर्किट 6 ज़िलों सीतापुर, लखीमपुर, पीलीभीत, बरेली, शाहजहांपुर और फ़र्रुख़ाबाद से होकर गुजरेगा.
500 किलोमीटर से ज्यादा लंबा होगा
ये तीर्थ सर्किट हिंदू की आस्था के प्रमुख केंद्र नैमिष धाम, महर्षि दधीचि स्थल मिश्रिख, गोला गोकर्णनाथ, गोमती उद्गम, पूर्णागिरी मां के मंदिर के बॉर्डर से बाबा नीम करौली धाम और जलालाबाद में परशुराम की जन्मस्थली को जोड़ेगा.
लोक निर्माण विभाग और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने कही ये बात
परशुराम तीर्थ सर्किट बनाने को लेकर राज्य सरकार के लोक निर्माण विभाग और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इस सर्किट में आवागमन की बेहतर सुविधा के साथ स्थलों पर यात्री और पर्यटकों के लिए पूरी सुविधाएँ होंगी. यूपी में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी ये प्रोजेक्ट महत्वपूर्ण है. इससे जुड़ने वाले सभी पाँचों स्थलों में इसके निर्माण के बाद पर्यटकों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है.
बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव से पहले भगवान परशुराम को लेकर राजनीति तेज़ हो गयी थी. समाजवादी पार्टी ने जहां लखनऊ में परशुराम सर्किट के नाम पर ब्राह्मण वोट बैंक को साधने की कोशिश की थी तो वहीं बीजेपी ने परशुराम की जन्मस्थली जलालाबाद को विकसित कर उसे तीर्थ बनाने का वादा किया था.
यूपी में बन रहे है 12 पर्यटन सर्किट
बता दें कि योगी सरकार मथुरा, वृंदावन, अयोध्या ,प्रयागराज नैमिषारण्य, कुशीनगर ,चित्रकूट, विंध्याचल, वाराणसी, लखनऊ में संस्कृति पर्यटन सुविधाओं का विकास कर रही है ,इसके अलावा 12 सर्किट (परिपथ) भी बनाया जा रहा है. इनमें रामायण सर्किट, बुद्ध सर्किट भी शामिल हैं.